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    Gurugram: जितेंद्र की मौत की सुलझी गुत्थी, लूट के बाद पत्थर मारकर की गई थी हत्या; 3 आरोपित गिरफ्तार

    किराये पर रह रहे जितेंद्र कुमार की मौत मामले की गुत्थी सुलझ गई। लूटपाट करने के बाद तीन युवकों ने पत्थरों से चोट मारकर उनकी हत्या कर दी थी। तीनों को क्राइम ब्रांच की मानेसर टीम ने साेमवार रात सेक्टर-37 इलाके से गिरफ्तार कर लिया।

    By Aditya RajEdited By: Shyamji TiwariUpdated: Tue, 09 May 2023 05:15 PM (IST)
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    लूट-पाट के बाद आरोपितों ने जितेंद्र की कर दी थी हत्या

    गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। सेक्टर-37 में परिवार सहित किराये पर रह रहे जितेंद्र कुमार की मौत मामले की गुत्थी सुलझ गई। लूटपाट करने के बाद तीन युवकों ने पत्थरों से चोट मारकर उनकी हत्या कर दी थी। तीनों को क्राइम ब्रांच की मानेसर टीम ने साेमवार रात सेक्टर-37 इलाके से गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले में गांव बिछिया के रहने वाले अनिल कुमार, आजमगढ़ जिले में गांव पत्थरपुरवा के रहने वाले सूरज और अलीगढ़ जिले में गांव बाेरिया के रहने वाले जगत के रूप में की गई।

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    नशे के आदी हैं तीनों आरोपित

    तीनों नशा करने के आदी हैं। इसके लिए लूटपाट करते थे। जितेंद्र से मोबाइल छीन रहे थे। विरोध करने पर पत्थरों से चोट मारकर हत्या कर दी थी। पूछताछ के लिए तीनों को तीन दिन की रिमांड पर लिया गया है। रिमांड के दौरान तीनों की निशानदेही पर मोबाइल की बरामदगी की जाएगी। मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले में गांव बीबीपुर के रहने वाले 36 वर्षीय जितेंद्र कुमार एक निजी कंपनी में काम करते थे।

    गैस गोदाम के नजदीक मिला था शव

    उनका शव पिछले महीने सेक्टर-37 इलाके में इंडेन गैस गोदाम के नजदीक मिला था। उनके चेहरे पर चोट लगी थी। इस वजह से पत्नी ने हत्या किए जाने की आशंका जाहिर की थी। तभी से आरोपितों की पहचान से लेकर तलाश की जा रही थी। क्राइम ब्रांच की मानेसर टीम के प्रभारी एसआई ललित कुमार को सूचना मिली कि मामले में शामिल आरोपित सेक्टर-37 इलाके में टेलीफोन एक्सचेंज के नजदीक किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। टीम मौके पर पहुंची और तीनों को गिरफ्तार कर लिया।

    लूटपाट का विरोध करने पर की हत्या

    सहायक पुलिस आयुक्त (क्राइम) प्रीतपाल का कहना है कि आरोपितों की पहचान के लिए विभिन्न माध्यमों से प्रयास करके वारदात से संबंधित सूचनाएं एकत्रित की गईं। इससे गिरफ्तारी संभव हो सकी। तीनों महंगा नशा करने के आदी हैं। इसके लिए अकेले व्यक्ति के साथ लूटपाट करते थे, ताकि नशे की सामग्री खरीद सकें। लूटपाट का विरोध करने पर आरोपितों ने पत्थरों से चोटें मारकर हत्या कर दी थी। शव को खाली पड़ी जमीन में फेंक दिया था। तीनों मोबाइल लेकर वहां से फरार हाे गए थे। रिमांड के दौरान पता चलेगा कि तीनों ने कितनी वारदात को अंजाम दिया था।