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    Gurugram News: डर के मारे गुरुग्राम छोड़ रहे संदिग्ध लोग, मंगलवार तक डिपोर्ट किए जा सकते हैं बांग्लादेशी

    Updated: Sun, 27 Jul 2025 10:16 AM (IST)

    गुरुग्राम में संदिग्धों की धरपकड़ तेज होने से 10 बांग्लादेशियों को डिपोर्ट करने की तैयारी है। डर के मारे कई संदिग्धों ने गुरुग्राम छोड़ दिया है। स्वतंत्रता दिवस तक पहचान अभियान जारी रहेगा पर होल्डिंग सेंटर खाली कर दिए गए हैं। बंगाली मार्केट के कबीर ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया वहीं ढाई सौ लोग डर से बंगाल चले गए।

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    स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए संदिग्ध लोगों की पहचान रहेगी जारी

    विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। बीते कई दिनों से संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के बीच पकड़े गए 10 बांग्लादेशियों को मंगलवार तक उनके देश वापस भेज दिया जाएगा। इनको डिपोर्ट करने की प्रक्रिया तीन दिनों से चल रही है। दूसरी ओर धरपकड़ के बीच कई संदिग्ध लोगों ने गुरुग्राम छोड़ दिया और कई अब भी अपना सामान समेट कर वापस जाने की तैयारी कर रहे हैं।

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    स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा व्यवस्था और गृह मंत्रालाय के आदेश पर गुरुग्राम पुलिस की तरफ से संदिग्ध लोगों की पहचान के लिए चलाया जा रहा अभियान जारी है। हालांकि, अब होल्डिंग सेंटरों को खाली कर दिया गया है। शहर के अलग-अलग जोन में बनाए गए चार होल्डिंग सेंटरों में अब कोई भी संदिग्ध व्यक्ति नहीं है।

    10 दिनों में पकड़े गए 400 से ज्यादा लोग

    करीब 10 दिनों के दौरान पकड़े गए 400 से ज्यादा लोगों की पहचान की गई। इनमें से दस लोग बांग्लादेशी पाए गए। कुछ के पास भारतीय नागरिकता के फर्जी कागजात थे तो कइयों के पास कोई पहचान पत्र नहीं मिला। इन्होंने खुद ही बांग्लादेशी होने की बात स्वीकार की।

    पुलिस पर प्रताड़ित करने के आरोप बंगाली मार्केट में रहने वाले कबीर ने पुलिस आयुक्त को शिकायत पत्र देकर पुलिस पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने शिकायत में कहा कि वह अपने परिवार के साथ करीब 17 सालों से गुरुग्राम में रह रहे हैं। जब वह दो साल के थे तो उनकी मां का देहांत हो गया था। उन्होंने पिता को भी नहीं देखा था। क्योंकि वह मां से पहले ही गुजर गए थे। उनकी उम्र करीब 51 साल है। वह भारत के नागरिक हैं।

    उनका जन्म बंगाल में हुआ था। वह दो साल की उम्र में दिल्ली आ गए थे। अब कुछ समय से अलग-अलग थानों की पुलिस आकर उन्हें व उनके परिवार को परेशान कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी कहते हैं वह बांग्लादेशी है और वह इंडिया में नहीं रह सकता। उनके बेटे को छह दिन बाद होल्डिंग सेंटर से छोड़ा गया। उन्होंने कागज दिखाए थे, जो यह प्रमाणित करते हैं कि वह भारतीय हैं।

    इसके बाद भी सेक्टर 50, सेक्टर 65 और सदर थाने के पुलिसकर्मी हर दिन आकर बंगाली मार्केट में उन्हें परेशान करते हैं। उन्होंने पुलिस आयुक्त से मांग की है कि उनके परिवार को नाजायज परेशान न किया जाए। डर के कारण गुरुग्राम छोड़ रहे बंगाली मार्केट के पास रहने वाले करीब ढाई सौ लोग गुरुग्राम छोड़कर बंगाल चले गए हैं। शनिवार को भी यहां पर एक ट्रक में करीब 50 लोगों का सामान लोड हो रहा था।

    यहां रहने वाले लोगों का आरोप है कि पुलिस वहां आकर बार-बार परेशान कर रही है। पकड़कर ले जाती है, मारपीट करती है। इसलिए उनमें भय है। हालांकि, यहां पर ऐसा कोई भी व्यक्ति नहीं मिला, जिसे पुलिस ने पकड़ा हो। लोगों का कहना है कि जो लोग पुलिस से छूटकर आए वह सभी यहां से चले गए।

    पकड़े गए दस बांग्लादेशियों को डिपोर्ट करने के लिए गृह मंत्रालय से पत्राचार जारी है। इन्हें मंगलवार तक इनके देश भेजा जा सकता है। स्वतंत्रता दिवस को लेकर संदिग्धों की पहचान का अभियान जारी रहेगा। आगामी दिनों में एक होल्डिंग सेंटर बनाया जाएगा। संदिग्ध लोगों को यहां पर रखा जाएगा। फिलहाल पहले से चले आ रहे चार होल्डिंग सेंटर में अब कोई भी व्यक्ति नहीं है। - डॉ. अर्पित जैन, डीसीपी हेडक्वार्टर