हिसार में सीएम विंडो पर आई 35 शिकायतों के निवारण में जुटी कमेटी, प्रापर्टी टैक्स, अवैध निर्माण मुख्य समस्या
सीएम विंडो पर आ रही अधिकांश शिकायतें प्रापर्टी टैक्स अवैध निर्माण और सफाई से संबंधित है। इनमें अधिकांश शिकायतें लंबे समय से पेंडिंग भी है। ऐसे में इन ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हिसार : शहर में प्रापर्टी टैक्स, अवैध निर्माण और सफाई से जुड़ी समस्याओं से शहर की जनता जूझ रही है। इसका ताजा उदाहरण सीएम विंडो पर आ रही शिकायतें है। सीएम विंडो पर आ रही अधिकांश शिकायतें प्रापर्टी टैक्स, अवैध निर्माण और सफाई से संबंधित है। इनमें अधिकांश शिकायतें लंबे समय से पेंडिंग भी है। ऐसे में इन समस्याओं की शिकायतों के निवारण के लिए सीएम विंडो निगरानी कमेटी के चेयरमैन ने नगर निगम सभागार में मीटिंग बुलाई।
जिसमें पहले चरण में उन्होंने प्रापर्टी टैक्स और सफाई से जुड़ी शिकायतों को लिया। इसमें 35 शिकायतें हैं जिनके निवारण के लिए कार्य शुरू किया है। चेयरमैन प्रवीन जैन ने इन प्रापर्टी टैक्स, सफाई व नगर सुधार मंडल से संबंधित शिकायत करने वाले शिकायतकर्ताओं को मीटिंग में बुलाया है ताकि उनका पक्ष सुना जा सकें और उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सकें।
मुख्यतय तीन प्वाइंटों से जु़ड़ी है अधिकांश शिकायतें
- प्रापर्टी टैक्स : लंबे समय से लंबित फाइलों से लेकर अप्रूव्ड क्षेत्र को अनअप्रूव्ड अनअप्रूव्ड की श्रेणी में लेकर आने से जुड़े सीएम विंडो पर कई मामले है।
- सफाई : शहर के कई ऐसे क्षेत्र है जिनमें साफ सफाई से जुड़ी समस्याएं है जिनका समाधान नहीं पा रहा है।
- नगर सुधार मंडल : नगर सुधार मंडल की दुकानों से संबंधित मामले है।
अवैध निर्माण की भी बड़े स्तर पर बढ़ रही शिकायतें
शहर में अवैध निर्माणों की भी नगर निगम में शिकायतों का दौर जारी है। सूत्रों की माने तो इसमें एक तो वे लोग है शामिल है जो पड़ोस में अवैध निर्माण से परेशान है। दूसरे वे लोग जो अवैध निर्माण की शिकायतें कर रहे है। ऐसे में वर्तमान में सीएम विंडो पर अवैध निर्माणों की करीब 135 शिकायतें पेंडिंग है। इनकी भी जल्द ही सीएम विंडो निगरानी कमेटी मीटिंग कर निवारण करेगी।
अगस्त 2021 में हुई मीटिंग में अधिकांश बिल्डिंग ब्रांच से संबंधित थी
पूर्व में हुई मीटिंग में चेयरमैन ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि सीएम विंडो पर लगी करीब 60 शिकायतें ऐसी थी जो लंबे समय से लंबित थी। अगस्त 2021 तक निगम अफसरों ने शिकायत पर समाधान ही नहीं किए थे। उनका जब चेयरमैन ने स्टेट्स जांचा तो निगम अफसरों की सीएम विंडो पर कार्रवाई का सच सामने आया। इन लंबित शिकायतों में अधिकांश बिल्डिंग ब्रांच से संबंधित शिकायतें थे। सीएम विंडो के समाधान में देरी से लेकर अन्य प्रकार की कमियां पर कमेटी के चेयरमैन प्रवीन जैन ने अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगा था और सीएम विंडो के नियमानुसार एक तय समय सीमा में समाधान करने के आदेश दिए।
-----सीएम विंडो की शिकायतों के निवारण के लिए नगर निगम सभागार में मीटिंग बुलाई है। जिसमें 35 शिकायतकर्ताओं को बुलाया गया है उनकी बात सुनी जाएगी और उनकी समस्याओं का निवारण किया जाएगा।
- प्रवीन जैन, चेयरमैन, सीएम विंडो निगरानी कमेटी, हिसार।

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