हरियाणा फुटबॉल एसोसिएशन के दो बड़े अधिकारी बर्खास्त, लगा घोटाले का आरोप; सीएम मनोहर लाल तक पहुंचा मामला
खेल निदेशक को पत्र द्वारा सूचना दे दी गई है ताकि भविष्य में ललित चौधरी द्वारा किसी खिलाड़ी का जारी किया गया सर्टिफिकेट पर ग्रेडेशन सर्टिफिकेट न बन सके। वहीं बैंक आफ बड़ौदा में फर्जी तरीके से एसोसिएशन के नाम खुले बैंक अकाउंट को फ्रीज करा दिया गया है।

गुरुग्राम [अनिल भारद्वाज]। हरियाणा फुटबॉल एसोसिएशन (Haryana Football Association) के महासचिव ललित चौधरी और संयुक्त सचिव अरविंद शर्मा को वित्तीय अनियमितता के आरोप में पद से बर्खास्त कर दिया गया है। इस बात की जानकारी एसोसिएशन के अध्यक्ष सूरजपाल अम्मू ने दैनिक जागरण को दी।
अम्मू का कहना है कि एसोसिएशन की अनुमति के बिना इन दोनों पदाधिकारियों ने अंबाला कैंट स्थित बैंक आफ बड़ौदा में वर्ष 2018 में एसोसिएशन के नाम से एक अन्य खाता खुलवाया। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एएफएफ) और हरियाणा सरकार से मिलने वाला वित्तीय सहयोग ललित बैंक आफ बड़ौदा वाले अकाउंट में लेता रहा और पैसे निकालते रहे।
अंबाला में खुलवा रखा है अलग से अकाउंट
अध्यक्ष अम्मू का कहना है कि बैंक आफ बड़ोदा से अलग- अलग 21 बार 51.47000 लाख रुपये खाते से निकाले गए हैं। जबकि एसोसिएशन के नाम से गुरुग्राम स्थित यूनियन बैंक आफ इंडिया में खाता है। अध्यक्ष ने बताया कि जब उन्हें यह जानकारी मिली कि ललित ने अंबाला में अलग से अकाउंट खुलवा रखा है तो हमने इसकी जांच कर पता लगाया।
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कारण बताओ नोटिस जारी
जिसमें पाया गया कि अंबाला कैंट स्थित बैंक आफ बड़ोदा में अलग से खाता खोला गया। उसके बाद एसोसिएशन की तरफ से ललित चौधरी, अरविंद शर्मा को कारण बताओ नोटिस दिया गया, लेकिन उनकी ओर से इसका कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद 21 अगस्त 2022 को गुरुग्राम स्थित एसोसिएशन के कार्यालय में एग्जिक्यूटिव कमेटी गवर्निंग बाडी की बैठक हुई।
मुख्यमंत्री और खेल मंत्री को भेजा गया पत्र
बैठक में 12 सदस्य में नौ सदस्य शामिल हुए थे। बैठक में निर्णय लिया गया है कि महासचिव तथा संयुक्त सचिव को बर्खास्त किया जाए। अम्मू ने बताया कि दोनों पदाधिकारियों को बर्खास्त करने के संबंध में गुरुग्राम जिला रजिस्ट्रार, मुख्यमंत्री मनोहर लाल और खेल मंत्री संदीप सिंह के अलावा अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ में पत्र भेजकर अवगत कराया गया है।
अम्मू ने कहा कि वित्तीय अनियमितताओं को लेकर कानूनी कार्रवाई भी आगे की जाएगी। इस संबंध में ललित चौधरी को कई बार फोन पर संपर्क किया गया लेकिन उन्होंने नहीं उठाया और ना वाट्सअप संदेश का जवाब दिया।
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