भारत-नेपाल के बीच बहुत पुराने हैं सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक संबंध: सुजाता कोइराला
नेपाल की पूर्व उपप्रधानमंत्री सुजाता कोइराला ने कहा कि नेपाल में इस समय एक प्रगतिशील सरकार है। इसलिए नेपाल में निवेश का यह अच्छा समय है। उन्होंने कहा ...और पढ़ें

वि, गुरुग्राम: नेपाल की पूर्व उपप्रधानमंत्री सुजाता कोइराला ने कहा कि नेपाल में इस समय एक प्रगतिशील सरकार है। इसलिए नेपाल में निवेश का यह अच्छा समय है। उन्होंने कहा कि भारत और नेपाल का संबंध एतिहासिक है। दोनों देशों के बीच 'रोटी-बेटी का रिश्ता' है। हमारे बीच अनादि काल से सांस्कृतिक, सामाजिक और धार्मिक संबंध हैं। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लुंबिनी की यात्रा की जो काफी लाभप्रद रही। लुंबिनी भगवान बुद्ध का जन्म स्थान है और उन्होंने भारत में बोधिसत्व और परिनिर्वाण प्राप्त किया। हर स्तर पर दोनों देशों का रिश्ता प्राचीन काल से है। प्रभु श्रीराम की नेपाल में ससुराल थी।
सुजाता कोइराला ने यह बातें सेक्टर-50 स्थित एक क्लब में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहीं। यह आयोजन फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (एफआइआइ) की ओर से किया गया। उन्होंने कहा कि श्रीराम का जन्म स्थान अयोध्या नेपाल के लिए भी एक महत्वपूर्ण पूजा स्थल है।
अपने पिता गिरिजा प्रसाद कोइराला (पूर्व प्रधानमंत्री) का जिक्र करते हुए सुजाता ने कहा कि वर्ष 1991 से 2008 तक कई बार प्रधानमंत्री रहे। उन्होंने अपने अंतिम दिनों में उनसे भारत-नेपाल के बीच संबंधों को सुधारने की दिशा में काम करने का वादा लिया था। सुजाता ने कहा कि आज वही काम वह कर रही हैं। उन्होंने बुनियादी ढांचे, बिजली, पर्यावरण, स्वास्थ्य, जैव प्रौद्योगिकी, आटोमोबाइल, कौशल विकास और शिक्षा के क्षेत्र में संबंधों को मजबूत करने पर बल दिया।
इस अवसर पर एफआइआइ के प्रबंध निदेशक दीपक जैन और एफआइआइ के अंतरराष्ट्रीय मामलों की कमेटी के अध्यक्ष हितेंद्र मेहता भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि दोनों देश समान ²ष्टि और चिताओं को साझा करते हैं। उन्होंने उद्यमियों से नेपाल में निवेश करने को कहा।
इस मौके पर दीपक जैन को गिरिजा प्रसाद कोइराला फाउंडेशन नेपाल के इंडियन चैप्टर के अध्यक्ष चुने गए। इस अवसर पर नेपाली कांग्रेस के युवा नेता भरत सपकोटा, एफआइआइ हरियाणा के अध्यक्ष हरभजन सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।