Gurugram: चिंटेल्स पैराडिसो में आकलनकर्ताओं को नहीं करने दिया प्रवेश, सही मूल्यांकन न होने से है नाराज़गी
Gurugram चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के फ्लैट मालिकों ने बुधवार को भी आकलनकर्ताओं को प्रवेश नहीं करने दिया। फ्लैट के इंटीरियर का मूल्यांकन करने के लिए प ...और पढ़ें

गुरुग्राम, जागरण संवाददाता: चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी के फ्लैट मालिकों ने बुधवार को भी आकलनकर्ताओं को प्रवेश नहीं करने दिया। फ्लैट के इंटीरियर का मूल्यांकन करने के लिए पहुंची आकलनकर्ताओं की टीम को आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों की तरफ से गेट से ही वापस लौटा दिया गया।
आरडब्ल्यूए के प्रधान राकेश हुड्डा ने डीटीपीई द्वारा पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में आकलन कराने के बयान देने पर भी नाराजगी जाहिर की है। हालांकि डीटीपीई का कहना है कि बिना निवासियों के सहयोग के इस मामले का समाधान नहीं निकल सकता।
हुड्डा ने कहा कि फ्लैट मालिकों का स्पष्ट कहना है कि पहले हमारे फ्लैटों का सही मूल्यांकन करो, इसके बाद फ्लैट के इंटीरियर का मूल्यांकन करने दिया जाएगा। बता दें कि जिला प्रशासन की तरफ से डी-टावर के फ्लैटों और अंदर के इंटीरियर का आकलन कराने के लिए आइएस चौहान एंड एसोसिएट्स तथा नागपाल एंड एसोसिएट्स को नियुक्त किया हुआ है।
डी-टावर के फ्लैटों का आकलन कर प्रशासन को रिपोर्ट सौंप दी गई है जिस पर फ्लैट मालिकों ने नाराजगी जाहिर करते हुए आकलन को गलत बताया है। फ्लैट मालिकों का कहना है कि आकलन का तरीका गलत है और फ्लैटों की मार्केट से आधी कीमत आंकी गई है। इसी के चलते फ्लैट मालिकों में आकलनकर्ताओं के प्रति रोष है।
दो दिन से आकलनकर्ताओं को सोसायटी में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा। मंगलवार को आकलनकर्ताओं की टीम के प्रतिनिधियों और फ्लैट मालिकों के बीच झड़प भी हुई। इसी के चलते आकलनकर्ताओं की टीम वापस लौट गई। कुछ ही आकलन करने वाले प्रतिनिधि अंदर पहुंचे और कुछ फ्लैटों की इंटीरियर का आकलन किया।
धरना बुधवार को भी जारी रहा
बुधवार को भी फ्लैट मालिकों का धरना प्रदर्शन जारी रहा। फ्लैट मालिकों की सुनवाई न होने से नाराज बीते चार दिनों से निवासी सोसायटी के बाहर धरने पर बैठे हुए है। फ्लैट मालिकों का आरोप है कि निवासियों से बात करने तक के लिए कोई नहीं आ रहा है।
इनका कहना है
प्रशासन फ्लैट मालिकों के साथ पूरा सहयोग कर रहा है। आकलन कराने का निर्णय कमेटी का है। फ्लैट मालिक एक बार आकलन पूरा होने दें। यह जरूरी नहीं है जो आकलन की रिपोर्ट होगी, उसी के हिसाब से मुआवजा लेना अनिवार्य होगा। हम उनकी संतुष्टि के बिना किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचेंगे। - अमित मधोलिया, डीटीपीई

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।