Delhi News: राजेंद्रा पार्क की गलियों में भरा सीवर का पानी, घरों में कैद हुए लोग; बीमारी फैलने की आशंका
गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क कॉलोनी में पिछले एक महीने से सीवर ओवरफ्लो की समस्या बनी हुई है। गलियों में सीवर का पानी भरने से लोग नारकीय जीवन जी रहे हैं और घरों में कैद होने को मजबूर हैं। नगर निगम में बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। निगम का कहना है कि समस्या का समाधान करने के लिए सफाई कार्य चल रहा है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। राजेंद्रा पार्क कॉलोनी के ब्लाक सी, जी और एस की गलियों में बीते एक महीने से सीवर ओवरफ्लो की समस्या बनी हुई है। सीवर का गंदा पानी गलियों में भर चुका है, जिससे स्थानीय निवासी नारकीय जीवन जीने को मजबूर हो गए हैं। गलियों में भरे सीवर के पानी ने पूरी कॉलोनी को गंदगी के तालाब में तब्दील कर दिया है। हालात ऐसे हैं कि लोग अपने घरों से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं। बच्चों का स्कूल जाना भी मुश्किल हो गया है।
स्थानीय निवासी प्रमोद शर्मा, मांगेराम यादव, सुनील और रानी का कहना है कि नगर निगम को बार-बार शिकायतें भेजने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अधिकारी न तो मौके पर पहुंचे हैं और न ही कोई सफाईकर्मी गलियों में आया है। लोगों का कहना है कि क्षेत्र में रहना अब नरक में जीने जैसा हो गया है। गलियों में भरे गंदे पानी में मच्छर और मक्खियों का प्रकोप बढ़ गया है, जिससे बीमारियों का खतरा मंडरा रहा है। दुर्गंध के कारण घरों में सांस लेना भी मुश्किल हो गया है।
गंदे रास्ते को करना पड़ता है पार
गली में रहने वाले बुजुर्गों और छोटे बच्चों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। गंदे पानी के कारण रोजमर्रा के काम प्रभावित हो रहे हैं। सुबह स्कूल जाने वाले बच्चों को रास्ता पार करना एक बड़ी चुनौती बन गया है। अभिभावक अपने बच्चों को कंधों पर उठाकर स्कूल पहुंचाने को मजबूर हैं। कई बार बच्चे स्कूल तक नहीं जा पाते।
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि नगर निगम की लापरवाही और अनदेखी के कारण कॉलोनी में यह स्थिति बनी है। यदि समय रहते सीवर की सफाई और मरम्मत नहीं की गई, तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी विकराल हो सकती है। क्षेत्रवासियों ने मांग की है कि नगर निगम के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचकर समस्या का समाधान करें, ताकि लोगों को इस बदहाल स्थिति से राहत मिल सके।
अधिकारी बोले, सफाई कार्य चल रहा
अधिकारियों के अनुसार निगम द्वारा इस समस्या का समाधान मुख्य सीवर लाइनों की डीसिल्टिंग (कीचड़ व मलबा निकालने) के माध्यम से किया जा रहा है। इस कार्य में 900 एमएम व्यास की मुख्य लाइन और 600 एमएम व्यास की अन्य सीवर लाइन की गहराई से सफाई का कार्य प्रगति पर है। लोगों को तुरंत राहत देने के लिए ट्रैक्टर-माउंटेड पंप और डीजल इंजन पंप तैनात किए हैं, ताकि सीवर का पानी वैकल्पिक सीवर लाइन में डायवर्ट किया जा सके। इसके साथ ही सक्शन टैंकरों की मदद से ओवरफ्लो हुए सीवर के पानी को मौके से हटाया जा रहा है, ताकि स्थानीय निवासियों को असुविधा से बचाया जा सके।
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