न पसीजा दिल, ना कांपा दहला कलेजा; मासूम के शरीर में 18 बार घोंपी कैंची; मंजर देख सहम उठे लोग
गुरुग्राम में बिलासपुर थाना क्षेत्र के कलवाड़ी गांव में सात वर्षीय आशीष की हत्या के मामले में पुलिस ने एक किशोर को गिरफ्तार किया है। किशोर ने पूछताछ में बताया कि आशीष ने उसके द्वारा मोबाइल चोरी की बात अपने पिता को बता दी थी जिसके चलते उसे सबके सामने माफी मांगनी पड़ी थी। इसी रंजिश के चलते उसने आशीष की हत्या कर दी।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम में बिलासपुर थाना क्षेत्र के कलवाड़ी गांव के पास रविवार सुबह केएमपी एक्सप्रेसवे के करीब सात वर्षीय बच्चे आशीष की हत्या के मामले में रविवार रात पकड़े गए आरोपित किशोर ने पूछताछ में हत्या की वारदात स्वीकार कर ली। उसने कहा कि फोन चोरी की बात आशीष ने अपने पिता को बता दी थी। इसलिए उसे और उसके पिता को सबके सामने माफी मांगनी पड़ी।
इसी रंजिश में उसने इस वारदात को अंजाम दिया। आरोपित ने कैंची से बच्चे के शरीर पर तब तक वार किए, जब तक उसकी जान नहीं चली गई।
बिलासपुर थाना पुलिस ने 16 वर्षीय आरोपित के पकड़े जाने की सोमवार दोपहर पुष्टि की। पुलिस के मुताबिक आरोपित से प्रारम्भिक पुलिस पूछताछ में पता चला कि इसने दो महीने पहले आशीष के पिता का मोबाइल फोन चोरी किया था।
आशीष ने मोबाइल फोन चोरी की बात अपने पिता कमल को बता दी थी। कमल ने इससे अपना फोन ले लिया और घरवालों को भी जानकारी दी। इस पर आरोपित व उसके पिता को कमल के घर आकर माफी मांगनी पड़ी। इस दौरान कुछ और लोग भी वहां मौजूद थे।
इसके बाद ही आरोपित आशीष व उसके परिवार से रंजिश रखने लगा था। वह मौके की तलाश में था। शनिवार रात आरोपित ने हत्या की साजिश रची। घर से कैंची ली और उसने आशीष को खेलने के लिए बुलाया।
वहीं, बाद में खेल-खेल में घर से करीब तीन किलोमीटर दूर ले गया। यहां उसने उसके ऊपर कैंची से 18 से ज्यादा बार वार किए। इससे उसकी मौत हो गई। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि घटनास्थल से जांच के दौरान एक छोटी कैंची बरामद की गई है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है। आरोपित को सोमवार दोपहर जुविनाइल कोर्ट में पेश किया गया। यहां से इसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया।
पिता के ड्यूटी पर जाने के बाद बच्चे को अपने साथ ले गया था आरोपित
आशीष का परिवार मूल रूप से राजस्थान के अलवर के पलकारी गांव का रहने वाला है। पिता कमल और मां माया दोनों पथरेड़ी की डिलीवरी कंपनी में काम करते हैं। कमल ने बताया कि वह शनिवार शाम सात बजे ड्यूटी पर चला गया था, इस दौरान आशीष घर के बाहर आरोपित के साथ बैठा था।
इसके बाद जब रात आठ बजे मां घर आई तो आशीष नहीं मिला। काफी खोजबीन के बाद जब कोई पता नहीं चला तो मां ने पुलिस कंट्रोल रूम में सूचना दी। बिलासपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की। रविवार सुबह नौ बजे कलवाड़ी गांव के पास झाड़ियों में बच्चे का लहूलुहान शव देखकर लोगों ने पुलिस को सूचना दी थी।
वहीं, पूछताछ में पता चला कि पिता के ड्यूटी पर जाने के बाद आरोपित बच्चे को अपने साथ ले गया था। करीब दो घंटे बाद वह वापस आया और रात में परिवार के साथ वह भी बच्चे को ढूढ़ने का नाटक करता रहा।पिता के शक जताने पर पुलिस ने आरोपित को पकड़ा तो उसने सच उगल दिया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।