तंबाकू की आदत ने दिल को बिगाड़ा, बीते 6 माह में 340 लोगों को आया हार्ट अटैक; इस उम्र के लोग ज्यादा शिकार
गुड़गांव के एक अस्पताल में बीते छह महीनों में 340 हृदय रोगी आए हैं जो तंबाकू का सेवन करते थे जिनमें युवा भी शामिल हैं। डॉक्टरों का कहना है कि धूम्रपान और तंबाकू हृदय रोगों का एक बड़ा कारण है जिससे ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। 25 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को नियमित जांच करवानी चाहिए।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। बीड़ी, सिगरेट और गुटखा आदि के सेवन की आदत दिल पर भारी पड़ती है। सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में बीते 6 महीने में 340 हृदय रोगी ऐसे पहुंचे हैं, जो लोग किसी न किसी रूप से तंबाकू का सेवन कर रहे थे। इन्हें धमनियों में ब्लाकेज से हृदयाघात का सामना करना पड़ा। इन मरीजों में 20 से 30 वर्ष की उम्र के 16 मरीज हैं जबकि 30 से 50 वर्ष की उम्र के 74 मरीज गंभीर हृदय रोग की समस्या लेकर पहुंचे। बाकी हृदय रोगी 60 वर्ष के उम्र पार चुके हैं।
मेडिट्रीना हॉर्ट सेंटर के हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. संजय कुमार चुग के मुताबिक आजकल लोग धूम्रपान को नशा नहीं मानते हैं। हृदय संबंधी बीमारियों का सबसे बड़ा कारण तंबाकू और सिगरेट है। लोग इसे नजरअंदाज करते हैं। लगातार धूमपान से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा दोगुना बढ़ जाता है। धू्मपान से मस्तिष्क को खून की सप्लाई करने वाली नलिया कमजोर हो जाती हैं। धूमपान करने से हार्ट अटैक का खतरा सामान्य इंसान के मुकाबले दोगुना हो जाता है। हृदय की धमनिया पतली हो जाती हैं।
उन्होंने बताया कि हृदय संबंधी बीमारी अब कम उम्र में भी काफी तेजी से हो रही है। इसके चलते 25 साल के ऊपर के सभी लोगों को हाइपरटेंशन और डायबिटीज के स्क्रीनिंग की सलाह दी जा रही है। बीमारी से बचने के लिए हर दिन कम से कम 30 मिनट व्यायाम और नियमित जांच जरूरी है। लोग इसे लेकर बेपरवाह हैं।
तंबाकू की आदत लोगों के दिल पर भारी पड़ रही है। हृदय आरोग्य सेंटर आने वाले 80 प्रतिशत मरीजों में तंबाकू का किसी न किसी प्रकार से सेवन करना कामन मिल रहा है। कई युवाओं को एंजियोप्लास्टी करानी पड़ रही है। - डा. संजय चुघ, हृदय रोग विशेषज्ञ, नागरिक अस्पताल, गुरुग्राम।
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