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    गुरुग्राम में 2BHK फ्लैट दिलाने के नाम पर करीब 11 लाख की ठगी, महिला को चूना लगा आरोपी फरार

    Updated: Thu, 05 Jun 2025 02:40 PM (IST)

    गुरुग्राम में एक महिला को अफोर्डेबल स्कीम के तहत फ्लैट दिलाने के नाम पर 10 लाख 57 हजार रुपये की धोखाधड़ी का शिकार बनाया गया। सौरभ नामक युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। महिला की शिकायत पर सेक्टर-10ए थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। आरोपितों ने फ्लैट मालिक और बैंक मैनेजर बनकर महिला को विश्वास दिलाया और किश्तों में पैसे लिए।

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    अफोर्डेबल स्कीम के तहत फ्लैट दिलाने के नाम पर महिला से 10.57 लाख ठगे। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। सेक्टर-89 स्थित सिग्नेचर ग्लोबल प्रोक्सिमा सोसायटी में अफोर्डेबल स्कीम के तहत टू-बीएचके फ्लैट दिलाने के नाम पर एक युवक ने अपने साथियों के साथ मिलकर महिला से 10 लाख 57 हजार रुपये की धोखाधड़ी कर ली। रुपये मिलने के बाद जब आरोपित फरार हो गया तो महिला को धोखाधड़ी का अहसास हुआ।

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    फिलहाल महिला की शिकायत पर सेक्टर-10ए थाना पुलिस ने मंगलवार को मामला दर्ज कर लिया है। सेक्टर-95ए सिग्नेचर ग्लोबल द रोजेलिया सोसायटी में किराये से रहने वालीं पूजा यादव ने शिकायत में कहा कि सितंबर 2024 में जब इनकी एक दोस्त को किराये पर फ्लैट की जरूरत थी तब सौरभ नाम के युवक ने फ्लैट दिलाने में मदद की थी।

    सौरभ ने बताया था कि वह रोजेलिया में ही रहता है। जान-पहचान और समय-समय पर बातचीत होने पर मार्च 2025 में सौरभ ने प्रोक्सिमा सोसायटी में अफोर्डेबल स्कीम के तहत 27 लाख रुपये में टू-बीएचके दिलाने की पेशकश की। राहुल नाम के युवक ने अपने आप को फ्लैट का मालिक बताते हुए नकली चाबी से फ्लैट दिखाया।

    उस समय सोसायटी में फ्लैट बन रहे थे और खाली थे। विश्वास होने पर सौरभ ने पांच मार्च को उनसे मेंबरशिप के लिए पहली बार 2170 रुपये आनलाइन लिए। इसके बाद उसी दिन फ्लैट की बुकिंग के लिए 50 हजार, जीएसटी के लिए 27 हजार ऑनलाइन ट्रांसफर कराए।

    10 मार्च को लोन की कार्रवाई के लिए 7200, 11 मार्च को डाउन पेमेंट के नाम पर दो लाख 20 हजार रुपये ले लिए। 12 मार्च को प्रीमियम भरने की बात कहकर पांच लाख रुपये नकद ले लिए। 18 मार्च को फ्लैट की रजिस्ट्री के लिए ढाई लाख रुपये और लिए गए।

    फ्लैट के लोन के लिए सौरभ ने कुछ अन्य लोगों से भी पूजा की बात कराई। रूपेश ने बैंकर बनकर और अहमद ने एक्सिस बैंक का मैनेजर बनकर पूजा से बात की। विश्वास होने पर पूजा ने ये रुपये ट्रांसफर किए। 10 लाख 57 हजार रुपये मिलने के बाद आरोपित वहां से फरार हो गया।

    15 दिन बाद जब पूजा ने फोन किया तो आरोपित ने फोन रिसीव नहीं किया। जब महिला दिए गए पते पर पहुंची तो पता चला कि वह 15 दिन पहले ही वहां से जा चुका है। जांच के दौरान यह भी जानकारी मिली कि आरोपित इससे पहले भी कई लोगों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है। फिलहाल तो पुलिस अब इस मामले की जांच कर रही है।