गुरुग्राम में होल्डिंग सेंटर से पकड़े गए आठ बांग्लादेशी घुसपैठिये, जांच के दायरे में चार जोन में 300 संदिग्ध
गुरुग्राम पुलिस ने अवैध विदेशियों की जांच में आठ बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा। उनके पास भारतीय नागरिकता के दस्तावेज नहीं थे। स्वतंत्रता दिवस पर चलाए गए अभियान में लगभग 300 संदिग्ध पकड़े गए। जांच में बांग्लादेशी नागरिकता की पुष्टि होने पर गृह मंत्रालय को सूचना दी गई और उन्हें वापस भेजने की तैयारी है। फिलहाल होल्डिंग सेंटरों में 50 से ज़्यादा लोगों की जांच जारी है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: गुरुग्राम पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे विदेशियों की जांच के दौरान आठ बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है। इनके पास से भारतीय नागरिकता के किसी भी प्रकार के दस्तावेज नहीं पाए गए।
जांच के दौरान इन आठ लोगों ने स्वत: ही बांग्लादेशी नागरिक होने की बात स्वीकार की। अब इन्हें उनके देश वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
स्वतंत्रता दिवस और गृह मंत्रालय के आदेश पर गुरुग्राम पुलिस की ओर से भी जिलभर में बीते कई दिनों से विदेशी नागरिकों की पहचान के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
चार जोन में तीन सौ संदिग्धों को पकड़ा गया
यह पहली बार हुआ है कि पुलिस ने एक साथ चारों जोन में अभियान चलाकर करीब तीन सौ से ज्यादा संदिग्ध लोगों को पकड़ा और हर जोन में बनाए गए होल्डिंग सेंटर में इन्हें रखा गया।
इन सभी से मिले कागजात और पहचान पत्रों की जांच के लिए उनके मूल निवास से वेरिफिकेशन के लिए संबंधित पुलिस से पत्राचार किया गया।
इस दौरान आठ ऐसे नागरिक भी मिले, जिनके पास से भारतीय नागरिकता के किसी भी प्रकार के कागजात नहीं मिले। उन्होंने पूछताछ में अपने को बांग्लादेशी नागरिक बताया।
उनके पास से बांग्लादेश के कागजात भी बरामद किए गए। इसकी जानकारी जिला पुलिस ने गृह मंत्रालय से साझा की है। इन्हें जल्द ही वापस इनके देश भेज दिया जाएगा।
अब तक दो सौ से अधिक लोगों की जांच पूरी
दूसरी ओर अब तक करीब दो सौ से ज्यादा लोगों की जांच पूरी हो चुकी है। भारतीय नागरिकता होने पर इन सभी छोड़ दिया गया। फिलहाल अब इन चारों होल्डिंग सेंटरों पर 50 से ज्यादा लोग बचे हैं।
इनकी भी जांच की जा रही है। इसके बाद इन्हें भी छोड़ दिया जाएगा। डिटेन किए गए संदिग्ध लोगों को रखने के लिए शहर में चार स्थानों पर होल्डिंग सेंटर बनाए गए। पुलिस ने सेक्टर 40, सेक्टर 10ए, बादशाहपुर और मानेसर के कम्युनिटी सेंटर में होल्डिंग सेंटर बनाए थे।
झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले और घरेलू कामगारों की पहचान
पुलिस झुग्गी-झोपड़ियों, निर्माण स्थलों, घरेलू कामगारों, रेहड़ी-पटरी वालों और किरायेदारों की पहचान कर रही है। इनके स्थायी निवास और मूल राज्य की जानकारी ली जा रही है।
साथ ही यह देखा जा रहा है कि वे कब से गुरुग्राम में रह रहे हैं और उनके पास कौन-कौन से दस्तावेज हैं। इससे पहले भी गुरुग्राम में पिछले महीनों फर्जी पहचान पत्रों पर रह रहे कई बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया था।
अवैध झुग्गी बसाकर रहने वाले लोग हुए अंडरग्राउंड
जांच के डर से कई अवैध प्रवासी अंडरग्राउंड हो गए हैं। दस्तावेजों के अभाव में ये लोग गिरफ्तारी से बचने के लिए दूसरे शहरों की तरफ रुख करने लगे हैं। शहर में कई जगहों पर अवैध रूप से झुग्गी बस्ती बनाई गई है।
जहां पर कई सालों से संदिग्ध नागरिक रह रहे हैं। पुलिस की कार्रवाई के बाद कुछ झुग्गी बस्तियों में ताले लटक गए हैं। लोग यहां से अपना सामान पैक कर वापस या कहीं और जा रहे हैं।
गुरुवार को भी तिगरा गांव के पास एक निजी बस लगी हुई थी। बस कंडक्टर ने बताया कि यह बस यहां से कोलकाता के लिए रवाना होगी। सुबह 12 बजे ही इसमें सामान लोड हो गया था और सीटें फुल हो गई थीं। हालांकि, कई बस्तियों में लोग अभी रह रहे हैं।
जिले में रह रहे संदिग्ध नागरिकों की पहचान के लिए अभियान चलाया जा रहा है। पांच दिनों के दौरान तीन सौ से ज्यादा नागरिकों को जांच के लिए होल्डिंग सेंटरों में रखा गया। आठ लोगों की पहचान बांग्लादेशी नागरिक के रूप में की गई है। इनके पास से वहां के दस्तावेज बरामद किए गए हैं। होल्डिंग सेंटरों में मौजूद अन्य लोगों के कागजातों की जांच की जा रही है।
-अर्पित जैन, डीसीपी हेडक्वार्टर
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