अन्नू यादव ने नन्हे कदमों से नाप डाली माउंट फ्रैंडशिप की 5242 मीटर ऊंची चोटी
कुमारी अन्नु यादव बताती हैं कि उनकी मां सुलोचना देवी भी बिजली निगम की ओर से आयोजित होने वाली प्रतियोगिताओं में रस्साकसी की अंतर राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी हैं। वह कई राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिभा दिखा चुकी हैं। अन्नू ने बचपन से ही मां को खेलते देखकर खेलकूद प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया। स्कूल स्तर पर कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की।
संवाद सहयोगी, घरौंडा : बसताड़ा गांव में विकास कार्यो की जांच करने पहुंची पंचायती राज विभाग की टीम का ग्रामीणों ने विरोध कर दिया। सरपंच के समर्थकों व शिकायतकर्ता पक्ष के लोग आमने-सामने हो गए और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। विरोध बढ़ता देख अधिकारियों व अन्य ग्रामीणों ने मामला शांत करवाया। मामला शांत होने के बाद अधिकारियों ने विकास कार्यो की जांच कर सैंपल लिए।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि सरपंच ने पंचायत फंड का दुरुपयोग किया है और निर्माण सामग्री में निम्न क्वालिटी के मैटिरियल का इस्तेमाल किया है। जांच टीम ने निर्माण कार्यो के नमूने एकत्रित कर लैब भेज दिए है। रिपोर्ट आने के बाद ही आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
बता दें कि ग्राम पंचायत बसताड़ा के सरपंच आरोपों में घिरे हुए है। बुधवार को पंचायतीराज विभाग के एसडीओ नारायण दत्त अपनी टीम के साथ दूसरी बार बसताड़ा गांव पहुंचे। टीम ने पंचायत द्वारा खेत के गौहर (कच्ची गली) में बनाई गई गली का सैंपल लेना चाहा तो सरपंच के समर्थकों ने टीम का विरोध शुरू कर दिया और लाठी-डंडे व जैली लेकर खड़े हो गए। इसके साथ ही शिकायतकर्ता पक्ष और सरपंच के समर्थकों में कहासुनी शुरू हो गई और विवाद बढ़ गया। दोनों पक्षों में जमकर तनातनी हुई। हालांकि इस विरोध में कोई व्यक्ति हताहत नहीं हुआ। बाद में अधिकारियों और ग्रामीणों द्वारा समझाने के बाद मामला शांत हुआ, जिसके बाद अधिकारियों ने गली के सैंपल लिए।
शिकायतकर्ता विक्रम सिंह व सुशील कुमार का आरोप है कि पंचायत ने जिन रास्तों पर गलियों का निर्माण करवाया है वे अप्रूवड रास्ते नहीं है और ना ही ये रास्ते पंचायत रिकॉर्ड में है। पंचायत ने अपने निजी वोट बैंक के लिए रास्तों का निर्माण करवा दिया है। महज एक मकान के लिए 10 से 12 लाख रुपये पंचायत ने खर्च कर दिए हैं। गांव में ऐसे लगभग 10 रास्ते हैं, जिन पर पंचायत ने करोड़ों रुपया खर्च किया है।
सरपंच मेवा सिंह का कहना है कि सरकार की गाइडलाइन्स के अनुसार विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। जहां पर गलियां बनाई गई हैं वे भी गांव के नागरिक हैं। कुछ लोगों ने इसे राजनीतिक मुद्दा बनाया हुआ है। अफसर जांच कर रहे हैं, रिपोर्ट में सब सामने आ जाएगा। एसडीओ नारायण दत्त ने बताया कि बसताड़ा में गलियों को लेकर शिकायत की गई थी। जिसमें नौ बिदुओं पर जांच की जा रही है। कुछ ग्रामीणों ने गली के सैंपल को लेकर विरोध जताया था। बाद में ग्रामीणों को समझा दिया गया था। पंचायत स्तर पर मामला शांत हो गया था। लिए गए नमूनों की अधिकृत लैब से जांच करवाई जाएगी। सैंपल टेस्ट के बाद जैसी भी रिपोर्ट सामने आएगी उसके आधार पर कार्य किया जाएगा।