गुरुग्राम में केएमपी एक्सप्रेसवे के पास सात साल के बच्चे की 18 बार चाकू घोंपकर हत्या, आरोपी गिरफ्तार
गुरुग्राम के बिलासपुर में एक सात वर्षीय बच्चे की निर्मम हत्या से सनसनी फैल गई। बच्चे के शरीर पर चाकू से 18 वार किए गए। परिवार ने पड़ोस के एक 15 वर्षीय किशोर पर हत्या का आरोप लगाया है। परिवार राजस्थान के अलवर का रहने वाला है। पिता ने आरोप लगाया कि किशोर ने उनके बेटे को फोन चोरी करते हुए देख लिया था जिसके कारण रंजिश थी।

संवाद सहयोगी, पटौदी/तावडू। गुरुग्राम जिले के बिलासपुर थाना क्षेत्र के कलवाड़ी गांव में कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे के किनारे सात वर्षीय बच्चे की निर्मम हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। आरोपित ने बच्चे के शरीर पर 18 बार चाकू घोंपकर हत्या की।
रविवार सुबह ग्रामीणों ने बच्चे का खून से लथपथ शव देखा तो पुलिस को सूचना दी। झाड़ियों में पड़े शव के पास एक चाकू भी बरामद किया गया। बच्चे के परिवार ने हत्या का आरोप पड़ोस में ही रहने वाले 15 वर्षीय किशोर पर लगाया है। फिलहाल वह पुलिस हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही है।
पुलिस और ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार सात वर्षीय बच्चा कुछ महीनों से अपने परिवार के साथ फतेहपुर गांव में किराये से रह रहा था। परिवार में पिता कमल, मां माया और एक छोटी बहन भी है। आशीष शनिवार रात आठ बजे संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गया। स्वजन ने उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग न मिलने पर पुलिस को सूचना दी गई।
बिलासपुर थाना पुलिस और ग्रामीण आसपास गांवों में रात भर बच्चे की तलाश करते रहे। रविवार सुबह करीब नौ बजे कलवाड़ी के ग्रामीण जब घूमने निकले तो उन्हें केएमपी के किनारे झाड़ियों के समीप बच्चे का शव दिखा। मौके पर पहुंचे एसीपी बिलासपुर सुखबीर, बिलासपुर थाना प्रभारी दिलबाग सिंह और नूंह के मोहम्मदपुर अहीर थाना प्रभारी शीशराम ने जांच शुरू की।
फोन चोरी की बात बताने पर रंजिश का शक
प्रारंभिक जांच में पता चला कि बच्चे का परिवार मूल रूप से राजस्थान के अलवर के पलकारी गांव का रहने वाला है। पिता की एक डिलीवरी कंपनी में काम करते हैं। उसकी पत्नी भी पथरेड़ी में ही दूसरी कंपनी में काम करती हैं। बिलासपुर थाने में दर्ज कराई एफआइआर में कहा कि उसकी पत्नी सुबह की शिफ्ट में काम करती हैं और वह रात की शिफ्ट में ड्यूटी पर जाते हैं। शाम सात बजे जब वह ड्यूटी के लिए निकले तो बच्चा घर के बाहर पड़ोस में रहने वाले 15 वर्षीय एक शख्स के साथ बैठा था।
इस दौरान उसके बेटे ने कहा कि वह बाहर खेलने जा रहा है। इसके बाद वह ड्यूटी पर चले गए। रात आठ बजे मां आईं। उन्हें घर में उनका बेटा नहीं मिला। काफी खोजबीन के बाद सुबह उसका शव पाया गया। पिता ने पड़ोसी शख्स पर हत्या का आरोप लगाया है। कहा कि करीब दो महीने पहले उनका फोन चोरी हो गया था। बेटे ने फोन चोरी करते हुए उस आरोपी को देख लिया था। उसने अपना फोन उससे वापस ले लिया और उसके पिता को जानकारी दी। पिता ने उसको पीटा भी था। आशंका है कि शायद इसी रंजिश में उसने आशीष की हत्या की।
फोन मिलने के बाद पिस्टल दिखाकर धमकी देने का आरोप
पिता कमल ने यह भी आरोप लगाया कि उससे फोन वापस लेने के कुछ दिन बाद उसने अकेला पाकर उसके बेटे को पिस्टल दिखाई थी। साथ में धमकी भी दी थी। यह बात खुद उसने उन्हें बताई थी। हालांकि पिस्टल असली थी या नकली, इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।
परिवार के साथ आशीष को ढूंढता रहा रमेश
ग्रामीणों ने बताया कि जब रात दस बजे बाद भी उसका बेटा वापस नहीं लौटा तो मां और गांव के अन्य लोग उसकी खोजबीन करने में जुट गए। पिता भी ग्रामीणों के साथ बच्चे की खोज कर रहा था। रविवार सुबह बेटे का शव घर से करीब चार किलोमीटर दूर से बरामद किया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार फिलहाल वग और उसके परिवारवालों से पूछताछ की जा रही है। एसीपी बिलासपुर सुखबीर ने बताया कि मामले की जांच जारी है। जल्द ही घटना का पर्दाफाश किया जाएगा।
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