Gurugram News: पटाखों में आग लगने से हुआ धमाका, मलबे में दबने से छह घायल
Gurugram News मकान में रखे पटाखों में आग लगने से धमाका हो गया। इससे मकान के तीन कमरों की छत गिर गई। आग लगने और मलबे में दबने से छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। लोगों की मदद से सभी को मलबे से बाहर निकाल अस्पताल में पहुंचाया।

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता: गांव नखड़ौला के एक मकान में रखे पटाखों में आग लगने से बुधवार दोपहर सवा तीन बजे धमाका हो गया। इससे मकान के तीन कमरों की छत गिर गई। आग लगने और मलबे में दबने से छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सूचना मिलते ही खेड़कीदौला थाना पुलिस मौके पर पहुंची और आसपास के लोगों की मदद से सभी को मलबे से बाहर निकाल नजदीक आर्वी अस्पताल में पहुंचाया। वहां से सभी को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर कर दिया गया।
मकान ऐसी जगह है जहां तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी तक नहीं पहुंच सकी। 200 मीटर दूर खड़ी एंबुलेंस तक सभी घायलों को पहुंचाया गया। आग कैसे लगी, इस बारे में छानबीन की जा रही है। गृह स्वामी की पत्नी मकान के पीछे बैठी थीं। इस वजह से वह बाल-बाल बच गईं।
आसपास के इलाकों में होनी वाली शादी-ब्याह में पटाखों की व्यवस्था कराने वाले 40 वर्षीय भगवान दास, उनके बेटे 20 वर्षीय मनीष, 10 वर्षीय तनुज, बेटी 12 वर्षीय छवि, रिश्तेदार 40 वर्षीय सतीश कुमार और एक अन्य कमरे में बैठे हुए थे। उसी दौरान कमरे में आग लगने के साथ ही ब्लास्ट हो गया। किचन में तीन सिलेंडर रखे हुए थे। उनमें से एक फटा है। इससे साफ है कि सिलेंडर फटने से ही ब्लास्ट हुआ।
खेड़कीदौला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह का कहना है कि आग लगने से सभी झुलस गए हैं। साथ ही मलबे के नीचे दबने से काफी चोट भी है। किस वजह से आग लगी, इस बारे में छानबीन की जा रही है। घायल अभी बयान देने की स्थिति में नहीं हैं। उनके बयान से ही हादसे की पूरी सच्चाई सामने आएगी।
प्रारंभिक छानबीन में यह बात सामने आई है कि भगवान दास बीड़ी बहुत पीता था। हो सकता है उस वजह से आग लगी हो। मलबा हटाने में जुटी सिविल डिफेंस की टीम सिविल डिफेंस के निदेशक (ट्रेनिंग) धर्मेंद्र फौजी और सूर्य यादव के नेतृत्व में सिविल डिफेंस की टीम मलबा हटाने में जुट गई है। मौके तक कोई भी गाड़ी नहीं पहुंच सकती, इस वजह से मलबा हटाने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। मकान तक पैदल या साइकिल से ही लोग जा सकते हैं।
ब्लास्ट से आसपास के तीन-चार मकानों में भी नुकसान हो गया है। दीवारों में दरार आने से लेकर खिड़कियां तक टूट गई हैं। आसपास के लोगों से पूछताछ के मुताबिक मकान में पटाखे भी बनाए जाते थे और बाहर से भी खरीदकर लाए जाते थे।
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