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    हरियाणा में नंबर वन रहने वाला भिवानी रोडवेज डिपो आमदनी के हिसाब से 15वें पायदान से भी नीचे खिसका

    By Manoj KumarEdited By:
    Updated: Mon, 18 Apr 2022 11:56 AM (IST)

    भिवानी डिपो प्रदेश में नंबर वन पर पहुंच गया था। महामारी के दौर में जब प्रदेशभर के डिपो इसकी चपेट में थे तो भिवानी डिपो प्रदेश में आमदनी के हिसाब से का टापर चल रहा था। देखो कि प्रत्येक बस प्रतिदिन 10 से 12 हजार रुपए कमा रही थी।

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    भिवानी डिपो में रोडवेज बसें भी कम हो गई हैं वहीं यात्री और आय भी कम हो गई है

    जागरण संवाददाता भिवानी :  एक समय था जब भिवानी डिपो प्रदेश में नंबर वन पर पहुंच गया था। महामारी के दौर में जब प्रदेशभर के डिपो इसकी चपेट में थे तो भिवानी डिपो प्रदेश में आमदनी के हिसाब से का टापर चल रहा था। देखो कि प्रत्येक बस प्रतिदिन 10 से 12 हजार रुपए कमा रही थी। महामारी के बाद डिपो को एक तरह से ही ग्रहण लग गया है। आमदनी के हिसाब से बात करें तो डिपो अब 15वें पायदान तक खिसक गया है।

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    बस और चालक डिपो में दोनों का टोटा

    भिवानी रोडवेज डिपो में फिलहाल रोडवेज बसों और रोडवेज चालकों का टोटा बना हुआ है डिपो में रोडवेज बसें 120 से घटकर 94 हो गई है वहीं 250 चालकों में से 31 चालक स्वास्थ्य विभाग में एंबुलेंस संभालने के लिए स्थानांतरित किए गए हैं ये फिलहाल 31 मई तक स्वास्थ्य विभाग में रहेंगे।

    यात्रियों पर पड़ रही गर्मी की मार

    भिवानी डिपो पर एक के बाद एक संकट आ रहे हैं। रोडवेज बसों की संख्या और चालकों की संख्या घटने के बाद अब गर्मी की मार भी यात्रियों को बढ़ गई है। ऐसे में भिवानी बस अड्डे से प्रतिदिन करीब तीन से चार हजार  यात्री भी प्रतिदिन कम हो गए हैं। पिछले कुछ माह पहले जहां प्रतिदिन यात्री 10 से 12 हजार  होते थे वहीं अब इनकी संख्या घटकर छह से आठ हजार के आसपास रह गई है। इसका दोहरा नुकसान यह हुआ है कि एक तो बसों की संख्या कम हो गई ऊपर से यात्री भी कम आ रहे हैं ऐसे में भिवानी डिपो अब आमदनी के हिसाब से प्रदेश के अन्य डिपो की अपेक्षा ज्यादा नीचे खिसक गया है। हालांकि डिपो के अधिकारी कम बसों के बावजूद सभी रूटों पर सुचारू परिवहन सेवा बनाए रखने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं। इन बसों में से ही छात्राओं के लिए स्पेशल बस भी चलाई गई हैं।

    ---डिपो अधिकारियों ने बताया हमारे पास बसों की संख्या 94 ही रह गई है। डिपो की आमदनी इसके चलते भी प्रभावित है। बसों की संख्या को देखते हुए हमारी आमदनी इतनी ज्यादा कम नहीं है फिर भी यह कहा जा सकता है कि पहले के मुकाबले भिवानी डिपो थोड़ा कमजोर जरूर हुआ है। उम्मीद है जल्द ही नई बसें मिलेंगी और डिपो फिर से स्टेट टॉपर जिलों में शामिल हो जाएगा।