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    इस बार फिर महिला मेयर के हाथ सदन की कमान

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 28 May 2022 06:21 PM (IST)

    साइबर सिटी में लगातार दूसरी बार निगम सदन की कमान महिला मेयर के हाथ होगी। फरीदाबाद सोनीपत में भी मेयर पद महिला के लिए आरक्षित किया गया है लेकिन गुरुग्र ...और पढ़ें

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    इस बार फिर महिला मेयर के हाथ सदन की कमान

    संदीप रतन, गुरुग्राम :

    साइबर सिटी में लगातार दूसरी बार निगम सदन की कमान महिला मेयर के हाथ होगी। फरीदाबाद, सोनीपत में भी मेयर पद महिला के लिए आरक्षित किया गया है, लेकिन गुरुग्राम में महिला लगातार दूसरी बार मेयर की कुर्सी पर आसीन होगी। इससे पहले 2017 के निगम चुनाव में मेयर का पद अनुसूचित जाति की महिला के लिए आरक्षित किया गया था। खास बात ये है कि गुरुग्राम में वर्तमान में तीनों मेयर महिलाएं हैं। मेयर मधु आजाद, सीनियर डिप्टी मेयर प्रोमिला कबलाना और डिप्टी मेयर सुनीता यादव के अलावा आधा सदन महिलाओं का है, कुल 35 पार्षदों में से 17 महिला पार्षद हैं। बता दें कि इसी साल दो नंवबर को पार्षदों का कार्यकाल खत्म हो रहा है। इसके बाद नगर निगम के चुनाव करवाए जाने हैं, जिसके लिए निगम क्षेत्र में आबादी आधारित वार्डबंदी सर्वे चल रहा है। जून महीने में यह सर्वे पूरा होने की उम्मीद है।

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    दावेदारों की उम्मीदों पर फिरा पानी चुनाव अगले साल 2023 में ही होने की उम्मीद है। लेकिन चुनावी रण में उतरने से पहले कई भावी प्रत्याशियों ने अभ्यास शुरू कर दिया था। लगभग चार महीने पहले ही ट्विटर के अलावा फेसबुक सहित अन्य डिजिटल माध्यमों से दावेदारी ठोकी जा रही थी। कभी जनता के बीच नजर नहीं आने वाले भी कालोनियों की समस्या खूब उजागर कर रहे थे। कभी अपने कार्यालयों में कैंप लगाकर समस्या सुनने तो कभी धरने-प्रदर्शन में हाजिरी लगाकर खूब वाहवाही भी बटोरी, लेकिन अचानक सीट महिला के लिए आरक्षित होने से दावेदारों को तगड़ा झटका लगा है।

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    टिकट के लिए मची थी होड़

    दूसरी राजनीतिक पार्टियां मेयर पद या नगर निगम चुनाव को लेकर अब तक कुछ खास दिलचस्पी नहीं दिखा रही थी, लेकिन भाजपा में ही कई दावेदार सक्रिय हो गए थे। मेयर महिला का पद आरक्षित होने की घोषणा के साथ ही अब नए चेहरे इस कुर्सी के लिए मैदान में होंगे। वर्तमान महिला पार्षदों की बात करें तो एक या दो को छोड़कर बाकी की मेयर चुनाव लड़ने में दिलचस्पी नहीं है।