Gurugram Rain News: गुरुग्राम में जमकर हुई बारिश ने खत्म कर दी इंदौरी नदी, खेतों में भरा अरावली का पानी
Gurugram Rain News 21 23 तथा 24 सितंबर को तो यहां भारी वर्षा हुई है। इससे खेतों में जल जमाव होने से बाजरा धान तथा सब्जी आदि की फसलों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है तथा अनेक किसानों की फसलें नष्ट हुई हैं।
गुरुग्राम /पटौदी, जागरण संवाददाता। पिछले चार दिनों में क्षेत्र में हुई भारी वर्षा के कारण अरावली पर्वत शृंखला से आए पानी ढाणी कुंभावास, नरहेड़ा तथा जनौला के खेतों में भर गया है। इससे किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं। जनौला गांव में तो अनेक किसानों की फसलें जलमग्न हो गई हैं।
किसानों की फसलें भी हुईं बर्बाद
पहले यह पानी इंदौरी नदी से निकलकर सीधे निकल जाता था, पर जलमार्ग में इमारतें तथा पेट्रोल पंप खुलने से पानी की निकास नहीं हो पाई। अरावली पहाड़ी से निकलने वाली इंदौरी नदी का अस्तित्व ही खत्म हो गया। मालूम हो कि पटौदी क्षेत्र में 20 सितंबर से ही वर्षा होनी प्रारंभ हुई थी।
कई गांवों में भरा पानी
इधर 24 सितंबर शनिवार को अरावली पहाड़ी से आए पानी ढाणी कुंभावास, नरहेड़ा तथा जनौला की सीमा में किसानों के खेतों में भर गया। किसानों की गोभी मेथी आदि सब्जियों तथा गेंदा तथा बाजरे की फसलें नष्ट हो गई हैं। जनौला निवासी किसान गजराज, श्रद्धा प्रधान, सागर यादव, सोनू, नरेंद्र, शीशपाल, ओमबीर, सुभाष, धर्मेंद्र तथा शमशेर सिंह ने कहा फसल के नुकसान के जिए विशेष गिरदावरी कराई जाए।
पेट्रोल पंप की वजह से पानी का रूट हुआ डायवर्ट
गजराज ने बताया उनके गांव में इंदौरी नदी के मार्ग से आया यह पानी पटौदी- गुरुग्राम मार्ग पर कोई निकास न मिलने के कारण अनेक किसानों के खेतों में भर गया है। पहले पानी इंदौरी नदी से निकलकर पटौदी गुरुग्राम मार्ग पर जोड़ी गांव के निकट बने पुलिया के नीचे से होता हुआ आगे ताजनगर होते हुए सुल्तानपुर झील की तरफ निकल जाता था। पुलिया से पहले नदी मार्ग पर अब एक पेट्रोल पंप स्थापित हो गया। इस कारण इस बार नदी का यह पानी उस तरफ नहीं जा पाया और आसपास के खेतों में फैल गया।
किसानों की मांग, जल्द हो पुलिया का निर्माण
किसानों ने मांग की है कि एनएचएआइ गुरुग्राम-पटौदी- रेवाड़ी रोड को चार लेन बनाने से पूर्व नदी अथवा वर्षा जल की निकासी के लिए एक पुलिया का भी निर्माण करे ताकि भविष्य में जब भी इंदौरी नदी के मार्ग से पानी आए तो उसका आगे निकास हो सके। उन्होंने बताया कि जल जमाव होने के कारण उनकी खेतों में दो-दो फुट पानी भरा है। गेंदा तथा मेथी आदि की फसलें पानी में डूबने से नष्ट हो गई हैं। बाजरे की पूलियां पानी में तैरती नजर आती है। इससे खेतों में दी गई खाद भी पानी में घुलकर नष्ट हो गई होगी।
अरावली की पहाड़ी से आए पानी ने बर्बाद की फसलें
नरहेड़ा निवासी किसान सरजीत सिंह चौहान तथा ढाणी कुंभावास निवासी धर्मेंद्र यादव ने भी बताया कि उनके गांव में भी अनेक किसानों के खेतों में पहाड़ी से आए इस पानी का जमाव हो गया है जिससे फसलें नष्ट हो गई हैं। उनके अनुसार यह पानी घोषगढ़ तथा कासन से सटी अरावली पहाड़ी से पानी आया है। किसानों ने बताया कि उनके खेतों में कई कई फुट पानी भरा है तथा मार्ग में पानी भरने से ढाणियों में रहने वाले बच्चे स्कूल आदि भी नहीं जा पा रहे हैं। केवल ट्रैक्टर आदि के सहारे ही आवागमन हो पा रहा है।