अमेरिका के गांवों में शौचालय बनाएगा सुलभ इंटरनेशनल
आदित्य राज, गुरुग्राम आर्थिक व सैन्य शक्ति के मामले में दुनिया में सिरमौर अमेरिका के गांवों ...और पढ़ें

आदित्य राज, गुरुग्राम
आर्थिक व सैन्य शक्ति के मामले में दुनिया में सिरमौर अमेरिका के गांवों में भी सुलभ इंटरनेशनल का कंसेप्ट दिखाई देगा। नए साल में संस्था द्वारा सुलभ शौचालय बनाने का काम शुरू होगा। इस बारे में तैयारी तेजी से चल रही है। यही नहीं आने वाले समय में दुनिया के कई देशों में भी सुलभ शौचालय दिखाई देंगे।
यह जानकारी सुलभ इंटरनेशनल के संस्थापक डॉ. ¨बदेश्वर पाठक ने शनिवार को दैनिक जागरण से बातचीत में दी। वह ताऊ देवीलाल स्टेडियम में आयोजित भोजपुरी महाकुंभ में भाग लेने पहुंचे थे। उन्होंने बताया कि अमेरिका के अधिकतर गांवों में सीवर लाइन की सुविधा नहीं है। सुलभ शौचालय जैसी सुविधा नहीं है। इसे देखते हुए वहां के अधिकारियों ने संपर्क किया था। अमेरिका के कई गांवों का सर्वे संस्था के लोग कर चुके हैं। वहां के लोगों को जब सुलभ शौचालय के बारे में जानकारी दी गई तो वे बहुत उत्साहित हुए। सभी चाहते हैं कि जल्द से जल्द संस्था काम करे। साउथ अफ्रीका के कई शहरों में सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। वहां के लोग काफी प्रभावित हैं। एक जगह का काम देखकर दूसरी जगह के लोग आगे आ रहे हैं।
अपने देश के भीतर काफी जागृति आई है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से देश के भीतर स्वच्छता को लेकर जबरदस्त जागृति आई है। जिस कार्य में वह वर्षों से लगे हैं। उस कार्य को लेकर प्रधानमंत्री की व्यक्तिगत दिलचस्पी से क्रांति आ चुकी है। प्रशासनिक अधिकारियों में बेहतर से बेहतर करने की प्रतियोगिता एक तरह से शुरू हो चुकी है। गांवों के लोगों में भी काफी जागरूकता आई है। लोग अधिकारियों से संपर्क करके शौचालय बनवा रहे हैं। यही नहीं जो लोग झाडू पकड़ने में शर्म महसूस करते हैं वे आज सबसे आगे झाडू लेकर सफाई करते हुए दिखाई देते हैं। यही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का सपना था कि एक-एक व्यक्ति स्वच्छता के ऊपर ध्यान दे। आवश्यकता है कि लोगों के उत्साह को बरकरार रखने की। इसके लिए समय-समय पर ऐसे कार्य किए जाएं जिससे कि स्वच्छता संस्कार के रूप में दिखाई दे।
विदेश में काम करना पहले से अधिक आसान हो गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह से पूरी दुनिया में देश की साख बढ़ी है। इस वजह से दुनिया के किसी भी देश में काम करना आसान हो गया है। पहले भी बहुत अधिक दिक्कत नहीं थी लेकिन अब कहीं कोई बाधा नहीं है। जलवायु परिवर्तन के खिलाफ भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को संदेश दिया है। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन के गठन में प्रधानमंत्री ने अग्रणी भूमिका निभाई। इससे पूरी दुनिया में संदेश गया कि भारत पर्यावरण को लेकर कितना ¨चतित है।

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