मानसून के बाद गुरुग्राम में आठ किलोमीटर लंबे एसपीआर पर गड्ढे दे रहे ‘दर्द’, लोगों को हो रही परेशानी
मानसून के बाद गुरुग्राम की सड़कें जर्जर हो गई हैं जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) पर वाटिका चौक से दिल्ली-जयपुर हाईवे तक आठ किलोमीटर लंबी सड़क गड्ढों से भरी है। ट्रैफिक जाम के कारण लोगों को 10 मिनट का सफर 30 मिनट में तय करना पड़ रहा है। जीएमडीए जल्द ही स्टोन मैट्रिक्स मिश्रण से सड़क की मरम्मत करेगा।

संदीप रतन, गुरुग्राम। मानसून सीजन के ढाई महीने तक टूटी सड़कों और जलभराव ने गुरुग्राम के बाशिंदों को दर्द दिया। लेकिन आफत अब भी कम नहीं हुई है। सड़कों की मरम्मत नहीं होने से लोगों की सांसों में धूल जम रही है और गड्ढे लोगों की जान पर भारी पड़ रहे हैं। शहर के मुख्य सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) का हाल भी कुछ ऐसा ही है। एसपीआर के चौराहों पर सड़क की परत उधड़ गई है।
वाटिका चौक से दिल्ली-जयपुर हाईवे क्लोवरलीफ तक लगभग आठ किलोमीटर लंबी सड़क चलने लायक नहीं बची है। दस मिनट का सफर गड्ढों के कारण 25 से 30 मिनट में पूरा हो रहा है। ट्रैफिक जाम लग रहा है और वाहन भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। एसपीआर पर कई मल्टी नेशनल कंपनियों के कार्यालय खुल चुके हैं। इसके साथ ही यह क्षेत्र कमर्शियल हब के रूप में विकसित हो चुका है।
इस संबंध में जीएमडीए के अधिकारियों का कहना है कि जलभराव के कारण सड़क बार-बार क्षतिग्रस्त हुई है। इसकी मजबूती के लिए स्टोन मैट्रिक्स मिश्रण से चौराहों और सड़क की मरम्मत की जाएगी, जिसके बाद यह समस्या खत्म हो जाएगी।
द्वारका एक्सप्रेस वे और हाईवे के लिए है कनेक्टिविटी
सदर्न पेरिफेरल रोड (एसपीआर) फरीदाबाद रोड, सोहना रोड, दिल्ली-जयपुर हाईवे और द्वारका एक्सप्रेस वे के लिए मुख्य कनेक्टिविटी है। इस सड़क से प्रतिदिन लाखों वाहन गुजरते हैं, लेकिन सड़क जर्जर होने के कारण सुबह और शाम के समय लंबा ट्रैफिक जाम लगता है।
इनका कहना है
एसपीआर काफी चौड़ी सड़क है। अगर इसकी मरम्मत और ड्रेनेज सिस्टम बेहतर हो जाए तो ट्रैफिक जाम की समस्या दूर हो जाएगी। - जितेंद्र
एसपीआर से चलना इन दिनों आसान नहीं है। अब तो मानसून सीजन भी खत्म हो गया है, विभाग को सड़क की मरम्मत करनी चाहिए। - धीरज
सड़क पर गड्ढों के कारण दिनभर धूल उड़ती है। इससे प्रदूषण भी फैल रहा है। जल्द मरम्मत होनी चाहिए ताकि लोगों की परेशानी दूर हो। - रोहित
पूरे वर्षा के मौसम में इस सड़क पर इतना जलभराव रहा कि कारों का निकलना भी मुश्किल हो गया। अब गड्ढों ने मुश्किल बढ़ा दी है। इसकी मरम्मत में देरी नहीं करनी चाहिए। - दीपक
दो बार हुए गड्ढे, ट्रक भी पलटा
एसपीआर पर वर्षा के पानी के तेज बहाव के कारण दो बार बड़े गड्ढे हो गए थे। बीयर की बाेतलों से भरा एक ट्रक पलट गया था। सड़क का एक हिस्सा तेज कटाव में बह गया और बिजली के खंभे ढह गए थे। इसके बाद अस्थायी तौर पर मिट्टी डालकर गड्ढों को भरा गया।
एसएमए से मजबूत होगा एसपीआर
एसएमए यानी स्टोन मैट्रिक्स मिश्रण। यह एक हाट मिक्स तारकोल की किस्म होती है, जिसमें पत्थर (एग्रीगेट), बिटुमेन और फाइबर का संतुलित मिश्रण होता है। इसे सड़कों पर बिछाने से सड़कें ज्यादा मजबूत, टिकाऊ और गड्ढे-कटाव से बची रहती हैं। एसएमए की खास बात यह है कि
भारी ट्रैफिक वाले हाईवे और शहरी सड़कों के लिए उपयुक्त होता है। यह साधारण तारकोल से ज्यादा मजबूत होता है। वर्षा और जलभराव का इस पर असर नहीं होता और सड़क पर फिसलन भी कम होती है। जीएमडीए के चीफ इंजीनियर अरुण धनखड़ ने बताया कि एसपीआर के चौराहों और सड़क की मरम्मत इसी सप्ताह शुरू हो जाएगी।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे से होगी कनेक्टिविटी
द्वारका एक्सप्रेस वे की दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे से कनेक्टिविटी के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार हो रही है। इसके बाद एसपीआर पर भी वाहनों का दबाव कम हो जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि डीपीआर तैयार होने के बाद निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
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