Gurugram से सामने आया चौंकाने वाला आंकड़ा, हर साल 150 से ज्यादा जान गंवा रहे राहगीर; पढ़ें पूरी रिपोर्ट
गुरुग्राम में सड़क हादसे लगातार बढ़ रहे हैं जिनमें पैदल चलने वाले राहगीर सबसे ज्यादा शिकार हो रहे हैं। सोहना में एक छात्रा की मौत के बाद यह मुद्दा फिर से चर्चा में है। लापरवाही और फुटपाथों की कमी के कारण हर साल सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा रहे हैं। पुलिस लापरवाह चालकों पर कार्रवाई कर रही है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। सोहना में सिलानी गांव के बस स्टैंड के पास पैदल जा रही 12वीं की छात्रा को पीछे से आए हाइड्रा ने कुचल दिया था। इससे उसकी मौत हो गई थी।
सोमवार को छात्रा के साथ हुआ यह हादसा शहर का पहला हादसा नहीं है। हर साल गुरुगाम जिले में सैकड़ों इसी तरह के हादसे हो रहे हैं। कहीं वाहन चालकों की लापरवाही मिलती है तो कहीं पैदल सड़क पार कर गुजरने वालों में जल्दबाजी देखी जाती है।
शहर में राहगीरों के साथ होने वाले हादसों में यह भी देखा गया है कि फुटपाथ की कमी के कारण लोग सड़क पर चलने को मजबूर होते हैं और पीछे से आने वाले वाहनों से कई बार उनकी टक्कर होती है। इससे उनकी जान भी चली जाती है। हर साल डेढ़ सौ राहगीरों की सड़क हादसों में जान जा रही है।
इस साल भी अब तक गुरुग्राम में 150 से ज्यादा राहगीरों के साथ सड़क हादसे हो चुके हैं और इनमें 74 राहगीरों की जानें जा चुकी हैं। पेश है विनय त्रिवेदी की रिपोर्ट...
तीन वर्षों में राहगीरों के साथ हुए सड़क हादसे
वर्ष
2023
2024
2025
- 5 प्रतिशत राहगीरों की मौतों में बढ़ोतरी हुई थी 2024 में 2023 के मुकाबले
- 6 प्रतिशत राहगीरों के साथ सड़क हादसे कम हुए थे पिछले साल 2023 की अपेक्षा
पिछले पांच सालों में सड़क हादसों में गई जान
साल
2017
2018
2019
2020
2021
2022
2023
2024
वाहन चालकों की लापरवाही भी बनती है हादसों का कारण
वाहन चालकों की लापरवाही भी सड़क हादसों का सबब बनती है। सड़क हादसों में कमी लाने के लिए यातायात पुलिस भी प्रतिदिन ऐसे वाहन चालकों पर कार्रवाई करती है। रांग साइड और ओवर स्पीड में चलाने से कई बार लोगों की जाने चली जाती हैं।
- 1,74,073 वाहन चालकों पर कार्रवाई की गई 2024 में रांग साइड वाहन चालने पर
- 35 हजार से ज्यादा लोगों के चालान किए जा चुके हैं इस साल अब तक रांग साइड के
- 17,122 चालकों के चालान किए गए थे ओवर स्पीड के 2024 में
- 5 हजार से ज्यादा चालकों पर कार्रवाई की गई इस साल अब तक ओवर स्पीड के मामले में
यातायात पुलिस के आंकड़ों में हाईवे पर सिर्फ दो ब्लैक स्पाट
यातायात पुलिस के आंकड़ों में बिलासपुर चौक और बिनौला फ्लाईओवर ही दो ब्लैक स्पाट बचे हैं। पिछले साल हाईवे पर कुल सात ब्लैक स्पाट थे। लेकिन एहतियात बरतकर हादसों में कमी लाई गई और ब्लैक स्पाट कम किए गए। अधिकतर ब्लैक स्पाट ऐसे हैं, जहां पर पैदल सड़क पार करने के दौरान राहगीरों ने जानें गवां दीं। इस साल भी रामपुरा फ्लाईओवर के पास सड़क पार करने के दौरान कई लोगों की मौत हो चुकी है।
हाईवे के ब्लैक स्पाट पर तीन साल में मौतें
ब्लैक स्पाट
बिलासपुर चौक
पचगांव चौक
रामपुरा फ्लाईओवर
इफको चौक
शंकर चौक
बिनौला फ्लाईओवर
वाहन चालकों को यातायात नियमों के तहत वाहन चलाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। सड़कों की इंजीनियरिंग को दुरुस्त करने और जहां कहीं भी कमी है उसे पूरा करने के लिए यातायात पुलिस संबंधित विभागों से बातचीत कर रही है। यातायात नियमों का पालन करने से वाहन चालक न सिर्फ अपनी बल्कि दूसरों की जिंदगी भी बचा सकते हैं। - डा. राजेश मोहन, डीसीपी ट्रैफिक

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