गोत्र विवाद का पटाक्षेप: बूरा-सांगा गोत्र में अब हो सकेंगे रिश्ते
फोटो न.:- 17 एचआइएस 53 कैप्शन:-बरवाला : राजली में आठ गावों की महापंचायत में उपस्थित बूरा गौत्र के
फोटो न.:- 17 एचआइएस 53
कैप्शन:-बरवाला : राजली में आठ गावों की महापंचायत में उपस्थित बूरा गौत्र के लोग
फोटो न.:- 17 एचआइएस 54
फोटो कैप्शन:-बरवाला : बूरा खाप के प्रधान हरनारायण बूरा पत्रकारों को फैसले से अवगत कराते
संवाद सहयोगी, बरवाला :
सुलखनी गाव के सागा गोत्र के एक युवक के बूरा गोत्र की युवती से हुए विवाह ने बरसों पुराने भाईचारे को अब रिश्तेदारी में बदल दिया है। इतना ही नहीं बूरा गोत्र के प्रमुख लोगों ने भी यह निर्णय लिया कि वर्तमान हालात में इस मामले को तूल देना ठीक नहीं है। वीरवार को राजली में हुई आठ गांव की पंचायत में फैसला लिया गया कि बूरा-सांगा गोत्र में अब विवाह हो सकेंगे। महापंचायत की अध्यक्षता बूरा गोत्र के प्रधान हरनारायण बूरा ने की।
पिछले दिनों मास्टर बलवंत सिंह के परिवार में हुई शादी के बाद उपजे गोत्र विवाद के बाद वीरवार को गाव राजली के तालाब किनारे अखाड़े वाले मंदिर में बूरा गोत्र के आठ गाव घिराय, राजली, मिर्चपुर,खरकड़ी, खानपुर, ढ़ाड, बधावड़ व गुराना की महापंचायत हुई। इसमें सुलखनी में सांगा गोत्र के लड़के से बूरा गोत्र की लड़की के हुए विवाह को मान्यता दे दी। विवाह को मान्यता देने के साथ ही भविष्य के लिए इन दोनों गोत्रों ने रिश्तो को खोलते हुए सभी प्रकार के विवादों पर विराम लगा दिया।
बूरा गोत्र के प्रधान हर नारायाण ने कहा कि महापंचायत ने भविष्य के लिए भी बूरा गोत्र व सागा गोत्र में रिश्ते खोल दिए है। उन्होंने कहा कि लगभग 250-300 वर्षो से सागा व बूरा गोत्रो में रिश्ते नहीं हो रहे थे। वर्तमान परिस्थितियो को देखते हुए अब वो इस मामले को तूल नहीं देना चाहते और ना ही इस रिश्ते को तुड़वाना चाहते है। पहले भाईचारा था अब यह भाईचारा रिश्तेदारी में बदल गया है।
सर्व बूरा खाप के प्रदेश प्रवक्ता मा. बलवन्त बूरा ने पत्रकारों को बताया कि सुलखनी में हुए रिश्ते को महापंचायत ने मान्यता दे दी है। अब दोनों गोत्रो में कोई विवाद नहीं है।
उल्लेखनीय है कि सुलखनी गाव के सागा गोत्र के युवक का कैथल के सारन गाव के बूरा गोत्र की युवती से विवाह हुआ था। बूरा और सागा गोत्र के इन नौ गावों में बरसो पुराना भाईचारा है और इसी तर्क के आधार पर मंगलवार को सुलखनी गाव में नौ गावो की महापंचायत हुई थी। इस महापंचायत में यह फैसला लिया गया था कि सागा गोत्र के युवक का बूरा गोत्र की युवती के साथ हुए रिश्ते को तोड़ा जाए अन्यथा सागा गोत्र का बूरा गोत्र से नाता तोड़ दिया जायेगा। इस दौरान युवक के पिता ने पंचायत से माफी तो माग ली थी लेकिन रिश्ता नही तोड़ने की बात कही थी। इस अवसर पर मास्टर जयपाल सिंह, पृथ्वी सिंह बूरा खरकड़ी, पूर्व सरपंच बसाऊ राम ढ़ाड,पूर्व सरपंच गुराना बारू राम, रण सिंह मिर्जपुर, पूर्व सरपंच खानपुर रमेश कुमार, अजीत खरकड़ी, प्रताप बूरा बधावड व प्रवक्ता मा.बलवन्त बूरा समेत अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
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