Gurugram: 'शटरिंग काम की नहीं है, कभी भी हो सकता हादसा'; श्रमिकों और मिस्त्री ने पहले ही इंजीनियर को चेताया
गुरुग्राम के धनवापुर में फाटक के पास रेलवे अंडरपास शटरिंग कमजोर होने से ढह गया। यहां लगे श्रमिकों और मिस्त्री ने इसकी जानकारी निर्माण एजेंसी की तरफ से लगे इंजीनियर को पहले ही दे दी थी। श्रमिकों ने उन्हें चेताया था कि यह शटरिंग काम की नहीं है। कभी भी हादसा हो सकता है। इसके बावजूद इंजीनियर ने मिस्त्री और श्रमिकों पर काम करने का दबाव बनाया।

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। धनवापुर में फाटक नंबर 26 के पास बनाया जा रहा रेलवे अंडरपास शटरिंग कमजोर होने से ढह गया। यहां लगे श्रमिकों और मिस्त्री ने इसकी जानकारी निर्माण एजेंसी की तरफ से लगे इंजीनियर को पहले ही दे दी थी।
श्रमिकों ने पहले ही चेताया
श्रमिकों ने उन्हें चेताया था कि यह शटरिंग काम की नहीं है। कभी भी हादसा हो सकता है। इसके बावजूद इंजीनियर ने मिस्त्री और श्रमिकों पर काम करने का दबाव बनाया। रेलवे अंडरपास के निर्माण में उत्तर प्रदेश के बदायूं और संभल के 15 से 16 मजदूर एक महीने से लगे हुए थे।गुरुवार शाम को अंडरपास का लिंटर डाला जा रहा था।
अंडरपास के नीचे आठ श्रमिक शटरिंग के पास काम कर रहे थे। शाम चार बजे यह अचानक ढह गया। पांच श्रमिकों को उसके नीचे से निकाल लिया गया। दो को हल्की चोटें आईं। एक श्रमिक इसके नीचे दब गया। इससे उसकी मौत हो गई। श्रमिक का आरोप है कि जिस इंजीनियर की यहां ड्यूटी लगाई गई थी, श्रमिकों ने उन्हें चेताया था कि यह शटरिंग ठीक तरीके से काम नहीं करेगा, हादसा हो सकता है।
इंजीनियर ने नहीं मानी बात
इंजीनियर ने उनकी बात नहीं मानी। वहीं लिंटर डालने के दौरान ही कमजोर शटरिंग से अंडरपास ढह गया। हादसे के बाद इंजीनियर मौके से फरार हो गया। क्रेन से मलबा हटाकर करीब दो घंटे बाद बदायूं के गुड्डू का शव निकाला जा सका। वहीं गुड्डू के परिवारवालों ने गुड्डू का शव लेने आई एंबुलेंस का रास्ता रोक लिया।
वह इंजीनियर पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। उन्होंने इंजीनियर को मौके पर बुलाने की मांग रखी। इंजीनियर पर रात और दिन काम कराने का भी आरोप लगाया है। पुलिस ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन देकर श्रमिकों समझा बुझाकर वहां से हटाया। गुरुग्राम पुलिस का कहना है कि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी।
इस रेलवे अंडरपास का काम किसे दिया, कौन सी एजेंसी काम कर रही थी। किसकी लापरवाही से यह हादसा हुआ है। गुरुग्राम पुलिस इन सभी पहलुओं की जांच करेगी। श्रमिक के परिवार की तरफ से पुलिस को शिकायत दी गई है।
इससे पहले भी हो चुके हैं हादसे
गुरुग्राम में इस तरह का यह पहला हादसा नहीं है। इससे पहले सोहना रोड पर निर्माणाधीन एलिवेटेड फ्लाइओवर का एक स्लैब ढह गया था। वहीं द्वारका एक्सप्रेस-वे पर दो बार ऐसे हादसे हो चुके हैं।
कछुआ गति से चल रहा रेलवे अंडरपास का काम
पीडब्ल्यूडी और रेलवे की तरफ से धनवापुर में इस अंडरपास का निर्माण कार्य चल रहा है। यह निर्माण चार साल से किया जा रहा है।यहां अंडरपास न होने पर कई बार लोग रेल ट्रैक पार करने के दौरान हादसे का भी शिकार हो चुके हैं।
धनवापुर में रेलवे अंडरपास के गिरने से एक श्रमिक की मौत हुई है। जांच की जा रही है। कौन ठेकेदार इसमें संलिप्त है। निर्माण करने वाली एजेंसी से भी पूछताछ की जाएगी। सुरक्षा मानकों के बारे में भी जांच की जाएगी।- शिवा अर्चन शर्मा, एसीपी वेस्ट
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