दिल्ली पुलिस में रिटायर्ड हेड कांस्टेबल ने की आत्महत्या, दोस्तों पर लगाए गंभीर आरोप; जानें पूरा मामला
हरियाणा के पटौदी में दिल्ली पुलिस के एक रिटायर्ड हेड कांस्टेबल ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। उन्होंने आरोप लगाया है कि उनके दोस्तों ने धोखाधड़ी से उनके हिस्से की जमीन बेच दी। उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस और प्रशासन से की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस ने पांच आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

संवाद सहयोगी, पटौदी। दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड हेड कांस्टेबल ने जहरीला पदार्थ निगल कर आत्महत्या कर ली। मौत से पहले उन्होंने भाई को वाट्सएप पर सुसाइड नोट भी भेजा था। घटना 28 मार्च की शाम की है, जब रविवार दोपहर परिवार के लोग इस मामले में कार्रवाई के लिए पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचे तो इसकी जानकारी मिली।
परिवार के लोगों ने थाना पुलिस को इस मामले में लिखित रूप से शिकायत दी है। इसमें पांच लोगों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। पटौदी थाना पुलिस ने रविवार शाम पांचों आरोपितों के विरुद्ध केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। मृत व्यक्ति की पहचान मूल रूप से डूंडाहेड़ा गांव निवासी वेद प्रकाश के रूप में की गई। फिलहाल ये हेलीमंडी में रह रहे थे।
दिल्ली पुलिस में रिटायर्ड कांस्टेबल थे वेद प्रकाश
बताया जाता है कि वेद प्रकाश दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड हेड कांस्टेबल थे। परिवार ने शिकायत में कहा कि वेदप्रकाश ने 28 मार्च की शाम को खंडेवला मोड़ के पास जहरीला पदार्थ खाकर जान दे दी। उन्होंने इससे पहले एक सुसाइड नोट लिखकर भाई बाल किशन को वाट्सएप पर भेजा था। पता लगने पर उन्हें पटौदी के उपमंडल अस्पताल ले जाया गया। वहां उन्होंने मजिस्ट्रेट के सामने बयान देने की इच्छा जाहिर की, लेकिन पुलिस का मजिस्ट्रेट से संपर्क नहीं हो पाया।
वेद ने दोस्तों पर धोखाधड़ी का लगाया आरोप
ऐसे में उन्होंने एक पुलिसकर्मी तथा डॉक्टर के सामने बयान दिया। बयान तथा सुसाइड नोट में वेद प्रकाश ने आरोप लगाया है कि उनके दोस्त मोलाहेड़ा निवासी देवेंद्र, देवेंद्र के पुत्र भूपेश, पुत्रवधु सोनिका, देवेंद्र के दामाद आकाश तथा सोनिका के पिता ने धोखाधड़ी से उनके हिस्से की जमीन बेच दी। उस भूमि में कमरा भी बना रखा था। देवेंद्र ने अपने साले तथा वेद प्रकाश के समाधि को इमोशनल ब्लैकमेल कर कमरा खाली करवा लिया।
मामले की शिकायत पुलिस-प्रशासन से की थी
उन्होंने इस मामले की शिकायत पांच मार्च को पुलिस तथा प्रशासन के अधिकारियों को दी थी, लेकिन संतोषजनक कार्रवाई न होने तथा न्याय मिलने की उम्मीद समाप्त होने पर उन्होंने आत्महत्या कर ली। इधर रविवार को वेदप्रकाश के शव का पोस्टमार्टम किया गया। परिवार ने कार्रवाई न होने तक शव लेने से इनकार कर दिया। पुलिस आयुक्त कार्यालय में पहुंचकर परिवार ने रोष प्रकट किया। इसके बाद पटौदी थाने में केस दर्ज किया गया।
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