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    ED ने तेजाखेड़ा फार्म हाउस के जिस हिस्‍से को किया सीज, अभय चौटाला ने करवाया था उसका निर्माण

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Fri, 06 Dec 2019 10:37 AM (IST)

    1987 में सरकार बनने से पूर्व ओपी चौटाला का पूरा परिवार फार्म हाऊस में शिफ्ट हो गया था। पुराना हिस्सा आज भी जस का तस खड़ा है। इस हिस्से का निर्माण अजय सिंह ने करवाया था।

    ED ने तेजाखेड़ा फार्म हाउस के जिस हिस्‍से को किया सीज, अभय चौटाला ने करवाया था उसका निर्माण

    डबवाली(सिरसा) जेएनएन। ईडी ने जिस तेजाखेड़ा फार्म हाउस को सीज किया है। उसे पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला के अलावा अजय सिंह चौटाला व अभय सिंह चौटाला ने अपने-अपने ढंग से बनवाया था। फार्म हाउस के जिस हिस्से को सीज किया गया है, उसका निर्माण अभय सिंह ने करवाया था।

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    वर्ष 1978 में फार्म हाउस की जमीन पर पोल्ट्री फार्म चलता था। समयानुसार देवीलाल परिवार बंटता चला गया तो फार्म हाउस चौटाला परिवार के कब्जे में आ गया। पारिवारिक सूत्रों के अनुसार पूर्व मुख्यमंत्री ओपी चौटाला खेत में ढाणी बनाकर रहने लगे थे। वर्ष 1987 में सरकार बनने से पूर्व ओपी चौटाला का पूरा परिवार फार्म हाऊस में शिफ्ट हो गया था।

    पुराना हिस्सा आज भी जस का तस खड़ा है। इस हिस्से का निर्माण अजय सिंह ने करवाया था। वर्ष 1999 में पुन: सरकार आई तो अभय सिंह ने नये हिस्से (सीज किया भाग) का निर्माण करवाया। इस हिस्से में स्विमिंग पूल भी बनाया गया था, लेकिन वह कामयाब नहीं हुआ तो उसे खत्म कर दिया गया।

    राजस्थानी कला का उदाहरण है फार्म हाउस

    पारिवारिक सूत्र बताते हैं कि फार्म हाउस राजस्थानी कला का बेहतरीन उदाहरण है। छत पर पेंङ्क्षटग की हुई है। वैसे तो फार्म हाउस चार एकड़ में बना है। वर्ष 1999 में बने दो मंजिला आवासीय मकान में पांच कमरे हैं। ग्राउंड फ्लोर पर दो बेडरूम, एक ड्राईंग रूम और किचन बनी हुई है। वहीं ऊपरी मंजिल पर तीन बेडरूम हैं।

    कभी हम यहीं ड्यूटी करते थे

    ईडी के साथ सिरसा पुलिस लाइन से आए हरियाणा पुलिस के जवान चर्चा करते दिखे। एक पुलिसकर्मी ने कहा कि मुझे याद है सरकार का वो दौर, जब पांच-पांच किलोमीटर तक पुलिस तैनात हुआ करती थी। मैंने भी कभी यहीं ड्यूटी की थी तो दूसरा तपाक से बोल पड़ा कि मुझे भी वो दिन याद है। जब देश के वीवीआइपी ओपी चौटाला से मिलने आया करते थे।

    जानें कब क्‍या हुआ 

    - सुबह 10 बजे ईडी की टीम डबवाली के लघु सचिवालय में पहुंच गई थी। सुबह 10.45 बजे ईडी को पुलिस और केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल पहुंचने की सूचना मिली तो फौरी तौर पर टीम लघु सचिवालय से बाहर आई और गांव चौटाला की ओर चल दी।

     - सुबह 11.20 बजे टीम तेजाखेड़ा गांव में पहुंची। फार्म हाउस में मैनेजर गोपाल मौजूद था।

    - सुबह 11.30 बजे टीम ने गोपाल को कार्रवाई का नोटिस थमाते हुए कार्रवाई शुरू कर दी।

    - सुबह 11.30 बजे सीआरपीएफ ने फार्म हाउस के चप्पे-चप्पे को घेर लिया।

    - सुबह 11.45 बजे अभय ङ्क्षसह के करीबी कुलदीप गोदारा फार्म हाउस में पहुंचे।

    - दोपहर 12.00 बजे टीम अपने साथ लैपटॉप, ङ्क्षप्रटर लेकर आई थी। गाड़ी में से सामान उठाकर भीतर ले जाया गया।

    - दोपहर 12.15 बजे अभय ङ्क्षसह के करीबी पीके गोदारा फार्म हाउस में आए।

    - दोपहर 12.20 बजे टीम ने बात करने से इन्कार करते हुए पीके गोदारा को वापस लौटा दिया।

     - दोपहर 12.50 बजे चौटाला परिवार के एडवोकेट कुलदीप ङ्क्षसह सिधू और केके सेठी फार्म हाऊस पर पहुंचे। सीआरपीएफ ने उन्हें भीतर नहीं जाने दिया।

    - दोपहर 12.57 बजे ओपी चौटाला की प्रॉपर्टी अटैच करने का नोटिस फार्म हाउस के मुख्य गेट के सामने लगा दिया।

    - दोपहर 1.26 बजे ईडी की दो सदस्यीय टीम फार्म हाउस के बाहर आई। कार्रवाई के संबंध में सहायक निदेशक नरेश गुप्ता का नोटिस चस्पा कर गई। कुछ देर बाद सहायक निदेशक नरेश गुप्ता ने नोटिस को देखा और फिर से भीतर चले गए।

    - दोपहर 2.15 बजे ईडी की टीम फार्म हाउस के एक हिस्से को सीज करने के बाद बाहर निकली।

    - दोपहर 2.30 बजे सीआरपीएफ के डीएसपी से बातचीत करने के बाद टीम वापस चंडीगढ़ रवाना हो गई।