Gurugram Dengue Cases: गुरुग्राम में डेंगू से दूसरी मौत, संक्रमितों की संख्या 76 पहुंची
गुरुग्राम में डेंगू का कहर जारी है। डेंगू से एक प्राइवेट अस्पताल में दो साल की बच्ची की मौत हो गई है। बच्ची डेंगू शॉक सिंड्रोम (डीएसएस) की शिकार हो गई थी। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बिना एलाइजा जांच के इस मौत को नहीं गिना जा सकता। इस बीच सोमवार को डेंगू के चार नए मरीज मिले हैं।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। शहर के एक प्राइवेट अस्पताल में डेंगू से दूसरी मौत का मामला सामने आया है। दूसरी मौत रविवार को सेक्टर 28 सरस्वती विहार निवासी दो साल की बच्ची की हुई है। अस्पताल के बाल रोग विशेष की माने तो बच्ची डेंगू शाक सिंड्रोम (डीएसएस) की शिकार हो गई थी। जिसके चलते उनकी मृत्यु हो गई। हालांकि इस पर स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि बिना एलाइजा जांच इस मृत्यु को नहीं गिना जा सकता।
मूल रूप से बच्ची सरस्वती विहार की रहने वाली थी। पिता ललित कामत ने बताया कि बेटी को चार दिनों से बुखार था। मैक्स अस्पताल के ही एक डॉक्टर से इलाज चल रहा था। रविवार हो जब अचानक बेटी की तबीयत बिगड़ी तो मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया। जहां ग्लूकोज चढ़ाया गया।
बच्ची की गंभीर हालात को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे आइसीयू में भर्ती कर दिया। जहां करीब तीन घंटे बाद डॉक्टरों ने उसे मृतक घोषित कर दिया। इस पर सीएमओ डॉ. विरेंद्र यादव का कहना है कि बच्ची का एजाइजा टेस्ट कंफर्म ही नहीं हुआ। उन्होंने सैंपल ही नहीं भेजा। स्वास्थ्य विभाग से कंफर्म ही नहीं कराया। इसलिए इस मृत्यु की स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन में मृत्यु की गिनती नहीं की गई।
पहली मौत की भी गिनती नहीं
डेंगू से मेदांता अस्पताल में हुई पहली मौत के मामले में भी स्वास्थ्य विभाग का कहना था कि महिला बिहार की रहने वाली थी। जबकि, स्वास्थ्य विभाग जिले के निवासी के संक्रमित होने पर बुलेटिन में ही गिनती करता है।
चार नए मरीज मिले
सोमवार को डेंगू के चार नए मरीज मिले हैं। इसमें लक्ष्मण विहार से 23 वर्षीय युवती, नौरंगपुर से 10 वर्षीय बच्चे और गांधी नगर से नौ वर्ष के बच्चे और ओम नगर से 17 वर्ष की किशोरी की रिपोर्ट में डेंगू की पुष्टि हुई है। संख्या 76 पहुंच गई।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. जयप्रकाश ने बताया कि टीम 7241 घरों का सर्वे किया है। यहां से 237 घरों और 594 कंटेनरों में लार्वा मिला है। जबकि 203 लोगों को नोटिस जारी किया गया है। डेंगू के लक्षण दिखने पर संदिग्धता के आधार पर 128 संदिग्धों के सैंपल लिए गए हैं। 12 मरीजों का सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है।