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    हिसार में डेंगू के मामले बढ़ने से ब्लड बैंकों पर बढ़ी एसडीपी और आरडीपी किट की डिमांड

    By Jagran NewsEdited By: Manoj Kumar
    Updated: Wed, 12 Oct 2022 01:30 PM (IST)

    निजी ब्लड बैंकों पर एसडीपी और आरडीपी किट की डिमांड बढ़ती जा रही है। हिसार में डेंगू के कुल मामले बढ़कर 235 पर पहुंच गए है। मंगलवार को एक दिन में सर्वा ...और पढ़ें

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    हिसार में डेंगू केस बढ़े तो ब्‍लड डोनरों के लिए मारमारी हो सकती है

    जागरण संवाददाता, हिसार: जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे है। लेकिन नागरिक अस्पताल में अब तक एसडीपी यानि सिंगल डोनर प्लेटलेट्स निकालने वाली मशीन को शुरु नहीं किया गया है। नागरिक अस्पताल में ब्लड बैंक में एसडीपी मशीन को शुरु करने के लिए स्टाफ और डाक्टरों को ट्रेनिंग दी जा रही है। साथ ही स्टाफ और डाक्टरों की डयूटी के लिए रोस्टर तैयार किया जाएगा। जिसके बाद एसडीपी मशीन को शुरू किया जाएगा। वहीं निजी ब्लड बैंकों पर एसडीपी और आरडीपी किट की डिमांड बढ़ती जा रही है। हिसार में डेंगू के कुल मामले बढ़कर 235 पर पहुंच गए है।

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    मंगलवार को एक दिन में सर्वाधिक 24 नए मामले मिले थे। गांवों के साथ-साथ शहर के पाश इलाको में भी डेंगू फैल रहा है। हिसार के आजाद नगर, सेक्टर-14, माडल टाउन, सेक्टर 16-17, माडल टाउन एक्सटेंशन, प्रीति नगर, सेक्टर-14, बारह मुहल्ला, भामाशाह नगर, एचएयू के पुराने कैंपस, अर्बन एस्टेट, सेक्टर 13, सेक्टर 9-11 और अर्बन एस्टेट दो में भी डेंगू के मामले मिल चुके है। ये इलाके शहर के पाश इलाकों में शामिल है। लेकिन यहां भी डेंगू मरीजो की भरमार है।

    वहीं शहर से दूर सातरोड गांव के पास हनुमान कालोनी में भी डेंगू के कई केस मिल चुके है। बच्चों से लेकर सभी आयु वर्ग के लोग डेंगू की चपेट में आ रहे है। डिप्टी सिविल सर्जन डा. सुभाष खतरेजा ने बताया कि अब तक 1709 डेंगू आशंकित लोगों के सैंपल लिए गए हैं। कुल 235 में से 208 व्यक्ति डेंगू से रिकवर हो चुके है और फिलहाल जिले में डेंगू के 26 सक्रिय मरीज हैं।

    वहीं जिले के निजी ब्लड बैंकों में भी डेंगू के केस बढ़ने पर वहां रैंडम डोनर प्लेटलेट्स और एसडीपी की डिमांड बढ़ने से ब्लड बैंक किट की डिमांड कंपनियों से कर रहे है, ताकि ओर डिमांड बढ़ने पर उनके पास किट उपलब्ध रहे। रैंडम डोनर प्लेटलेट्स एक बार में एक मरीज को चार चढ़ाई जाती है।

    इसके लिए डोनर ढूंढना बड़ी परेशानी है। वहीं एसडीपी यानि सिंगल डोनर प्लेटलेट्स एक बार में एक ही चढ़ाई जाती है। सिंगल डोनर प्लेटलेट्स से एक बार में ही मरीज की प्लेटलेट्स 30 से 35 हजार तक बढ़ जाती है, जबकि रैंडम डोनर प्लेटलेट्स चार चढ़ाने पर इतनी ही प्लेटलेट्स बढ़ती है