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    Gurugram News: सिविल अस्पताल का लोड होगा कम, मरीजों के लिए बढ़ेंगी सुविधाएं

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Tiwari
    Updated: Thu, 12 Jun 2025 03:29 PM (IST)

    गुरुग्राम के नागरिक अस्पताल में 100 बेड के नए ब्लॉक का निर्माण शासन से हरी झंडी न मिलने के कारण अटका हुआ है। आईसीयू के लिए प्रस्तावित पांचवीं मंजिल का टेंडर जारी होने के बावजूद काम शुरू नहीं हो सका है। बेड की कमी के कारण मरीजों को अस्पताल में परेशानी हो रही है। इस परियोजना को 2018 में मंजूरी मिली थी।

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    शासन में हरी झंडी के इंतजार में 100 बेड के ब्लाक निर्माण अटका

    वरुण त्रिवेदी, गुरुग्राम। सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल के परिसर में निर्माणाधीन नई इमारत का काम शासन की हरी झंडी के इंतजार धीरे-धीरे बढ़ रहा है। इसके चलते आइसीयू के लिए प्रस्तावित पांचवें फ्लोर के निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद भी कार्यदायी संस्था को काम का अलॉटमेंट नहीं हो सका है।

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    यही हालात रहे तो इस साल भी 100 बेड के ब्लॉक की सुविधा मरीजों को मुहैया कराना पाना विभाग के लिए चुनौती रहेगी। इस भवन का निर्माण करीब 90 करोड़ की लागत से वर्ष 2024 जनवरी में पूरा होना था।

    इमारत के चार फ्लोर का करीब 85 फीसदी काम पूरा

    पीडब्ल्यूडी अधिकारी के मुताबिक, अलॉटमेंट संबंधी अनुमित के लिए मुख्यालय करीब ढाई महीने पहले भेजी जा चुकी है। मुख्यमंत्री की अगुवाई वाली हाई पर्चेज कमेटी की अगली बैठक में अनुमित मिलने की उम्मीद है। इसके बाद ही काम शुरू होगा। इमारत के चार फ्लोर का करीब 85 फीसदी काम पूरा हो चुका है।

    साइबर सिटी का इकलौता जिला नागरिक अस्पताल में बेड की कमी से मरीज अव्यवस्थाओं से जूझ रहे हैं। अस्पताल की ओपीडी में रोजाना 2300 से 2400 मरीज पहुंचते हैं। इसमें करीब 100 से 150 मरीज रोजाना गंभीर स्थिति में पहुंचते हैं।

    यहां विभिन्न वार्डों में 200 से ज्यादा भर्ती रहते हैं। इसके अलावा गायनी वार्ड, हृदय रोग विभाग, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, सिटी स्कैन, सर्जरी विभाग के ज्यादातर मरीज होते हैं। आलम यह है कि अस्पताल के बेसमेंट में सामान्य वार्ड और डेंगू वार्ड बनाकर मरीजों को भर्ती किया जाता है। बेड के अभाव के चलते मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

    ऐसी ही तमाम समस्याओं को देखते हुए अस्पताल परिसर में ही 100 बेड की अतिरिक्त इमारत के निर्माण के लिए 2018 में निदेशालय से स्वीकृति मिली थी। इस भवन का निर्माण 90 करोड़ की लागत से वर्ष 2024 जनवरी होता था। लेकिन सत्ता परिवर्तन, डीपीआर में बदलाव और बजट के अभाव में निर्माण कार्य कछुआ चाल से रेंग रहा है।

    नागरिक अस्पताल का लोड होगा कम, मरीजों की सुविधाएं बढ़ेंगी

    नई इमारत में 100 बेड का नया ब्लॉक बनने के बाद नागरिक अस्पताल का लोड कम होगा। साथ ही मरीजों के लिए सुविधा भी बढ़ेंगी। निर्माण कार्य के लिए 2019 नवंबर में 47 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। इससे करीब 60 प्रतिशत कार्य पूरा भी कर लिया गया है, लेकिन 43 करोड़ रुपये 2024 तक नहीं मिला।

    नई इमारत में पांचवीं मंजिल पर 32 बेड आइसीयू और सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशन की व्यवस्था होगी। इसमें सेंट्रलाइज्ड एयर कंडीशन के लिए 35 करोड़ और 32 बेड के आइसीयू वार्ड के लिए 12 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दोबारा तैयार करके भेजा गया था। इसमें चार करोड़ रुपये और बढ़ा दिए गए है। इसके बाद अब कुल लागत 47 करोड़ रुपये हो गई है। इसके लिए कई बार फाइलें चलाई गईं।