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    पटौदी रोड से नए गुरुग्राम तक पहुंचना होगा आसान, सेक्टर 85 से 95 तक के सेक्टरों को होगा फायदा

    Updated: Sun, 30 Nov 2025 12:40 PM (IST)

    गुरुग्राम के पटौदी रोड को उन्नत करने की योजना है, जिससे सेक्टर 85 से 95 तक के निवासियों को लाभ होगा। द्वारका एक्सप्रेस वे तक कनेक्टिविटी बेहतर होने से दिल्ली-जयपुर हाईवे पर दबाव कम होगा। एचएसआइआइडीसी द्वारा 2026 तक सड़क को अपग्रेड करने का लक्ष्य है, जिसमें ड्रेनेज और सीवर नेटवर्क का निर्माण भी शामिल है। जर्जर सड़क और जलभराव की समस्या से लोगों को निजात मिलेगी।

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    लगभग दस साल से सड़क जर्जर पड़ी पटौदी रोड पर इस तरह गलत दिशा में चलने को मजबूर है वाहन चालक। जागरण

    संदीप रतन, गुरुग्राम। उमंग भारद्वाज चौक से द्वारका एक्सप्रेस वे तक पटौदी रोड को अपग्रेड करने और इससे आगे पटौदी–रेवाड़ी राजमार्ग (एनएच-352 डब्ल्यू) के इस साल के अंत तक तैयार होने के बाद दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसंरचना विकास निगम (एचएसआइआइडीसी) द्वारा ग्लोबल सिटी को लेकर पटौदी रोड को दोबारा बनाने का काम जल्द शुरू होगा।

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    इसके लिए एचएसआइआइडीसी ने डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। अधिकारियाें का दावा है कि वर्ष 2026 में इस सड़क को अपग्रेड कर दिया जाएगा। खास बात यह है कि लगभग छह किलोमीटर लंबी सड़क पर ड्रेनेज-सीवर नेटवर्क बिछाने का काम पहले पूरा होगा ताकि बाद में कोई परेशानी न हो।

    लगभग दस साल से सड़क जर्जर पड़ी हुई है और आवाजाही के लायक नहीं होेने के कारण वाहन चालक परेशान हो रहे थे। रात के समय यहां पर लाइटों का भी कोई प्रबंध नहीं है और अंधेरा रहता है। उमंग भारद्वाज चौक से गाडौली कलां और गाडौली खुर्द से भी आगे द्वारका एक्सप्रेस वे तक सड़क में गहरे गड्ढे हो चुके हैं।

    पिछले दिनों नगर निगम ने सड़क मरम्मत की योजना बनाई थी, लेकिन द्वारका एक्सप्रेस किनारे प्रस्तावित ग्लोबल सिटी विकसित की जानी है। इसकी कनेक्टिविटी पटौदी रोड से होगी। ऐसे में एचएसआइआइडीसी ने सड़क प्रोजेक्ट की तैयारी शुरू कर दी है।

    सड़क जर्जर, ड्रेनेज नेटवर्क ही नहीं

    पटौदी रोड का यह हिस्सा मानसून के दिनों में पूरी तरह से तालाब में बदल जाता है। गहरे गड्ढों में पानी भरने से न केवल वाहनों को नुकसान पहुंचता है, बल्कि हादसों का खतरा भी बढ़ जाता है। दोपहिया वाहन चालकों को सबसे ज्यादा दिक्कत होती है, क्योंकि जलभराव में गड्ढे दिखाई नहीं देते। नगर निगम सदन की बैठक में भी यह मुद्दा स्थानीय पार्षद द्वारा उठाया गया था।

    ऐसे बनेगा हाईवे का वैकल्पिक रोड

    सेक्टर 85, 86, 89, 90, 91, 92, 93, 94 और 95 के निवासी लंबे समय से इस मार्ग के निर्माण की मांग कर रहे हैं। स्थानीय निवासी प्रवीण मलिक, चंद्र प्रकाश और शिवम का कहना है कि दिल्ली-जयपुर हाईवे पर वाहनों का दबाव रहता है। सुबह शाम ट्रैफिक जाम से बचने के लिए यह अच्छा वैकल्पिक रास्ता है।

    सेक्टर 85 से 95 के बीच आवागमन करने वाले लोग मजबूरन हाईवे का इस्तेमाल कर रहे हैं, अगर यह सड़क ठीक हो जाए तो यह क्षेत्र के लिए एक महत्वपूर्ण वैकल्पिक मार्ग बन सकता है। इसके अलावा गुरुग्राम से पटौदी और रेवाड़ी जाने के लिए भी यह छोटा और आसान रूट होगा।

    • 6 किलोमीटर सड़क की लंबाई है।
    • 3 से 4 फुट तक वर्षा में जलभराव हाे जाता है।
    • 10 साल से बरसाती नाला और सड़क नहीं बनी।
    • 8 से ज्यादा सेक्टरों के लिए वैकल्पिक मार्ग पटौदी रोड है।

    फिलहाल यह है परेशानी

    • पटौदी रोड का लगभग छह किलोमीटर का हिस्सा जर्जर हो चुका है।
    • जगह-जगह बड़े गड्ढे वाहनों के लिए परेशानी बने हुए हैं।
    •  बरसाती नाला नहीं होने के कारण पूरे साल जलभराव की स्थिति रहती है।
    • सड़क पर लाइटों की व्यवस्था नहीं है।
    •  नए गुरुग्राम के सेक्टरों और पटौदी आवागमन के लिए फिलहाल दिल्ली-जयपुर हाईवे ही एक रास्ता है।
    •  बीस किलोमीटर का सफर एक घंटे में पूरा हो रहा है।



    पटौदी रोड को अपग्रेड करने के लिए एचएसआइआइडीसी ने तैयारी शुरू कर दी है। बेहतरीन तालमेल के साथ इसे प्रोजेक्ट को पूरा करवाया जाएगा ताकि शहरवासियों को समय पर और गुणवत्ता के साथ सुविधा दी जा सके।


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    विजय ढ़ाका, चीफ इंजीनियर नगर निगम गुरुग्राम