शपथ फर्जी, जन्मतिथि में बदलाव की अर्जी
- नगर निगम ने पकड़े 35 केस, जन्म-मृत्यु ब्रांच को जांच के आदेश - आरोपी क्लर्क भूमिगत, डीसी को भेजी ...और पढ़ें

- नगर निगम ने पकड़े 35 केस, जन्म-मृत्यु ब्रांच को जांच के आदेश
- आरोपी क्लर्क भूमिगत, डीसी को भेजी रिपोर्ट, दूसरे की भेजी डिमांड
जागरण संवाददाता, हिसार : नगर निगम में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनवाने वालों की लाइन लगी हुई है। रोजाना लोग फर्जी शपथ देकर प्रमाण-पत्रों में तिथि बदलवाने के लिए अर्जी दे रहे हैं। अभी तक निगम प्रशासन फर्जी शपथ-पत्र देने वाले 35 केस पकड़ चुका है। यह मामला उक्त ब्रांच से होता हुआ अब निगम सचिव तक पहुंच गया है। इन्होंने संबंधित ब्रांच प्रभारी को उपरोक्त केसों की सूची तैयार करने व पुराने पत्रों की पुन: जांच के आदेश दिए हैं।
बता दें कि लोग जन्म प्रमाण-पत्रों में तिथि इसलिए कम या ज्यादा करवाते हैं, ताकि खेलों में भाग लेने, नौकरी पाने और पासपोर्ट बनवाना आसान हो जाए। खेलों में जहां अंडर 18,19 इत्यादि वर्गो में भाग लेने के लिए फर्जीवाड़ा किया जाता है, वहीं सरकार नौकरी पाने के लिए उम्र को कम दिखाने के लिए फर्जी प्रमाणपत्र तैयार होता है।
वैसे भी भिवानी में फर्जी प्रमाण-पत्र का भंडाफोड़ होने और उसके बरवाला-हिसार नगर निगम से तार जुड़ने के बाद स्पष्ट है कि उक्त काम में फर्जीवाड़ा जमकर हो रहा है। कर्मचारी पांच से दस हजार रुपये लेकर फर्जी प्रमाण-पत्र बना रहे हैं।
आरोपी की रिपोर्ट डीसी को भेजी
निगम प्रशासन ने आरोपी क्लर्क विरेंद्र के गैर हाजिरी रहने की रिपोर्ट डीसी और एनआईसी विभाग को भेजी है। उनसे क्लर्क विरेंद्र की अनुपस्थिति में कर्मचारी उपलब्ध करवाने के लिए कहा है ताकि प्रमाण-पत्र तैयार करने का काम ना रुके। इसके अलावा एनआइसी नोडल ऑफिसर को मामले से अवगत कराया गया है।
प्रमाण-पत्रों की जांच शुरू
जन्म-मृत्यु ब्रांच में हाल ही में जिन प्रमाण-पत्रों में जन्म तिथि को ठीक करवाया गया है, उनकी जांच होगी। इस दौरान जन्म तिथि का निगम प्रशासन सत्यापन भी करेगा। अगर फर्जीवाड़ा साबित हुआ तो धोखाधड़ी व जालसाजी सहित अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज होगा।
दाई से दिलवा रहे शपथ-पत्र
जन्म-मृत्यु ब्रांच प्रभारी सुरेश फौजी ने अधिकारियों को बताया कि लोग जन्म तिथि बदलवाने के लिए दाई से फर्जी शपथ लेकर आ रहे हैं। कोई स्कूल से तो कई अस्पतालों से गलत शपथ पत्र लाकर प्रमाण-पत्र बनवाना चाह रहे हैं लेकिन ब्रांच कर्मी तुरंत फर्जीवाड़ा पकड़ लेते हैं।
फर्जीवाड़े पर लगेगा अंकुश
फर्जी जन्म-मृत्यु प्रमाण-पत्र बनाने पर अंकुश लगाया जाएगा। यह सुनिश्चित करेंगे कि फर्जी शपथ-पत्र ना बने। इस संबंध में ब्रांच प्रभारी को सख्त दिशा-निर्देश दिए हैं। अभी तक जिन्होंने शपथ-पत्र देकर तिथि बदलवाई है, उनकी पुन: जांच कर रहे हैं।
'विरेंद्र सिंह, सचिव नगर निगम'।

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