Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    एकजुट हो लोगों ने किया आह्वान अरावली को बचाओ

    By JagranEdited By:
    Updated: Sun, 24 Feb 2019 07:16 PM (IST)

    रविवार को गुरुग्राम के पर्यावरणविद अरावली प्रेमी डीएलएफ व गुरुग्राम के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों ने पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम (पीएलपीए) में बदलाव के लिए प्रस्तावित बिल लाने को लेकर सरकार के खिलाफ गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर पैदल मार्च निकाल अपना विरोध प्रदर्शन किया। इस मार्च में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली व फरीदाबाद से भी लोगों ने हिस्सा लिया। बिल मंजूर होने से अरावली क्षेत्र में निर्माण में लोगों को लाइसेंस मिल जाएंगे जिससे वनक्षेत्र कम हो जाएगा।

    एकजुट हो लोगों ने किया आह्वान अरावली को बचाओ

    संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: रविवार को गुरुग्राम के पर्यावरणविद, अरावली प्रेमी, डीएलएफ व गुरुग्राम के अन्य हिस्सों में रहने वाले लोगों ने पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम (पीएलपीए) में बदलाव के लिए प्रस्तावित बिल लाने को लेकर सरकार के खिलाफ गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड पर मार्च निकाल विरोध प्रदर्शन किया। इस मार्च में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली व फरीदाबाद से भी लोगों ने हिस्सा लिया। बिल मंजूर होने से अरावली क्षेत्र में निर्माण में लोगों को लाइसेंस मिल जाएंगे जिससे वनक्षेत्र कम हो जाएगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें कि पिछले दिनों हुई प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक में पंजाब भूमि संरक्षण अधिनियम बिल संशोधन के लिए बिल पास कर दिया। कयास लगाए जा रहे है कि 5 मार्च को यह बिल विधानसभा में पास करने के लिए रखा जाना है। इस बिल में प्रस्तावित बदलाव को लेकर लोगों ने पैदल मार्च निकाल सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। लोगों की मानें तो अगर यह बिल पास होता है तो गुरुग्राम अरावली समेत लगभग 60 हजार एकड़ जमीन में रियल एस्टेट और माइ¨नग के रास्ते खुल जाएंगे। अगर साफ शब्दों में बात की जाए तो सरकार ने विकास की आड़ में अरावली को बर्बाद करने की प्ला¨नग कर दी है। अकेले गुरुग्राम की अरावली 37,000 एकड़ में फैली हुई है।

    रविवार सुबह 9 बजे ही लोग खुशबू चौक पर एकत्र हो गए और 500 से अधिक लोगों ने पहाड़ी रोड पर पैदल मार्च निकाल अरावली बचाने का आहवान किया। हाथ में स्लोगन लिए लोगों ने कहा कि सांस लेनी है, पानी पीना है तो अरावली को बचाओ, अरावली साफ हवा है, मुफ्त दवा है। जंगल है तो मंगल है, नहीं तो ¨जदगी दंगल है। अरावली गुरुग्राम की लाइफलाइन है। पीएलपीए विकास नहीं विनाश का रास्ता है।

    साचेत ¨सह, गुरुग्राम वॉकर ग्रुप सदस्य यदि प्रस्तावित पीएलपीए बिल पास होता है तो गुरुग्राम अरावली, फरीदाबाद समेत पूरे हरियाणा में रियल एस्टेट और माइ¨नग के रास्ते खुल जाएंगे। यह एक विनाशकारी कदम होगा।

    चेतन अग्रवाल, पर्यावरणविद प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अरावली ही एकमात्र साधन है। इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से हम सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाना चाहते है।

    विनीता ¨सह, पर्यावरणविद यह बिल बिना पब्लिक कंसलटेशन के पास करने की प्रक्रिया चल रही है और सरकार दावा कर रही है कि इससे अरावली की सुरक्षा ओर मजबूत होगी।

    राहुल चंदोला, निवासी डीएलएफ-1 यदि सरकार ने लोगों के विरोध के बाद भी बिल पास किया तो लोगों के पास कानूनी कदम उठाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

    कर्नल सर्वदमन ¨सह ओबराय, पर्यावरण मामलों के जानकार गुरुग्राम में हरे भरे एवं वन क्षेत्र के नाम पर केवल अरावली बची है, यदि यह भी नष्ट हो गई तो गुरुग्राम कंक्रीट का जंगल बन जाएगा।

    आरएस राठी, निगम पार्षद मेरा सरकार से यह प्रश्न है कि विकास के लिए इतना पानी कहां से आएगा। पहले ही गुरुग्राम डार्क जोन में है। शुद्व हवा के लिए अरावली एकमात्र साधा है, अब सरकार इसके पीछे भी पड़ गई।

    आकाश जैन, निवासी सोहना रोड सेव अरावली बैनर तले 20 से अधिक लोगों ने इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया। अरावली एनसीआर निवासियों का जीवन है।

    अरुण गुप्ता, निवासी फरीदाबाद