सिरसा में हरियाणा, पंजाब व राजस्थान के लिए बीटी कपास बीज की 51 किस्में अनुमोदित
सिरसा में हरियाणा पंजाब व राजस्थान के लिए बीटी कपास बीज की 51 किस्मों को अनुमोदित कर दिया गया है। इसके लिए केंद्रीय कपास अनुसंधान केंद्र ने सूची जारी कर दी गई है। किसानों को अनुमोदित किस्मों की बिजाई करने के लिए जागरूक किया जाएगा।

सिरसा, जेएनएन। हरियाणा, पंजाब, व राजस्थान के लिए बीटी कपास बीज की 51 किस्मों को अनुमोदित कर दिया गया है। इसके लिए केंद्रीय कपास अनुसंधान केंद्र ने सूची जारी कर दी है। किसानों को अनुमोदित किस्मों की बिजाई करने के लिए जागरूक किया जाएगा। जिससे कपास की किसान अच्छी पैदावार ले सके। हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में कपास की करीब 11 लाख हेक्टेयर पर कपास की खेती होती है। जिसमें सबसे ज्यादा सिरसा में 2 लाख 8 हजार हेक्टेयर पर कपास की खेती होती है।
इन किस्मों को किया गया है अनुमोदित
बीटी कपास बीज की जिन किस्मों को अनुमोदित किया है। उनमें प्रायोजन कंपनी अमर बायोटेक लिमिटेड की एबीसीएच 243, एबीसीएच 4899, एबीसीएच 254, अजीत सीड्स प्राइवेट लिमिटेड की एसीएच 133-2, एसीएच 155-2, एसीएच 177-2, एसीएच 33-2, अंकुर सीड्स प्राइवेट की अंकुर 3224, अंकुर 3228, अंकुर की 3244, अंकुर 8120, अंकुर जस्सी, बायोसिड श्रीराम जेंटिस प्राइवेट लिमिटेड की बायो 2113-2, बायो 2510-2, बायो 311-2, बायो 841-2, बायो 846-2, जेके सीड्स प्राइवेट लिमिटेड की जेकेसीएच 0109, जेकेसीएच 1050, जेकेसीएच 1947, जेकेसीएच 8935, जेकेसीएच 8940, कोहिनोर की केएससीएच 207, माहिको प्राइवेट लिमिटेड एमआरसी 7041, एमआरसी 7365, न्यूचिवूड एनसीएस 495, एनसीएस 855, एनसीएस 9013, एनसीएस 9024, टिएरा एग्रोटेक की एनएसपीएल 2223, एनएसपीएल 252, एनएसपीएल 531, प्रभात एग्री बायोटेक लिमिटेड की पीसीएच 877, पीसीएच 9611, प्रवरदान सीड्स लिमिटेड की पीआरसीएच 333, रासी सीड्स लिमिटेड की आरसीएच 314, आरसीएच 602, आरसीएच 650, आरसीएच 653, आरसीएच 773, आरसीएच 776, आरसीएच 791, आरसीएच 809, शक्ति 9, सौर कृषि प्राइवेट लिमिटेड सौर 75, सुपर सीड्स प्राइवेट लिमिटेड सुपर 965, विक्रम सीड्स प्राइवेट लिमिटेड वीआइसीएच 308, सीड्स वक्र्स इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड की एसडब्ल्यूसीएच 4704, एसडब्ल्यूसीएच 4711, एसडब्ल्यूसीएच 4744, एसडब्ल्यूसीएच 4755 को अनुमोदित किया गया है।
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15 अप्रैल से शुरू होगी बिजाई
कपास की बिजाई 15 अप्रैल से जून के प्रथम सप्ताह तक की जा सकती है। पूरा मई महीना बिजाई के लिए सर्वोत्तम है। लंबी अवधी वाली संकर किस्में 15 मई से पहले बिजाई किसान कर सकते हैं। अगेती कपास की बिजाई करने से बीमारी लगने का डर कम रहता है।
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हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में बीटी कपास बीज की 51 किस्मों को अनुमोदित किया गया है। किसानों को अनुमोदित किस्मों की बिजाई के लिए ही प्रेरित किया जाएगा। किसान बिजाई करते समय अनुमोदित बीज का विशेष ध्यान रखें।
डा. ओपी टुटेजा, निदेशक, केंद्रीय कपास अनुसंधान केंद्र, सिरसा
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