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    गुरुग्राम विश्वविद्यालय में एक छात्र ने की सुसाइड, आत्महत्या की गुत्थी सुलझाने में जुटी पुलिस

    गुरुग्राम के एक विश्वविद्यालय में बीटेक की छात्रा ने छात्रावास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका राजस्थान के अलवर की रहने वाली थी। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है और आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। परिजनों ने साजिश की आशंका जताई है और पुलिस जांच कर रही है।

    By Vinay Trivedi Edited By: Rajesh Kumar Updated: Tue, 26 Aug 2025 04:58 PM (IST)
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    गुरुग्राम के एक विश्वविद्यालय में बीटेक की छात्रा ने छात्रावास में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, पटौदी। गुरुग्राम जिले के बिलासपुर थाना क्षेत्र के सिधरावली स्थित एमबीएल रमन मुंजाल विश्वविद्यालय में बीटेक तृतीय वर्ष में पढ़ने वाली छात्रा ने सोमवार रात फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा की पहचान भूमिका गुप्ता के रूप में हुई।

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    वह राजस्थान के अलवर के स्कीम दो क्षेत्र की रहने वाली थी। उसने रात करीब एक बजे विश्वविद्यालय के छात्रावास में फांसी लगा ली। बिलासपुर पुलिस को घटना की जानकारी मंगलवार सुबह चार बजे मिली। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर मामले की जांच शुरू कर दी है। फिलहाल आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है।

    पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जानकारी में पता चला है कि अलवर निवासी भूमिका यहां विश्वविद्यालय में बीटेक तृतीय वर्ष में पढ़ती थी। वह शांभवी नामक छात्रा के साथ एक ही कमरे में छात्रावास में रहती थी। सोमवार को भूमिका की सहेली का जन्मदिन था।

    इसलिए तीनों रात करीब 12 बजे जन्मदिन की पार्टी मनाकर लौटी थीं। जिस छात्रा का जन्मदिन था, वह छात्रावास की दूसरी मंजिल पर रहती है। पार्टी से आने के बाद, शांभवी दूसरी मंजिल पर स्थित अपने कमरे में चली गई। यहाँ भूमिका अपने कमरे में अकेली थी।

    रात दो बजे जब शांभवी लौटी, तो उसने कमरे का दरवाज़ा अंदर से बंद पाया। उसने वार्डन को इसकी सूचना दी। प्लंबर को बुलाया गया और कुंडी तोड़कर दरवाज़ा खोला गया। अंदर भूमिका का शव दुपट्टे के सहारे हुक से बंधे फंदे से लटका मिला। बिलासपुर पुलिस ने बताया कि परिजनों और हॉस्टल में रहने वालों के बयान लिए जा रहे हैं। पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

    पढ़ाई का दबाव या कुछ और भी हो सकता है कारण

    पुलिस के अनुसार, पूछताछ में पता चला कि वह ऑनलाइन इंटर्नशिप कर रही थी और पढ़ाई व भविष्य को लेकर तनाव में थी। दोस्तों के अनुसार, भूमिका कुछ समय से गुमसुम थी। गुरुग्राम पहुंचे परिजनों ने बताया कि भूमिका पढ़ाई में अच्छी थी। समझ नहीं आ रहा कि उसने आत्महत्या जैसा कदम क्यों उठाया।

    भूमिका के पिता लक्ष्मीकांत गुप्ता स्कूल में शिक्षक थे। वर्ष 2012 में उनकी मृत्यु हो गई। उनकी माँ बीना गुप्ता महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत हैं। भूमिका को उनके चाचा प्रमोद गुप्ता और चाची पुष्पा ने गोद लिया था।

    मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम

    भूमिका के मामा बृजेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि जिस तरह से लड़की फंदे से लटकी मिली, उससे संदेह होता है कि यह आत्महत्या नहीं, बल्कि कोई और साजिश थी। उसके पैर चार इंच तक मुड़े हुए थे और पैरों के तलवे ज़मीन को छू रहे थे। उन्होंने निष्पक्ष जांच की मांग की।

    परिवार की माँग पर पुलिस ने डॉक्टरों के एक बोर्ड से शव का पोस्टमार्टम करवाया। फ़िलहाल, पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है।