Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चौटाला डबल मर्डर में लॉरेंस बिश्‍नोई का कोड वर्ड था 'जय बलकारी' मंगवाई थी हथियारों की खेप

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Thu, 03 Sep 2020 04:11 PM (IST)

    जय बलकारी कोड वर्ड भरतपुर जेल में बैठे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दिया था। योजना को सिरे चढ़ाने के लिए काला जठेड़ी सोनू मिठठी तथा सपंत नेहरा ने इसका प्रयोग किया था।

    चौटाला डबल मर्डर में लॉरेंस बिश्‍नोई का कोड वर्ड था 'जय बलकारी' मंगवाई थी हथियारों की खेप

    डबवाली, जेएनएन। चौटाला डबल मर्डर का कोड वर्ड था जय बलकारी। यह कोड वर्ड भरतपुर जेल में बैठे गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई ने दिया था। योजना को सिरे चढ़ाने के लिए काला जठेड़ी, सोनू मिठठी तथा सपंत नेहरा ने इसका प्रयोग किया था। पुलिस के अनुसार संगरिया में अंकित उर्फ भानू को लॉरेंस बिश्नोई ने 2 लाख रुपये भिजवाए थे। भानू तथा कार चालक में कोई जान पहचान नहीं थी। तब जय बलकारी बोलकर ही रुपयों की डिलीवरी हुई थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संपत नेहरा को चार दिन के रिमांड पर लेने के बाद पहली बार हरियाणा पुलिस ने स्वीकार किया कि 20 जुलाई को शूटरों के निशान पर जयप्रकाश पूनिया तथा परम खीचड़ थे। लेकिन परम खीचड़ बच गया। उसकी जगह भारुखेड़ा गांव का मुकेश गोदारा मारा गया। डबल मर्डर अगस्त 2014 में संगरिया में छात्र संघ चुनाव के दौरान हुए हत्याकांड का बदला था। पुलिस रिमांड अवधि के दौरान संपत नेहरा तथा लॉरेंस के संबंधों का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

    ------जय बलकारी लॉरेंस गैंग का कोड वर्ड है। इसका प्रयोग चौटाला डबल मर्डर में किया गया है। रिमांड अवधि पर चल रहे संपत नेहरा से पूछताछ चल रही है। उससे मोबाइल बरामद किया जाना है। साथ ही हथियारों की डिलीवरी लेने के लिए भेजे गए रवि उर्फ भोला की निशानदेही करके उसे गिरफ्तार किया जाना है।

    -राजकुमार, सदर थाना प्रभारी, डबवाली

    गैंगस्टर लॉरेंस के कहने पर भेजी थी हथियारों की खेप, 19 जुलाई को थी डिलीवरी

    डबवाली : चौटाला गांव में शराब ठेकेदार जयप्रकाश उर्फ प्रकाश पूनिया तथा मुकेश गोदारा की हत्या में प्रयोग हुआ असला होशियारपुर जेल में रहते हुए संपत नेहरा उर्फ बलकारी ने उपलब्ध करवाया था। पुलिस की प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि उसने यह कार्य भरतपुर जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर किया था। पुलिस के अनुसार संपत ने इसके लिए रवि उर्फ भोला नाम के शख्स को भेजा था। जोकि जींद निवासी बताया जाता है। हथियारों की डिलीवरी चौटाला हाईवे पर स्थित गांव आसाखेड़ा के नजदीक हुई थी। 19 जुलाई को संगरिया निवासी राहुल बिश्नोई उर्फ मिनी पेट्रोल के साथ रवि ने स्विफ्ट गाड़ी सवार से हथियारों की खेप प्राप्त की थी। पुलिस को रवि की तलाश है। अदालत में पेश कर पुलिस ने रिमांड मांगा गया। अदालत से चार दिन का रिमांड मिला है।

    सुरक्षा में तैनात था मोबाइल सुरक्षा दस्ता,  दो डीएसपी व तीन दर्जन जवान रहे तैनात

    राजस्थान के जिला चुरु के गांव कालोडी निवासी संपत नेहरा उर्फ बलकारी को 18 फरवरी 2020 को सेंट्रल जेल फरीदकोट से सेंट्रल जेल होशियारपुर में शिफ्ट किया गया था। चौटाला डबल मर्डर की साजिश में शामिल होने के कारण पुलिस ने उसका 1 सितंबर का प्रॉडक्शन वारंट जारी करवाया था। उसे लेने के लिए डबवाली डीएसपी कुलदीप बैनीवाल तथा कालांवाली डीएसपी नर ङ्क्षसह के नेतृत्व में उसे होशियारपुर जेल से डबवाली लाया गया। कोर्ट परिसर में तीन डीएसपी की डयूटी लगाई गयी। यहां कड़ा पहरा रहा।

    यह है मामला

    वर्ष 2014 में संगरिया स्थित स्वामी केशवानंद ग्रामोत्थान विद्यापीठ में छात्रसंघ अध्यक्ष पद के चुनाव होने थे। अध्यक्ष पद की दौड़ में शामिल दिनेश बिश्नोई के समर्थन में रैली निकाली जा रही थी। टिब्बी बस अड्डा पर रैली पर कार सवारों ने अंधाधुंध फायङ्क्षरग शुरू कर दी। अबोहर के पूर्व विधायक तथा गांव सकताखेड़ा निवासी सही राम धारणियां के पोते अमनदीप उर्फ सोनू (28) तथा गांव जंडवाला बिश्नोईयां निवासी संदीप उर्फ पेट्रोल (25) की मौत हो गई थी। सोनू गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का फुफेरा भाई था। इसी रंजिश में 20 जुलाई 2020 को गांव चौटाला में प्रकाश पूनियां तथा मुकेश गोदारा की हत्या की गई थी। पुलिस के अनुसार संपत नेहरा पर 39 केस दर्ज है। जिसमें हरियाणा में 15, पंजाब में 10, चंडीगढ़ में 8, राजस्थान में 4 तथा दिल्ली 2 दो केस है।

    -----चौटाला डबल मर्डर के लिए असला संपत नेहरा ने लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर उपलब्ध करवाया था। संपत ने पूछताछ में बताया है कि उसने हथियार पहुंचाने के लिए रवि का सहारा लिया था। दरअसल, रवि का चाचा शेट्टी उसके साथ जेल में बंद था। वहीं से दोनों में मित्रता हुई और रवि से जान पहचान हुई थी। संपत की मदद से रवि को ढूंढा जाना है, होशियारपुर जेल में छिपाया गया मोबाइल बरामद किया जाना है।

    -डीएसपी कुलदीप बैनीवाल, एसआइटी चीफ