बारिश के बाद औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव से परेशानी
साइबर सिटी में सोमवार की सुबह हुई भारी बारिश के बाद औद्योगिक क्षेत्रों की सड़कों पर पानी भर गया। इस कारण यहां आने-जाने वालों को परेशानी हुई। उद्यमियों का कहना है कि पिछले दो माह से उद्योग जगत की ओर से लगातार मांग की जा रही है कि बारिश के दिनों में औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव नहीं हो इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर उचित व्यवस्था की जाए। इसके बावजूद इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : साइबर सिटी में सोमवार की सुबह हुई भारी बारिश के बाद औद्योगिक क्षेत्रों की सड़कों पर पानी भर गया। इस कारण यहां आने-जाने वालों को परेशानी हुई। उद्यमियों का कहना है कि पिछले दो माह से उद्योग जगत की ओर से लगातार मांग की जा रही है कि बारिश के दिनों में औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव नहीं हो, इसे लेकर प्रशासनिक स्तर पर उचित व्यवस्था की जाए। इसके बावजूद इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। बारिश के बाद सेक्टर-37, आइडीसी, कादीपुर और बसई औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव से संकट खड़ा हो गया है।
फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री, हरियाणा के महासचिव दीपक मैनी का कहना है कि बारिश के दिनों में जिले के औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव की समस्या पुरानी है। इस ओर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उनका कहना है कि यदि सेक्टर-37 औद्योगिक क्षेत्र की बात की जाए तो यहां सीवर ओवरफ्लो और बारिश का पानी आपस में मिलकर इस औद्योगिक क्षेत्र के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर देते हैं। जब उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बारिश के दिनों में जलभराव संभावित क्षेत्रों का दौरा किया था। उसी समय मांग की गई थी कि औद्योगिक क्षेत्रों की ओर भी ध्यान दिया जाए। अफसोस की बात है कि ऐसा कुछ नहीं किया गया। इसी का परिणाम है कि सोमवार की बारिश में औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति खराब हो गई।
आइएमटी इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, मानेसर के अध्यक्ष पवन यादव का कहना है कि आइएमटी मानेसर के सेक्टर-छह और सेक्टर-तीन में बारिश के दिनों में जलभराव हो जाता है। इस कारण सेक्टर-चार से लेकर सेक्टर-आठ तक की सड़कों पर बारिश के दौरान भारी जाम लग जाता है। मानेसर नगर निगम बन गया है इसके बावजूद नगर निगम के अधिकारियों ने जलभराव संभावित स्थानों की न तो कोई पहचान की है और न ही जलभराव को रोकने का कोई उचित प्रबंध किया है।
औद्योगिक क्षेत्रों में बिजली संकट जारी :
औद्योगिक क्षेत्रों में लंबे समय में बिजली संकट जारी है। सोमवार को आई आंधी और बारिश के बिजली संकट में और वृद्धि हो गई है। रात में तो बिजली ठीक से नहीं मिलती है, अब दिन में भी इसका इंतजार करना पड़ता है। दिन में जो बिजली मिलती थी वह भी बारिश के कारण बाधित है। सोमवार को 60 प्रतिशत से अधिक औद्योगिक उत्पादन प्रभावित हुआ है।

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