Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Gurugram: फर्जी दस्तावेज तैयार कर बनाते थे आधार कार्ड, उड़नदस्ता टीम ने एक को दबोचा; एक फरार

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Wed, 07 Jun 2023 12:54 PM (IST)

    मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने मिराज के सीएससी पर भी छापेमारी की। सेंटर संचालक मिराज मौका पाकर पहले ही फरार हो गया। जिसके सीएससी स्टारबक्स सेंटर से पुलिस को जाली दस्तावेज मिले। मामले में एक व्यक्ति को दबोचा गया है।

    Hero Image
    Gurugram: फर्जी दस्तावेज तैयार कर बनाते थे आधार कार्ड, उड़नदस्ता टीम ने एक को दबोचा; एक फरार

    बादशाहपुर, संवाद सहयोगी। मुख्यमंत्री उडनदस्ता व अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय की संयुक्त टीम ने यूनियन बैंक आफ इंडिया की डीएलएफ-फेस वन कुतुब प्लाजा शाखा के आधार सेवा केंद्र पर फर्जी दस्तावेज से आधार कार्ड बनाने के मामले में एक व्यक्ति को दबोचा है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इस मामले में आधार कार्ड बनाने वाले व्यक्ति को तो मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने पकड़ लिया। फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाला छापेमारी की भनक लगने पर सेंटर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। डीएलएफ फेस-वन थाना पुलिस ने आरोपितों के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है।

    मुख्यमंत्री उड़नदस्ता टीम को सूचना मिली की डीएलएफ-फेस वन के कुतुब प्लाजा में यूनियन बैंक की शाखा में एक व्यक्ति फर्जी दस्तावेज के आधार पर लोगों के आधार कार्ड बनाने का काम करता है।

    मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय से संपर्क कर एक संयुक्त टीम का गठन किया। टीम ने बैंक में आधार सेवा केंद्र पर छापेमारी की तो वहां मोहम्मद आरिफ नामक व्यक्ति मिला। मौके से बरामद कागजात के बारे में वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया।

    पश्चिम बंगाल का रहने वाला है मिराज

    मोहम्मद आरिफ ने पूछताछ करने पर बताया कि यूनियन बैंक ने लोगों के आधार कार्ड बनाने के कार्य पर रखा हुआ है। फर्जी आधार कार्ड बनाने के लिये इस कार्य में पश्चिम बंगाल का रहने वाला मिराज उनकी मदद करता है। मिराज चकरपुर गांव में किराए पर रहता है। चकरपुर गांव की कृष्णा मार्केट में सीएससी चलाता है।

    मिराज अपने सेंटर पर ही लोगों के फर्जी दस्तावेज तैयार करता है। वहीं से फर्जी दस्तावेज बनाकर मेरे आधार सेंटर पर भेज दिए जाते हैं। उन्हीं फर्जी दस्तावेज के आधार पर आधार कार्ड बनाए जाते हैं। एक आधार कार्ड बनाने का पच्चीस सौ से तीन हजार रुपये तक ग्राहक से वसूला जाता है। मौके पर मोहम्मद आरिफ के लैपटाप में कुछ कागजात मिले है।

    उनसे जानकारी मिली की फर्जी जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर आधार कार्ड अप्लाई किये गये थे। काफी लोगो के फर्जी दस्तावेजों से आधार कार्ड अप्लाई करके बनाये गये है। आधार कार्ड बनाने में लैपटाप, प्रिंटर, स्केनर, आई स्केनर व अन्य कागजातों को कब्जा पुलिस में लिया गया।

    फर्जी दस्तावेज बरामद 

    मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की टीम ने मिराज के सीएससी पर भी छापेमारी की। सेंटर संचालक मिराज मौका पाकर पहले ही फरार हो गया। जिसके सीएससी स्टारबक्स सेंटर से पुलिस को जाली दस्तावेज मिले।

    जिसमें दिल्ली, बिहार, रोहतक के बने जन्म प्रमाण पत्र, रीमा मैमोरियल पब्लिक स्कूल सेक्टर 28 के प्रिसिपल की मुहर व वहां रखे कम्पयूटर से एडिटिंग करके बनाये गये पैन कार्ड, वोटर कार्ड व अन्य कागजात बरामद हुये है। जिसके द्वारा काफी समय से यह कार्य किया जा रहा था।

    कागजात पुलिस ने कब्जे में ले लिए हैं। मिराज की गिरफतारी के बाद ही पता चल पायेगा कि इसके द्वारा कितने लोगो के फर्जी दस्तावेज बनाये गये व उन्हीं दस्तावेजो के आधार पर लोगो ने आधार कार्ड के अलाव अन्य कौन-कौन से कागजात बनवाये है। मोहम्मद आरिफ को गिरफ्तार करके रिमांड पर लिया जायेगा। फरार आरोपित मिराज की तलाश की जा रही है।

    comedy show banner
    comedy show banner