Gurugram News: दुष्कर्म मामले में सजायाफ्ता कैदी 5 साल से था फरार, गिरफ्तार
बहुचर्चित मामले में सजायाफ्ता अंकुर गुप्ता पांच साल पहले 28 दिन की पैरोल पर भोंडसी जेल से बाहर आया था। पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद वह जेल नहीं पहुंचा और फरार हो गया। पुलिस ने कहा कि वह नाम बदल कर रहता था।

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। एचआईवी से पीड़ित दो लड़कियों से दुष्कर्म करने वाले आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह पांच सालों से फरार चल रहा था। आरोपित को अदालत ने इस मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बताया जाता है कि आरोपित पैरोल के बहाने से जेल से फरार हो गया था।
बहुचर्चित मामले में सजायाफ्ता अंकुर गुप्ता पांच साल पहले 28 दिन की पैरोल पर भोंडसी जेल से बाहर आया था। पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद वह जेल नहीं पहुंचा और फरार हो गया। कई जगहों पर नाम तथा भेष बदलकर रहा पर भोंडसी थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर फिर जेल भेज दिया।
2012 में दिया था दुष्कर्म की वारदात को अंजाम
मारुति कुंज भोंडसी में एक एनजीओ की ओर से आश्रय स्थल खोला गया था। जिसमें उन लड़कियों को रखा गया था जो एचआइवी ग्रस्त थी और उनके माता-पिता का निधन हो गया था या फिर स्वजन ने किनारा कर लिया था। वर्ष 2012 में इसी आश्रय स्थल में रह रही दो किशोरियों के साथ केयर टेकर अंकुर गुप्ता ने दुष्कर्म किया था।
शिक्षिका ने मामले का किया था खुलासा
इस बहुचर्चित प्रकरण का राजफाश एक शिक्षिका ने किया था। बच्चियों के शरीर पर निशान देख शिक्षिका ने जब बच्चियों से पूछा तो दोनों ने बताया कि केयर टेकर अंकुर उनके साथ गलत हरकत करता है। विरोध करने पर उन्हें पीटता था। पुलिस के पास मामला पहुंचा तो पुलिस ने अंकुर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
जिला अदालत ने उसे उम्रकैद की सजा सुना दी थी। वर्ष 2017 में अंकुर स्वजन की बीमारी के बहाने से 28 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर आया और फरार हो गया था। वह हरिद्वार, देहरादून तथा दिल्ली सहित कई शहरों में नाम बदलकर रहा चुका था।
घाटा गांव में खोल रखी थी सब्जी की दुकान
कई साल तक पुलिस अंकुर को पकड़ नहीं पाई तो उसने समझा पुलिस शांत बैठ चुकी है। एक साल पहले वह फिर गुरुग्राम आया और घाटा गांव में सब्जी की दुकान खोल ली। कोई पहचान नहीं ले इसलिए उसने दाढ़ी भी बढ़ा ली थी। इधर पुलिस भी उसके पीछे लगी थी। एसीपी नवीन कुमार ने बताया तीन दिन पहले भोंडसी पुलिस चौकी प्रभारी अमित कुमार को इनपुट मिला तो उन्होंने जांच की और अंकुर को को गिरफ्तार कर लिया।

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