हिसार गौरव नाम के क्लोन भैंसे के सीमन से तैयार किए मुर्राह नस्ल के हुबहू 25 भैंस और झोटे
शोधार्थियों ने हिसार गौरव यानी क्लोन मुर्राह झोटा के सीमन से एक दो नहीं बल्कि 25 भैंस-झोटे (मेल-फीमेल) तैयार कर दिए हैं। इस झोटे का नाम है हिसार गौरव है।
हिसार [पवन सिरोवा] अभी तक आपने फिल्मों में ही क्लोन से उसका हमशक्ल तैयार होते देखा होगा, लेकिन हिसार के शोधकर्ताओं ने इन फिल्मी कहानियों को सच कर दिखाया है। फर्क सिर्फ इतना है कि उन्होंने मानव के नहीं, बल्कि पशु के क्लोन से दूसरे हुबहू पशु तैयार किए हैं। शोधार्थियों ने हिसार गौरव यानी क्लोन मुर्राह झोटा के सीमन से एक दो नहीं बल्कि 25 भैंस-झोटे (मेल-फीमेल) तैयार कर दिए हैं। इस झोटे का नाम है हिसार गौरव है।
यह सफल शोध केंद्रीय भैंस अनुसंधान संस्थान (सीआइआरबी) के शोधार्थियों ने किया है। सीआइआरबी के वैज्ञानिक डा. नरेश सेलोकर ने बताया कि हमने हिसार और सिरसा की भैंसों पर हिसार गौरव के सीमन का प्रशिक्षण किया। अब तक जन्में 25 पशुओं में 40 फीसद झोटे और 60 फीसद भैंस पैदा हुई है।
देश के सर्वश्रेष्ठ क्वालिटी के झोटे के क्लोन से एक लाख से अधिक टीके होंगे तैयार
सीआइआरबी के विभागाध्यक्ष डा. आर के शर्मा ने बताया कि भैंस के शरीर क्रिया और प्रजनन विज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहे है। मुर्राह झोटों से हम करीब एक लाख वीर्य टीके का उत्पादन करेंगे। जिससे 60 हजार से अधिक बच्चे पैदा हो पाएंगे। इन टीकों से पैदा होने वाली भैंस मूल्यवान होंगी। वे शारीरिक रूप से सुंदर और दूध के मामले में भी बेहतर होगी।
कम दूध देने वाली भैंस की आबादी होगी अपग्रेड
हिसार गौरव के सीमन के माध्यम से आगामी समय में कम दूध देने वाली भैंसों की आबादी अपग्रेड होगी। ये झोटे मूल्यवान हैं। उनका सीमन से अधिक दूध देने वाली भैंस तैयार होगी। जिससे देश में इनकी संख्या बढ़ेगी। यह तकनीकी आगामी समय में दूसरे पालतू पशुओं में भी प्रयोग करके देखेंगे। तकनीक उनमें भी इसी प्रकार सफल रही तो आगामी समय में पशुपालकों के लिए नया युग होगा।
हिसार में क्लोन से तैयार 10 झोटे
सीआइआरबी क्लोन तैयार करने में लगी हुई है। डा. नरेश के अनुसार, क्लोन के किसी भी बेहतर क्वालिटी के पशु के शरीर का कोई टुकड़ा लिया जाता है और उसके माध्यम से बच्चा तैयार किया जाता है। यह बच्चा सीमन यानी वीर्य से नहीं, बल्कि शरीर के अंग से पैदा होता है। यानि क्लोङ्क्षनग द्वारा किसी कोशिका, कोई अन्य जीवित हिस्सा या एक संपूर्ण जीव के शुद्ध प्रतिरूप का निर्माण होता है। इससे उन पशु की क्वालिटी उन बच्चे में आती है। सीआइआरबी में इस समय 10 क्लोन झोटे है। 15 तक इनकी संख्या बढ़ाने पर कार्य हो रहा है।
------क्लोन के सीमन से बेहतर क्वालिटी के पशु तैयार की जाए सकेंगे। इसमें हमारी टीम सफल रही है। सभी शोधार्थियों और वैज्ञानिकों को उनके कार्य के लिए बधाई देता हूं।
- एसएस दहिया, निदेशक, सीआइआरबी हिसार।
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