गुरुग्राम के बजघेरा पुलिस स्टेशन परिसर में विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन, हरियाली को लेकर पुलिस की खास पहल
गुरुग्राम में ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन और जागरण कनैक्ट ने बजघेरा पुलिस स्टेशन में वृक्षारोपण कार्यक्रम आयोजित किया। इस पहल में पुलिस सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने भाग लिया और 50 फलदार पेड़ लगाए गए। फाउंडेशन ने पुलिसकर्मियों को कपड़े के थैले और धातु की बोतलें भी दीं ताकि प्लास्टिक का उपयोग कम हो। फाउंडेशन 2027 तक 2 मिलियन लोगों तक जलवायु शिक्षा पहुंचाने का लक्ष्य बना रहा है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। देश के सबसे तेजी से विकसित हो रहे शहरों में से एक गुरुग्राम अब कंक्रीट के साथ हरियाली की भी राह पर है। इसी दिशा में ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन और जागरण कनैक्ट के सहयोग से एक अग्रणी फाउंडेशन ने बजघेरा पुलिस स्टेशन परिसर में एक विशाल वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया। इस पहल में स्थानीय पुलिस विभाग, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
इस अभियान के तहत आम, जामुन, नींबू और अमरूद जैसे 50 देशी फलदार वृक्ष लगाए गए। ये पेड़ न केवल छाया देंगे, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत कर भूजल संतुलन को भी बेहतर बनाएंगे।
सामुदायिक भागीदारी और स्थानीय पुलिस का सहयोग
इस नेक काम में 100 से अधिक लोग शामिल हुए, जिनमें लगभग 50 हरियाणा पुलिसकर्मी थे। आस-पास की हाउसिंग सोसायटियों से आए परिवारों और युवाओं ने भी सक्रिय भूमिका निभाई। बजघेरा जैसे तेजी से शहरीकरण वाले क्षेत्र में, यह पहल हरियाली बढ़ाने के साथ-साथ स्थानीय समुदायों को पर्यावरण संरक्षण से जोड़ने का भी एक सशक्त उदाहरण बनी।
हरियाणा की धरती में शक्ति है, और इसके पर्यावरण को बचाना हमारी जिम्मेदारी है। अगर हर युवा एक पेड़ लगाए और उसकी देखरेख करे, तो भावी पीढ़ियों को जीवनदायिनी विरासत मिलेगी। - सैंडी खांडा, संस्थापक, ग्रीन पेंसिल फाउंडेशन
भविष्य की ओर संकेत करते तथ्य
भारतीय वन सर्वेक्षण (2023) के अनुसार, गुरुग्राम का हरित आवरण केवल 9.4% है, जो राष्ट्रीय औसत 33% से काफी कम है। एक पेड़ सालाना लगभग 20 किलोग्राम कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है। देशी वृक्ष भूजल, प्रदूषण और जैव विविधता में दीर्घकालिक लाभ देते हैं।
जागरूकता के साथ हरियाली
पिछले दो वर्षों से, फाउंडेशन और जागरण कनैक्ट हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में जलवायु शिक्षा और जागरूकता फैला रहे हैं। सस्टेनेबल प्रैक्टिस वर्कशॉप और क्लाइमेट चौपाल के जरिए 100,000 से अधिक युवाओं तक संदेश पहुंचाया गया है। हमारा लक्ष्य 2027 तक 2 मिलियन लोगों तक जलवायु शिक्षा और टिकाऊ जीवन शैली का संदेश पहुंचाना है।
प्लास्टिक मुक्त गुरुग्राम की ओर ठोस कदम
वृक्षारोपण के साथ, फाउंडेशन की टीम ने बजघेरा थाना परिसर के पुलिसकर्मियों को कपड़े के थैले और धातु की बोतलें भी दीं, ताकि सिंगल-यूज प्लास्टिक का उपयोग खत्म हो। फाउंडेशन का मानना है कि स्थायी बदलाव तभी संभव है जब नीति, स्थानीय पुलिस प्रशासन और समुदाय मिलकर ठोस कदम उठाएं। हरियाणा की मिट्टी में नमी, सामर्थ्य और अब चेतना भी पनप रही है। वृक्षारोपण, प्लास्टिक मुक्त जीवन शैली और स्थानीय सामुदायिक भागीदारी- ये तीनों मिलकर एक हरित और स्वस्थ भविष्य की नींव रख रहे हैं।
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