सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके शरण्ये त्रयम्बके गौरी नारायणी नमस्तुते..
सबहेड- मंदिरों में भजन कीर्तन का कार्यक्रम, कई मंदिरों में शनिवार को शुरू होगा अखंड र
सबहेड- मंदिरों में भजन कीर्तन का कार्यक्रम, कई मंदिरों में शनिवार को शुरू होगा अखंड रामायण का पाठ
-सेक्टर चार श्री राम मंदिर, गौशाला मैदान राधा कृष्ण मंदिर में श्री राम कथा
- सेक्टर सात एक्सटेंशन पार्क, सेक्टर 15 पार्ट वन राधा कृष्ण मंदिर मैदान और दयानंद कॉलोनी शिव हनुमान मंदिर में श्रीमछ्वागवत कथा
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम : सर्व मंगल मांगल्ये शिवे सर्वार्थ साधिके, शरण्ये त्रयंबके गौरी नारायणी नमस्तुते . । मां दुर्गा की स्तुति के ये मंत्र चहुंओर गूंज रहे हैं। शुक्रवार को शहर के श्रद्धालुओं ने मां के छठे रूप कात्यायनी दुर्गा का पूजन किया। शहर के मंदिरों में एक ओर जहां सुबह दुर्गा सप्तशती के मंत्र गूंज रहे हैं वहीं शाम में महिलाएं भजन कीर्तन में जुटी है। श्री माता शीतला के मंदिर में दूर-दूर से आकर श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं। मंदिर प्रबंधन शनिवार और रविवार को श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि के अनुमान से तैयारी कर रहे हैं।
मंदिर के चौकी इंचार्ज राजेंद्र कुमार ने बताया कि अभी लोग आराम से दर्शन कर पा रहे हैं लेकिन चैत्र मेले के दौरान यह अनुभव है कि शनिवार की रात दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं। यह संख्या रविवार और सोमवार तक बनी रहती है। इस दौरान पुलिस को ज्यादा सक्रिय रहने की जरूरत है। अभी तक किसी किस्म की कोई अव्यवस्था नहीं हुई है। मंदिर में लोग आराम माता के दर्शन कर पा रहे हैं।
मंदिर परिसर स्थित ब्रह्मसरोवर के पास लोग अपने बच्चों के मुंडन भी करा रहे हैं। माता ¨चतपूर्णी मंदिर, सुदर्शन मंदिर, प्रेम मंदिर, श्री राम मंदिर समेत अन्य मंदिरों में लोगों ने माता के दर्शन किए।
कई मंदिरों में शनिवार को अखंड रामायण का पाठ शुरू हो जाएगा। इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन मनाई जाएगी। 25 मार्च को राम नवमी का त्योहार धूमधाम से मनाए जाने की तैयारी है। शक्तिपीठ मंदिर में रविवार की सुबह सुंदर कांड का पाठ और भंडारा किया जाएगा।
दयानंद कॉलोनी स्थित शिव हनुमान मंदिर परिसर में 24 मार्च से श्री मछ्वागवत कथा होगी। इसके पहले अखंड रामायण का पाठ मंदिर में होगा। पं.अमरचंद भारद्वाज ने कहा कि शास्त्रों के के अनुसार पार्वती शक्ति के छठवें रूप में है। संस्कृत शब्दकोश में उमा, कात्यायनी, गौरी, काली, हेमावती, इस्वरी इन्हीं के अन्य नाम हैं। शक्तिवाद में उन्हें शक्ति या दुर्गा जिसमें भद्रकाली और चंडिका भी शामिल है, के नाम से प्रचलित हैं। यजुर्वेद के तैत्तरीय अरण्यक में उनका प्रथम उल्लेख किया गया है। स्कंद पुराण में उल्लेख है कि वे परमेश्वर के नैसर्गिक क्रोध से उत्पन्न हुई थीं, जिन्होंने देवी पार्वती द्वारा दी गई सिंह पर आरूढ़ होकर महिषासुर का संहार करती है। हम नौ दिनों तक शक्ति के इन्हीं रूपों की आराधना करते हैं।
रघुनाथ मंदिर में अखंड रामायण पाठ
रामनवमी के मौके पर रोडवेज वर्कशॉप के सामने स्थित रघुनाथ मंदिर में श्री रामचरित मानस का अखंड पाठ शनिवार को शुरू होगा। इस मौके पर राम चरित कथा सुनाई जाएगी। राम दरबार को सुंदर ढंग से सजाया जाएगा। मंदिर के सचिव दीपक वर्मा ने बताया कि शनिवार को सुबह नौ बजे अखंड राम चरित मानस का पाठ होगा और रविवार को सुबह 10 बजे इसका समापन होगा।
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