'अगर मैं गिरी तो बचा लोगे...', मजाक-मजाक में चली गई महिला की जान; चौथी मंजिल की दीवार पर बैठी थी
गुरुग्राम में एक दुखद घटना घटी जहां मजाक में एक महिला की जान चली गई। छत की दीवार पर बैठी पत्नी ने पति से पूछा कि क्या वह उसे बचा पाएगा अगर वह गिर जाए। संतुलन बिगड़ने से वह नीचे गिर गई। पति ने बचाने की कोशिश की लेकिन असफल रहा। पुलिस ने इसे हादसा माना है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर सिटी में पति से मजाक करते-करते एक महिला की जान चली गई। 22 वर्षीय महिला ने छत की दीवार पर बैठकर पति से पूछा कि अगर वह गिरी तो क्या वह बचा लेगा। अगले पल ही संतुलन बिगड़ने से महिला नीचे गिरने लगी।
पति ने उसका हाथ पकड़कर उसे ऊपर खीचने की कोशिश की, लेकिन चंद मिनटों में ही हाथ छूट गया और महिला चौथी मंजिल से नीचे आ गिरी। इससे उसकी मौत हो गई। यह दुखद घटना डीएलएफ फेस तीन में 15 जुलाई की रात दस बजे की है।
गुरुग्राम में क्या करते थे दोनों?
मूल रूप से ओड़िशा के गंजम जिले के रहने वाले दुर्योधन राव ने बताया कि उनकी शादी दो साल पहले 30 मई 2023 में पार्वती से हुई थी। शादी के बाद दोनों गुरुग्राम आ गए और डीएलएफ फेस तीन स्थित एक फ्लैट में रहने लगे। दुर्योधन एक निजी फर्म में सोशल मीडिया कंटेंट मॉडरेटर के रूप में काम करते हैं, जबकि पार्वती एक कॉल सेंटर में एग्जीक्यूटिव थीं।
दुर्योधन ने बताया कि 15 जुलाई की रात करीब दस बजे वह और उनकी पत्नी पार्वती छत पर बैठे बात कर रहे थे। इसी दौरान अचानक हंसी मजाक में पार्वती छत की दीवार पर दोनों ओर पैर लटकाकर बैठ गईं। पार्वती ने मजाक में उनसे पूछा कि अगर मैं गिर जाऊं तो क्या आप बचा लेंगे।
दुर्योधन ने पत्नी को दी थी ये कसम
इस पर तुरंत दुर्याेधन उनकी तरफ बढ़े और वहां से उतरने के लिए कहा। पार्वती को कसम दी कि अगर वह नहीं उतरीं तो वह खाना नहीं खाएंगे। यह सुनकर पार्वती उतरने की कोशिश करने लगीं, तभी उनका संतुलन बिगड़ गया। दुर्योधन ने उनका हाथ पकड़ लिया, लेकिन महिला नीचे की तरफ लटकी हुई थी।
दोनों मदद के लिए चिल्लाने लगे, लेकिन उस समय कोई भी व्यक्ति आसपास नहीं था। कुछ मिनटों के बाद हाथ की पकड़ छूट गई और पार्वती चौथी मंजिल से नीचे जमीन पर जा गिरीं। इसके बाद तुरंत महिला को निजी अस्पताल ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
दुर्योधन के हाथों और छाती पर चोट के निशान
डीएलएफ फेस तीन थाने के जांच अधिकारी रजत राव ने बताया कि यह एक दर्दनाक हादसा है। इसमें किसी की कोई गलती सामने नहीं आई। पार्वती के परिवार ने भी कोई शिकायत नहीं दी।
दुर्योधन के हाथों और छाती पर चोट के निशान मिले हैं। इससे ऐसा लगता है कि उन्होंने पार्वती को बचाने की कोशिश की थी। शुक्रवार को पार्वती के शव को पोस्टमार्टम के बाद उनके स्वजन को सौंप दिया गया।
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