गुरुग्राम से उभरा स्टार्टअप टेक्नोलाजी से बचा रहा बिजली
प्रदेश सरकार द्वारा नेशनल एसोसिएशन आफ साफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नेस्काम) के सहयोग से गुरुग्राम में सेंटर आफ एक्सिलेंस (इंटरनेट आफ थिग्स एंड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) का संचालन किया जा रहा है।
यशलोक सिंह, गुरुग्राम
प्रदेश सरकार द्वारा नेशनल एसोसिएशन आफ साफ्टवेयर एंड सर्विसेज कंपनीज (नेस्काम) के सहयोग से गुरुग्राम में सेंटर आफ एक्सिलेंस, (इंटरनेट आफ थिग्स एंड आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) का संचालन किया जा रहा है। इसके माध्यम से प्रदेश सरकार द्वारा स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जा रहा है। यहीं से निकले पी. सेंस टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड नाम का स्टार्टअप बिजली बचाने की टेक्नोलाजी लेकर आया है। इसके माध्यम से कामर्शियल और औद्योगिक प्रतिष्ठानों की बिजली को बचाकर उसका बिल घटाएगा। इसे लेकर कंपनी ने एक उपकरण तैयार किया है, जिसे विरो-8 का नाम दिया गया है। इसके प्रति देश की कारपोरेट कंपनियों का आकर्षण बढ़ता जा रहा है।
पी. सेंस टेक्नोलाजी के अधिकारियों का कहना है कि उनके द्वारा तैयार किया गया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग युक्त उपकरण कामर्शियल और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में बिजली की खपत व वहां के तापमान का रियल टाइम निरीक्षण करेगा। इससे प्राप्त डाटा के आधार पर वह बिजली की खपत का निरीक्षण भी करेगा। यही नहीं कंपनी द्वारा ऐसा एयर प्यूरीफायर तैयार किया गया है जो कोविड-19 वायरस को खत्म भी करेगा।
वीरो-8 से अस्पतालों, कार्यालयों व मल्टीप्लेक्स के बिजली के बिल को कम किया जा सकता है। वीरो-8 के सेंसर को किसी बिल्डिग में लगे एयरकंडीशन से कनेक्ट करने पर यह जरूरत के हिसाब से उसके तापमान को सेट कर देता है। मनुष्य का शरीर 21.5 से 26.8 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच स्वयं को बेहतर महसूस करता है। अक्सर कामर्शियल और औद्योगिक प्रतिष्ठानों में एयरकंडीशन सहित बिजली के अन्य उपकरण आवश्यक्ता नहीं होने पर भी अपनी पूरी क्षमता से काम करते हैं। इस कारण बिजली का बिल भी अधिक आता है। वीरो-8 द्वारा बिल को कम करने में मदद मिलती है। इस उपकरण के लगने से 15 से 20 प्रतिशत बिजली का बिल कम हो जाता है।
पी. सेंस टेक्नोलाजी द्वारा विकसित वीरो-8 को लेकर हारट्रोन के एमडी धम्मपाल चौहान ने सराहना की है। उनका कहना है कि स्टार्टअप को बड़े उद्योग में बदलने को लेकर हारट्रोन का प्रयास सफल होने लगा है। वीरो-8 जो समाधान लेकर आया है वह क्रांतिकारी है। इस टेक्नोलाजी को चीन, सिगापुर और दक्षिण कोरिया जैसे देशों ने अपनाना शुरू कर दिया है।
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कामर्शियल और औद्योगिक प्रतिष्ठानों के बिजली बिल को घटाने को लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से जो सेंसर तैयार किया गया है वह काफी कारगर है। जेके टायर्स, शापर्स स्टाप व हल्दीराम द्वारा इस उपकरण का इस्तेमाल किया जा रहा है।
अभिनव, सक्सेना, फाउंडर एंड सीईओ, पी. सेंस टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड
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एआइ, मशीन लर्निंग और आइओटी जैसी नई टेक्नोलाजी के जरिए ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से वीरो-8 लाया गया है। ऊर्जा को बचाकर हम ग्लोबल वार्मिंग की समस्या को कम कर सकते हैं।
गौरव कंसल, को-फाउंडर, पी. सेंस टेक्नोलाजी प्राइवेट लिमिटेड