हिसार की महावीर कॉलोनी में हो रही केमिकल युक्त गंदे पानी की सप्लाई, 1.19 लाख लोगों के स्वास्थ्य से खिलवाड़
हिसार में महावीर कॉलोनी जलघर से 1.18 लाख से अधिक लोगों को पानी की सप्लाई होती है। इस जलघर तक आने वाली माइनर में खेतों से केमिकल युक्त गंदा पानी डाला जा रहा है जिससे जलजनित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। यह पानी वार्ड-1 3 8 13 15 और वार्ड-20 मॉडल टाउन मिलगेट सिटी थाना प्रीतिनगर और ऋषि नगर सहित कई इलाकों में सप्लाई हो रहा है।

जागरण संवाददाता, हिसार। पानी को जीवन कहा जाता है, लेकिन हिसार में यही पानी अब जीवन के लिए खतरा बनता नजर आ रहा है। कारण है कि महावीर कॉलोनी जलघर, जो शहर की एक लाख 18 हजार से अधिक आबादी की प्यास बुझाता है, वहां तक पहुंचने वाली माइनर में केमिकल युक्त गंदा पानी डाला जा रहा है।
यह हालात न केवल चिंताजनक हैं, बल्कि हजारों परिवारों के स्वास्थ्य के लिए सीधा खतरा बन गए हैं। साथ ही इन नहर से जलघर तक पानी पहुंचाने की निगरानी की जिम्मेदारी जिन्हें सौंपी गई है वे शायद मूकदर्शक बन बैठे है। उनके द्वारा न तो इस दूषित पानी को रोका जा रहा है और न ही इसके स्रोत का पता लगाया जा रहा है।
महावीर कॉलोनी जलघर तक पानी सप्लाई करने वाली छोटी माइनर में आसपास की कृषि भूमि और खेतों से जलभराव का पानी मोटरों और पाइपों के जरिए लगातार छोड़ा जा रहा है। इस पानी में रासायनिक तत्व और गंदगी शामिल है।
यही दूषित पानी जलघर में पहुंच रहा है और वहां से वार्ड-1, 3, 8, 13, 15 और वार्ड-20, मॉडल टाउन, मिलगेट, सिटी थाना, प्रीतिनगर और ऋषि नगर सहित 1.19 लाख लोगों के घरों तक सप्लाई हो रहा है। ऐसे में यह जहरीला पानी लोगों के जीवन पर खतरा बन रहा है। केमिकल युक्त पानी पीने से लोगों को जलजनित बीमारियों का सामना करना पड़ेगा।
अंग्रेजों के शासन काल में हिसार के महाबीर कॉलोनी जलघर की नींव रखी गई थी। हरियाणा प्रदेश की स्थापना के बाद 19 जून 1969 में तत्कालीन सीएम चौ. बंसीलाल ने हिसार जल वितरण योजना के तहत इसका नए सिरे से निर्माण करवाकर उद्घाटन किया था।
जब इस गंभीर मामले पर वार्ड-11 के पार्षद नरेश ग्रेवाल से बात की गई तो उन्होंने साफ कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है। मौके पर जाकर ही इस बारे में कुछ बता पाएंगे। वार्डवासियों को स्वच्छ पानी मिलेगा।
वार्ड-11 के निवासियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि जलघर तक पहुंच रहे पानी में खेतों का केमिकल युक्त पानी डाला जा रहा है। जो आमजन के लिए बड़ा खतरा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में वे सीधे तौर पर बोलते है तो इससे ग्रामीणों से दुश्मनी होगी। उन्होंने मांग की है कि प्रशासन इस पर संज्ञान ले और जलघर में पहुंच रहे गंदे पानी को तुरंत रोका जाए।
मरीजों का इलाका, बूस्टिंग स्टेशनों तक पहुंच रहा इसी जलघर का पानी ऋषि नगर, जिसे शहर का मेडिकल हब कहा जाता है, इस क्षेत्र में भी महावीर कालोनी जलघर से ही पानी पहुंचता है। इसके बूस्टिंग स्टेशन तक इसी जलघर का पानी पहुंच रहा है। यानि अस्पतालों से लेकर शहर के एक बड़े हिस्से में इस जलघर से पहुंच रहा पानी चिंतनीय है। जलघर तक पहुंच रहे गंदे पानी पर प्रशासन ने जल्द संज्ञान नहीं लिया तो यह शहर में बीमारी फैलने का बड़ा कारण बन सकता है।
शहर की धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं से जुड़े अग्रवाल कालोनी निवासी सत्यपाल अग्रवाल ने कहा कि उनकी कालोनी में कई दिनों से दूषित पेजयल सप्लाई हो रहा है। पानी पीले रंग का सप्लाई हो रहा है। प्रशासन से मांग है कि पानी की जांच करवाई जाए और घरों में तय मानकों के अनुसार पेयजल पहुंचाया जाए।
कॉलोनी जलघर की क्षमता
30 एमएलडी l महावीर कालोनी जलघर में मार्च 2020 तक घरेलू व कामर्शियल कनेक्शन: 35,560 कनेक्शन l महावीर कालोनी जलघर आज शहर के लिए जीवनरेखा है, लेकिन इसमें मिल रहा जहरीला पानी बड़ी समस्या खड़ी कर सकता है।
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