Haryana Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार के हैवीवेट मंत्री भी नहीं कर पाए कमाल, कुछ ऐसे हुआ रिजल्ट खराब
हरियाणा की भाजपा सरकार में शामिल करीब एक दर्जन मंत्रियों का लोकसभा चुनाव में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के विधानसभा क्षेत्र नारायणगढ़ समेत आधा दर्जन मंत्रियों को विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा के लोकसभा उम्मीदवारों को करारी हार का सामना करना पड़ा। आधा दर्जन मंत्री ऐसे हैं जिनके विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की जीत का अंतर या तो घटा है या फिर बहुत अधिक कम हुआ है।
अनुराग अग्रवाल, चंडीगढ़। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को पांच सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा और पांच सीटों पर जीत हासिल हुई है। भाजपा ने करनाल, गुड़गांव, भिवानी-महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और फरीदाबाद लोकसभा सीटें जीती हैं, जबकि कांग्रेस ने अंबाला, रोहतक, सिरसा, सोनीपत और हिसार लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है।
भाजपा के लिए यह चुनाव नतीजे किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं। प्रदेश में इसी साल अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पांच लोकसभा सीटों का नुकसान और उसमें भी राज्य सरकार के मंत्रियों की परफॉरमेंस को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
साल 2019 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल, अनिल विज और डॉ. बनवारी लाल को छोड़कर सभी मंत्री चुनाव हार गए थे, दो मंत्रियों विपुल गोयल और राव नरबीर को पार्टी ने टिकट नहीं दिए थे।
बराला, जेपी दलाल और अभय का प्रदर्शन अच्छा नहीं प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री विशंभर वाल्मीकि के विधानसभा क्षेत्र बवानीखेड़ा में हिसार के भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को हार का सामना करना पड़ा है। यहां भाजपा 282 मतों के अंतर से चुनाव हारी है।
वहीं, सुभाष बराला के टोहाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा चुनाव नहीं जीत पाई है। देवेंद्र बबली कांग्रेस कुमारी सैलजा को जिताने में कामयाब रहे। भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में भाजपा सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह को वित्त एवं नगर आयोजना विभाग के मंत्री जयप्रकाश दलाल के निर्वाचन क्षेत्र लोहारू में 8319 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा है।
प्रदेश के सिंचाई मंत्री डॉ. अभय सिंह नांगल-चौधरी से भाजपा विधायक हैं। हलके से धर्मबीर सिंह मात्र 2472 मतों से चुनाव जीत पाए हैं। नायब सैनी, असीम गोयल और कंवरपाल गुर्जर का प्रदर्शन निराशाजनक अंबाला लोकसभा सीट पर भाजपा की बंतो कटारिया चुनाव हार गई। यहां मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की नारायणगढ़ विधानसभा सीट पड़ती है, जहां से भाजपा 20 हजार 762 मतों के अंतर से पराजित हुई है।
अंबाला शहरी विधानसभा सीट से भाजपा को 4046 मतों को नुकसान हुआ है, जहां से परिवहन मंत्री असीम गोयल विधायक हैं। संसदीय कार्य मंत्री कंवरपाल की जगाधरी विधानसभा सीट से भाजपा को 15 हजार 446 मतों का नुकसान हुआ है। पूर्व गृह व स्वास्थ्य मंत्री विज के अंबाला छावनी हलके से भाजपा को 2997 मतों की लीड मिल पाई है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के विधानसभा क्षेत्र नारायणगढ़ में भी हारी सत्तारूढ़ भाजपा lआधा दर्जन मंत्री ही दिला सके भाजपा प्रत्याशियों को वोट, मगर अंतर ज्यादा नहीं
रणजीत चौटाला न स्वयं जीते, न तंवर को जिताया
हरियाणा की शिक्षा राज्य मंत्री सीमा त्रिखा के निर्वाचन क्षेत्र बड़खल में भाजपा का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। बड़खल में भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को 34 हजार 274 मतों की बढ़त हासिल हुई है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता के निर्वाचन क्षेत्र हिसार से भाजपा प्रत्याशी चौधरी रणजीत चौटाला को 36 हजार 605 मतों के अंतर से जीत हासिल हुई है।
जीत का यह अंतर काफी कम माना जा रहा है। बिजली मंत्री के रूप में रणजीत चौटाला स्वयं अपने रानियां विधानसभा क्षेत्र से सिरसा के भाजपा उम्मीदवार डॉ. अशोक तंवर को जीत की ओर अग्रसर नहीं करा पाए हैं।
मूलचंद शर्मा, महिपाल ढांडा और सुधा ने बचाई लाज भाजपा सरकार में शहरी स्थानीय निकाय मंत्री सुभाष सुधा के विधानसभा क्षेत्र थानेसर से भाजपा के नवीन जिंदल को 18 हजार 533 मतों की लीड मिली है। हालांकि लीड का यह अंतर उम्मीद से काफी कम है। मंत्रियों में सबसे अच्छा प्रदर्शन उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री पंडित मूलचंद शर्मा का माना जा रहा है।
बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सांसद कृष्णपाल को मिली लीड
मूलचंद शर्मा के बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा सांसद कृष्णपाल गुर्जर को 42 हजार 755 मतों की लीड हासिल हुई है। दूसरे नंबर पर विकास एवं पंचायत राज्य मंत्री महिपाल ढांडा रहे हैं, जिनके पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से करनाल के सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल को 42 हजार 76 मतों से जीत हासिल हुई है।
डॉ. बनवारी लाल और संजय सिंह का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं गुड़गांव से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत को भी इस चुनाव में तगड़ा झटका लगा है। हालांकि वह प्रदेश के एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो छठी बार संसद में पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कांग्रेस के राज बब्बर ने कड़ी चुनौती दी।
राव इंद्रजीत के प्रभाव की बदौलत भिवानी में चौधरी धर्मबीर सिंह की जीत बताई जा रही है। कांग्रेस के राज बब्बर के मुकाबले राव इंद्रजीत सिंह 75 हजार 79 मतों से चुनाव जीत पाए हैं। पीडब्ल्यूडी मंत्री डा. बनवारी लाल बावल से विधायक हैं।
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