एबीवीपी ने विद्यार्थियों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रदेश के सभी जिलों में दिया धरना
- प्रदेश सरकार व हायर एजुकेशन प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की
फोटो संख्या- 201
- प्रदेश सरकार व हायर एजुकेशन प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी की जागरण संवाददाता, हिसार।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्र-छात्राओं की मांगो को लेकर पारिजात चौक पर धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में एक ग्यारह सूत्रीय मांग पत्र मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं प्रदेश के शिक्षा मंत्री को भेजा गया है। छात्र हितों की इन मांगों को नहीं माना गया तो विद्यार्थी परिषद की ओर से 3 सितंबर को पंचकूला में उच्चतर शिक्षा विभाग कार्यालय पर प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान मुख्य रुप से एबीवीपी के विभाग संगठन मंत्री बलजीत यादव, प्रांत सह-मंत्री गौरव कादयान व प्रांत संयोजक कृषि आयाम प्रवीण गिल उपस्थित रहे। एबीवीपी के जिला संयोजक विकास बामल व नगर मंत्री विनय भारद्वाज ने बताया कि छात्र हितों की इन मांगों को पूरा कराने के लिए एबीवीपी द्वारा पूरे प्रदेश में आंदोलन किया जाएगा। प्रदर्शन में डा विनय अहलावत, जिला संयोजक विकास बामल, नगर मंत्री विनय भारद्वाज, जिला एसएफडी संयोजक प्रवीण शर्मा, हांसी नगर मंत्री बेबी कुमारी, बरवाला नगर मंत्री अजय खटकड़, नगर सह-मंत्री प्रदीप राजली, जिला एसएफएस संयोजक अजय दलाल आदि उपस्थित रहे। छात्रों की यह हैं समस्याएं
विकास बामल व विनय भारद्वाज के अनुसार पिछले वर्ष सरकार द्वारा विभिन्न कोर्सों की फीस में बढ़ोत्तरी की गई थी, जिसका एबीवीपी ने पुरजोर विरोध किया था। इसके बाद उच्चतर शिक्षा विभाग द्वारा एक पत्र के माध्यम से जिन विद्यार्थियों से बढ़ी हुई फीस ली गई थी, उनको 15 दिन में वापस करने का निर्देश दिया था। मगर आज तक प्रदेश के 50 फीसद से ज्यादा संस्थानों ने फीस वापस नहीं की है। इसके अलावा आगामी सत्र में विद्यार्थी महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों की बहुत सारी सुविधाओं का उपयोग नहीं कर रहे हैं, इसलिए उसी अनुपात में उनकी फीस में भी कटौती की जाए, शिक्षा शुल्क किस्तों में जमा कराने की सुविधा विद्यार्थियों और अभिभावकों को दी जाए। 15 दिन पहले परीक्षा की मिले सूचना
परीक्षाओं से संबंधित सूचना विद्यार्थियों को 15 दिन पूर्व दी जाए, अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा ऑफलाइन के साथ ऑनलाइन भी ली जाए। संबंधित सभी समस्या दूर की जाए और ऑनलाइन परीक्षा ली जाती हैं तो पहले मॉक टेस्ट आयोजित किया जाए। प्रत्येक जिला केंद्र पर परीक्षा से सम्बंधित समस्याओं को दूर करने के लिए जिला को-ऑर्डिनेटर नियुक्त किये जाए। रिअपीयर के विद्यार्थियों के लिए किसी भी नोटिफिकेशन में स्थिति स्पष्ट नहीं की गई है, इसलिए स्थिति को स्पष्ट किया जाए।
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