हांसी में पुराने हमले केस में गिरफ्तारी पर हुआ बवाल, पुलिस और परिजनों में हाथापाई; छत से कूदा आरोपी महिला का पति
हांसी में पुलिस टीम पर हमले के पुराने मामले में एक महिला को गिरफ्तार करने गई पुलिस को विरोध का सामना करना पड़ा। महिला के पति ने छत से छलांग लगा दी, जि ...और पढ़ें
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हांसी में पुराने हमले केस में गिरफ्तारी पर हुआ बवाल, पुलिस-परिजनों में हाथापाई।
संवाद सहयोगी, हांसी। पुलिस टीम से मारपीट के एक पुराने मामले में रविवार को एक आरोपित महिला को गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस को कड़े विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान महिला के परिजनों और पुलिस टीम के बीच जमकर कहासुनी और हाथापाई हो गई। इसी अफरातफरी के बीच महिला का पति मकान की छत से नीचे कूद गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस कर्मचारियों ने उसे धक्का दिया, जबकि पुलिस ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। वहीं, घटना के बाद घायल व्यक्ति को तुरंत हांसी के नागरिक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसके दोनों पैरों में गंभीर चोटें पाई। हालत नाजुक होने के चलते उसे हिसार रेफर कर दिया गया। फिलहाल पुलिस आरोपिता महिला से पूछताछ कर रही है और पूरे मामले की जांच की जा रही है।
दरअसल, यह मामला करीब दो महीने पहले का है, जब हिसार जीआरपी की टीम हांसी के गैस एजेंसी रोड निवासी आर्यन नामक युवक को ट्रेन में एक यात्री से करीब 8 लाख रुपये का सोना चोरी करने के मामले में गिरफ्तार करने पहुंची थी। उस समय पुलिस को आर्यन की लोकेशन गर्ग अस्पताल के पास मिली थी।
जैसे ही पुलिस ने उसे पकड़ने का प्रयास किया, मौके पर मौजूद लोगों ने पुलिस टीम पर हमला कर दिया। दर्जन भर लोगों ने एकजुट होकर पुलिसकर्मियों को घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी थी। इस हमले में जीआरपी हिसार के एसएचओ, दो महिला पुलिसकर्मियों समेत कुल नौ पुलिसकर्मी घायल हुए थे। वहीं, इसी हमले के मामले में सुदेश नामक महिला के खिलाफ बस स्टैंड चौकी में केस दर्ज किया गया था।
रविवार सुबह चौकी इंचार्ज जोगिंदर सिंह पुलिस टीम के साथ आरोपिता सुदेश को गिरफ्तार करने के लिए कुंदनापुर रोड स्थित एक मकान में पहुंचे। वहां उन्हें सुदेश का जेठ मिला, जिसने बताया कि सुदेश और उसका पति जगदीश करीब दो महीने पहले मकान खाली कर चुके हैं। पुलिस को इस बयान पर संदेह हुआ, जिसके बाद टीम ने मकान की पहली मंजिल पर बने कमरे की जांच की।
वहां सुदेश और उसका पति जगदीश मौजूद मिले। चौकी इंचार्ज के अनुसार, इस दौरान सुदेश ने पुलिस के साथ गलत व्यवहार किया और अपशब्द कहे। महिला पुलिसकर्मियों की मदद से जब सुदेश को नीचे ले जाया जा रहा था, तभी अचानक जगदीश मकान की छत से कूद गया, जिससे वह घायल हो गया।
वहीं, मामले में आरोपिता सुदेश ने बताया कि वह कमरे के अंदर थी और उसे इस बात की जानकारी नहीं है कि उसके पति को किसी ने धक्का दिया या उसने खुद छलांग लगाई। दूसरी ओर, महिला के परिजन पुलिस पर धक्का देने का आरोप लगा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि धक्का देने का आरोप पूरी तरह निराधार है और उन्हें जगदीश के कूदने की पहले से कोई जानकारी नहीं थी। फिलहाल मामले की जांच जारी है।

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