'5 करोड़ वापस नहीं किए तो एक-एक को मारूंगा', गैंगस्टर की धमकी से खौफ के साए में राहुल फाजिलपुरिया के करीबी
गायक राहुल फाजिलपुरिया के करीबी रोहित शौकीन की हत्या के बाद गैंगस्टर सुनील सरधानिया ने जिम्मेदारी ली और फाजिलपुरिया के अन्य करीबियों को मारने की धमकी दी। पुलिस के लिए यह हत्या एक चुनौती बन गई है क्योंकि वे अभी तक फाजिलपुरिया पर हुए हमले के हमलावरों को नहीं पकड़ पाए हैं। रोहित शौकीन हत्याकांड से इलाके में दहशत का माहौल है।

विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। राहुल फाजिलपुरिया पर जानलेवा हमला और उसके 20 दिन में ही करीबी रोहित शौकीन की हत्या के बाद गैंगस्टर सुनील सरधानिया द्वारा जिम्मेदारी लेने से अब उनके अन्य करीबियों में भी भय का माहौल है।
सूत्रों का कहना है कि रोहित शौकीन को निशाना बनाने का मकसद फाजिलपुरिया को सख्त संदेश देना था। सरधानिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा था कि दीपक नांदल से लिए गए पांच करोड़ अगर वापस नहीं किए गए तो फाजिलपुरिया के एक-एक करीबी को मार दिया जाएगा।
रोहित की हत्या गुरुग्राम पुलिस के लिए बनी चुनौती
गैंगस्टरों द्वारा रोहित शौकीन की हत्या गुरुग्राम पुलिस के लिए भी चुनौती बन गई है। पुलिस इससे पहले राहुल फाजिलपुरिया पर हुए जानलेवा हमले के मामले में अभी तक हमलावरों को नहीं पकड़ पाई है। अब एक और हत्या से पुलिस के बड़े अधिकारियों का भी पारा चढ़ा हुआ है।
वहीं राहुल के करीबियों के बीच भी डर बना हुआ है। हालांकि, पुलिस सूत्रों का कहना है कि पुलिस उन्हें उसी स्थिति में सुरक्षा दे सकती है, जब राहुल अपने करीबियों के बारे में जानकारी दें। दूसरी ओर हत्या के बाद मंगलवार को राहुल फाजिलपुरिया ने जहां रोहित शौकीन को जानने से भी इनकार कर दिया था।
वहीं तीसरे दिन बुधवार को उन्होंने यह स्वीकार किया कि वे उसे जानते थे। हालांकि, उनके बीच कोई सीधा संबंध नहीं था। कहा कि रोहित उनका न तो फाइनेंसर था और न ही गारंटर। उसका अपने बचपन के दोस्त दीपक नांदल से झगड़ा चल रहा था। उनका कमेटी के पैसों को लेकर लेनदेन का मामला था।
रोहित ने फेसबुक पर दीपक के खिलाफ एक पोस्ट भी डाली थी।दोनों के बीच मनमुटाव के बाद उन्होंने रोहित से बातचीत बंद कर दी थी। वह उसमें नहीं पड़ना चाहते थे। पिछले महीने जब उनके ऊपर फायरिंग की गई थी तो उन्होंने रोहित से इसी बात को लेकर बातचीत की थी।
उनके घर के पास लाकर रोहित की हत्या एक तरह से उनके ऊपर दबाव बनाना है। जबकि उनका दीपक और सुनील सरधानिया के साथ कोई भी लेनदेन नहीं है। फाजिलपुरिया ने कहा कि इस मामले में पुलिस को गहनता से जांच करनी चाहिए। अगर पुलिस रोहित के फोन की जांच करे तो काफी कुछ साफ हो सकता है।
शूटरों की पहचान में जुटी पुलिस
सूत्रों के अनुसार दिल्ली के नांगलोई के निहाल विहार में रहने वाले रोहित शौकीन को दीपक नांदल ने फोन कर पैसे लेने के लिए पहले नोएडा बुलाया। बीच रास्ते उसे गुरुग्राम के एसपीआर रोड के लिए कहा गया। जहां पर रोहित की हत्या की गई, वह जगह फाजिलपुरिया के घर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर स्थिति है।
जहां घटना हुई वहां कोई भी सीसीटीवी नहीं है। उसके सामने जो ठेका है, उसके बाहर सीसीटीवी हैं, लेकिन वह ठेके की तरफ ही मुड़े हुए हैं। उस रोड की तरफ उनके एंगल नहीं है। यहां से करीब 150 मीटर दूर एसपीआर की शुरुआत में ही चार कैमरे लगे हुए हैं। फिलहाल पुलिस यहां मौजूद व इस रोड पर लगे अन्य सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
पुलिस का मानना है कि अगर शूटर गाड़ी का पीछा करते हुए आए होंगे तो सीसीटीवी फुटेज में जरूर दिखे जाएंगे। पुलिस की पांच टीमें इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं। इसमें क्राइम ब्रांच 31, 39, फरुखनगर, मानेसर और खेड़कीदौला पुलिस शामिल है।
सूत्रों के अनुसार फिलहाल शूटरों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। पुलिस टीमें आसपास लोगों से भी पूछताछ में जुटी हैं। रोहित शौकीन का मोबाइल फोन भी पुलिस के कब्जे में है। उसकी जांच से काफी कुछ साफ हो सकता है।
20 राउंड से ज्यादा फायरिंग, 15 गोलियां लगीं थीं
सूत्रों के अनुसार हमलावरों ने पूरी साजिश के साथ वारदात को अंजाम दिया। रोहित ठेके के सामने वाली रोड पर कार रोककर बाहर खड़े थे। उनके साथ आया ड्राइवर दूसरी ओर पानी लेने गया था। इसी दौरान सामने से एक बाइक पर आए दो हमलावर एक से दो मिनट के भीतर ही फायरिंग कर फरार हो गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार दोनों हमलावरों ने दोनों हाथों से 20 से ज्यादा राउंड फायरिंग की। उन्होंने अवैध पिस्टल का इस्तेमाल किया। पोस्टमार्टम में पता चला कि रोहित को 15 गोलियां लगी थीं। इसमें 12 सामने से और तीन पीछे से मारी गई थीं। पीछे से मारी गई गोलियां कमर से नीचे थे और शरीर में ही फंसी थीं।
गुरुग्राम में खौफ पैदा करना हो सकता है मकसद
पुलिस सूत्रों के मुताबिक रोहित की हत्या न सिर्फ किसी व्यक्तिगत रंजिश का नतीजा हो सकती है, बल्कि इसके पीछे गैंगस्टर लाबी का मकसद गुरुग्राम में अपना दबदबा दिखाना और खौफ पैदा करना भी हो सकता है।
एसीपी मानेसर विरेंद्र सैनी ने कहा कि हमलावरों और साजिशकर्ताओं का पता लगाने के लिए क्राइम ब्रांच की टीमें लगी हुई हैं। पुलिस जल्द ही हमलावरों को पकड़ लेगी।
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