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    नए गुरुग्राम में वर्षों से अटके सड़क प्रोजेक्ट अब होंगे पूरे, जमीन का ट्रांसफर शुरू; जानें कौन सी सड़कें बनेंगी

    Updated: Thu, 26 Jun 2025 05:01 PM (IST)

    गुरुग्राम में वर्षों से अटके सड़क, जल आपूर्ति और सीवरेज प्रोजेक्ट्स अब पूरे होने की उम्मीद है। भूमि अधिग्रहण और मिसिंग लिंक के मामले सुलझने के बाद, एचएसवीपी ने जीएमडीए को भूमि हस्तांतरित करना शुरू कर दिया है। जीएमडीए के सीईओ ने अंतर-विभागीय बैठक में इन परियोजनाओं की समीक्षा की और सभी बाधाओं को जल्द दूर करने पर जोर दिया, जिससे सेक्टर 71-73, 88-89 और 62-65 जैसे क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण और सीवरेज व बूस्टिंग स्टेशन की समस्याओं का समाधान तेजी से होगा।

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    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: नए गुरुग्राम में पिछले कई वर्षों से अटके सड़क प्रोजेक्ट अब पूरा होने की उम्मीद जगी है। भूमि अधिग्रहण और मिसिंग लिंक से संबंधित केसों का निपटारा हो चुका है।

    अब हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने भूमि को जीएमडीए को ट्रांसफर करना शुरू कर दिया है ताकि शेष बचे हिस्सों में सड़क निर्माण कार्य तेजी से पूरे हो सकें।

    विभिन्न प्रोजेक्ट की समीक्षा को लेकर गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा ने बुधवार को जीएमडीए कार्यालय में 17वीं समन्वय बैठक की अध्यक्षता की।

    बैठक में कहा- हर बाधा का समाधान जल्द हो

    बैठक में अंतर-विभागीय समन्वय और कार्रवाई की आवश्यकता वाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) की प्रशासक वैशाली सिंह, नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त प्रदीप दहिया, नगर निगम मानेसर के आयुक्त आयुष सिन्हा और जीएमडीए, नगर निगम गुरुग्राम और मानेसर के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

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    जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि जल आपूर्ति, जल निकासी और सीवरेज के बुनियादी ढांचे के साथ-साथ सड़कों के विकास से संबंधित परियोजनाओं में किसी भी बाधा का समाधान जल्द से जल्द किया जाना चाहिए।

    इन सेक्टरों की सड़कें बनेगी

    प्रशासक एचएसवीपी ने कहा कि जीएमडीए द्वारा एचएसवीपी को बताए गए भूमि अधिग्रहण और मिसिंग लिंक से संबंधित सभी मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर लिया जा रहा है, ताकि सड़क, जलापूर्ति, जल निकासी और सीवरेज से संबंधित बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्राधिकरण द्वारा की जा रही परियोजनाओं में तेजी लाई जा सके।

    यह भी कहा गया कि सेक्टर 71-73, 88-89 और 62-65 मास्टर डिवाइडिंग रोड के वह हिस्से जिनकी लंबे समय से मिसिंग लिंक के रूप में पहचान की गई थी, उन्हें भी कोर्ट में समाधान के बाद एचएसवीपी द्वारा जीएमडीए को सौंप दिया गया है।

    क्रीक में नहीं बहाया जाएगा सीवर

    सेक्टर 42 के सीवरेज वेस्ट को क्रीक 1 में अवैध रूप से बहाए जाने से संबंधित समस्या को हल करने के लिए, नगर निगम आयुक्त ने बताया कि निगम द्वारा सेक्टर की आंतरिक सीवर लाइन बिछाने का काम पूरा हो चुका है और जल्द ही उसका कनेक्शन जीएमडीए की मास्टर सीवर लाइन के साथ किया जाएगा ।

    इसके अतिरिक्त, निगम ने जीएमडीए की मास्टर सड़कों पर सीवेज के निर्वहन को रोकने के लिए कादरपुर, बेहरामपुर और उल्लावास गांवों की सीवरेज नेटवर्क बिछाने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई है।

    मानेसर में सीवर ओवरफ्लो की समस्या दूर होगी

    मानेसर नगर निगम आयुक्त ने कहा कि सेक्टर 86-89 डिवाइडिंग रोड पर एचएसवीपी द्वारा बिछाई गई मौजूदा सीवर लाइन तक लगभग 200 मीटर लंबी सीवर लाइन बिछाने का कार्य पूरा होने वाला है।

    इसे एचएसआइआइडीसी द्वारा बिछाई गई ड्रेन के साथ जोड़ा जाएगा ताकि आसपास के गांवों से सीवर ओवरफ्लो की समस्या का समाधान हो सके

    बूस्टिंग स्टेशन होंगे चालू

    जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त से कहा कि निगम के अंतर्गत आने वाले सभी बूस्टिंग स्टेशनों को शुरू किया जाना चाहिए।

    साथ ही जीएमडीए या निगम मास्टर वाटर सप्लाई पाइपलाइनों पर किए गए अवैध कनेक्शनों को काटा जाना चाहिए, ताकि शहर में पानी की समान, नियंत्रित और विनियमित आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके।

    उन्होंने कहा कि बूस्टिंग स्टेशनों की दक्षता का आंकलन करने के लिए दोनों विभागों के संबंधित अधिकारियों द्वारा संयुक्त दौरा किया जाना चाहिए।

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