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    Heavy Rain In Fatehabad: बारिश से सड़कों पर जलभराव से लोगों को हो रही परेशानी, खेतों में नरमा की फसल हुई बर्बाद

    By Naveen DalalEdited By:
    Updated: Thu, 23 Sep 2021 12:45 PM (IST)

    फतेहाबाद में दो दिन से हो रही रूक रूक कर बारिश से सड़कों पर पानी से भर गया है। जिसके कारण लोगों के आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं किसानों की फसलों को नुकसान हो रही है।

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    फतेहाबाद में भारी बारिश से सड़कों पर जलजमाव।

    फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। फतेहाबाद में दूसरे दिन भी झमाझम बरसात हुई है। जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। नरमा व मूंगफली की फसल पूरी तरह चौपट हो चुकी है। नरमा की फसल तो बीमा के दायरे में है, लेकिन मूंगफली की फसल बीमा के दायरे में नहीं है। जिससे किसान परेशान नजर आ रहे। बुधवार दोपहर तक जिले में झमाझम बरसात हुई और ओवरआल 53 एमएम बरसात दर्ज की गई थी।

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    फतेहाबाद खंड में 105 एमएम बरसात हुई थी। वीरवार को भी दोपहर साढ़े 11 बजे तक झमाझम बरसात होती रही और 30 एमएम बरसात दर्ज की गई। वहीं मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अागामी 27 सितंबर तक ऐसा ही मौसम रहेगा। जिले में में पहली बार ऐसा हुआ है जब पिछले 10 सालों का रिकार्ड टूटा है। इससे पहले 2011 में ऐसी बरसात सितंबर महीने में हुई थी। वीरवार को भी बरसात होने के तापमान में कमी आई है। जिले में अधिकतम तापमान 27 डिग्री व न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

    भारी बारिश से सड़क पर जलभराव

    नरमा, धान व मूंगफली की फसल पर अधिक प्रभाव

    सितंबर महीने में भूना व भट्टूकलां में तेज बरसात हुई थी। यहां पर भी पानी भर गया था। जिससे फसलें पहले ही खराब हो चुकी है। कृषि विभाग यहां पर गिरदावरी कर रहा है। लेकिन अब फिर बरसात होने के कारण अब फिर से गिरदावरी करनी पड़ेगी। इस क्षेत्र में 60 से 70 फीसद तक फसलें पहले खराब हो चुकी थी। बुधवार व वीरवार कोई बरसात से अब फतेहाबाद व टोहाना खंड में बरसात का असर अधिक देखने को मिला है। नरमा की फसल सबसे अधिक फतेहाबाद खंड में होती है। ऐसे में दो दिन हुई बरसात से 70 से 80 फीसद तक नरमा की फसल खराब होने का अनुमान है।

    नरमा की फसलों को हुआ नुकसान

    शहर में जगह-जगह भरा पानी

    बुधवार को हुई बरसात से शहर में अब भी जगह-जगह पानी भरा हुआ था और वीरवार को फिर बरसात हो गई। जिससे सड़कों पर पानी भर गया। अरोड़वंश धर्मशाला रोड पर पिछले 24 घंटों से पानी भरा पड़ा है। ऐसे में यहां की दुकानें बंद पड़ी है। जनस्वास्थ्य विभाग ने पानी निकासी के लिए तीन पंप सेट लगा रखे है। लेकिन पूरे शहर का पानी यहां पर जमा होने के कारण पानी निकासी नहीं हो पा रही है। एक दिन पहले एसडीएम का घेराव भी दुकानदारों ने किया था। अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि जल्द ही कोई समाधान निकाल दिया जाएगा। लेकिन अगले कुछ दिनों तक ऐसी ही बरसात होती रही तो नुकसान अधिक होगा।

    आंकड़ों में जाने कितनी हेक्टेयर में फसलें

    नरमे की फसल : 69 हजार हेक्टेयर

    धान : 1 लाख 10 हजार हेक्टेयर

    ग्वार : 4 हजार हेक्टेयर

    बाजरा : 3 हजार हेक्टेयर

    मूंगफली : 10 हजार हेक्टेयर

    मूंग : 2 हजार हेक्टेयर

    किसान जमा करवा सकते है आवेदन

    कृषि विभाग ने किसानों से आग्रह किया है कि जिनकी फसल खराब हुई है और जिन किसानों ने बीमा करवा रखा है वो जल्द से जल्द आवेदन कर दे। बरसात बंद होने के 72 घंटे तक आवेदन कर सकते है। ऐसे में वीरवार को भी जिले में बरसात हुई है। इसलिए किसान शुक्रवार व शनिवार तक फार्म जमा करवा सकते है। किसान खंड स्तर पर बने कार्यालय में पहुंचकर फार्म जमा करवा सकते है।

    जिले में अब तक जमा हुए फार्म

    बरसात बीमा क्लेम के आवेदन

    21-22 अगस्त 651

    30-31 अगस्त 3318

    2,3 व 4 सितंबर 2591

    10,11 व 12 सितंबर 2585

    20 सितंबर 12

    अब तक 9146

    पिछले दिनों हुई बरसात से नरमा की हुई खराब फसल

    नरमा नुकसान

    7600 एकड़ 70 से 100 फीसद

    5500 एकड 50 से 70 फीसद

    11000 एकड़ 30 से 50 फीसद

    फतेहाबाद उपकृषि निदेशक डा. राजेश सिहाग ने कहा कि पिछले दो दिनों से जिले में बरसात हो रही है। नरमा की फसल पर अधिक प्रभाव देखने को मिला है। वहीं जिन किसानों ने धान की अगेती फसल बो रखी है वहां भी नुकसान है। जिन किसानों ने बीमा करवा रखा है वो फार्म जमा करवाये। उसके बाद सर्वे किया जाएगा। जिनका जितना नुकसान हुआ है उसकी भरपाई की जाएगी।