गुरुग्राम में लगा ट्रैफिक टावर, अब पूरे शहर को मिलेगी जाम से राहत; पढ़ें पूरा अपडेट
गुरुग्राम में ट्रैफिक टावर से पूरे शहर के ट्रैफिक पर नजर रखी जा रही है। जीएमडीए के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से भी निगरानी हो रही है। स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल परियोजना के पहले चरण में सेक्टर एक से 57 के 109 चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं। फेज एक 16.82 करोड़ की लागत से पूरा किया गया है।

जागरण संवाददाता, गुुरुग्राम। पुलिस के ट्रैफिक टावर से अब पूरे शहर के ट्रैफिक पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) के इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) से भी निगरानी की जा रही है।
इसके लिए जीएमडीए ने स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल परियोजना के पहले चरण को कर लिया है। इस चरण में सेक्टर एक से 57 के कुल 109 चौराहों पर स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल स्थापित किए गए हैं और इनकी लाइव फीड मिल रही है। इसके माध्यम से ट्रैफिक पुलिस विभाग रियल-टाइम में सिग्नल संचालन की निगरानी और प्रबंधन कर सकता है।
सिग्नलों के सुचारू संचालन के लिए ट्रैफिक टावर में संविदा एजेंसी का एक अभियंता भी तैनात किया गया है। फेज एक को 16.82 करोड़ की लागत से पूरा किया गया है, जबकि फेज दो पर 7.43 करोड़ की लागत से कार्य किया जा रहा है।
फेज-दो के अंतर्गत जीएमडीए स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल परियोजना का विस्तार सेक्टर 58–115 तक कर रहा है। इस चरण में कुल 32 चौराहों को कवर किया जा रहा है, जिनमें से 24 जंक्शन पर स्मार्ट सिग्नल स्थापित हो चुके हैं और 4 स्थानों पर कार्यजारी है।
नए गुरुग्राम में इन स्थानों पर लगे सिग्नल
न्यू गुरुग्राम में सेक्टर 102ए-103 डिवाइडिंग रोड (खेड़की माजरा साइड), सेक्टर 110-110ए, 112-113 चौक, बजघेड़ा अंडरपास, सेक्टर 45-52 टी-प्वाइंट, विकास मार्ग, सेक्टर-101-102, 102ए-104 चौक (द्वारका एक्सप्रेसवे साइड), सेक्टर 93-94-89 टी-प्वाइंट, रामपुरा–पटौदी रोड, सेक्टर 86-85-90-89 दादी सती चौक, सेक्टर 81-82-85-86 जय सिंह चौक और सेक्टर 90-91-92-93 चौक शामिल हैं।
एटीसीएस से लैस हैं कैमरे
ये स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल एडैप्टिव ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम (एटीसीएस) और व्हीकल डिटेक्टर कैमरों से लैस हैं, जो वास्तविक समय में ट्रैफिक की स्थिति के अनुसार सिग्नल टाइमिंग को नियंत्रित करते हैं।
इस तकनीक से वाहनों की आवाजाही सुचारू होती है, जाम की स्थिति कम होती है और आपातकालीन वाहनों के लिए ग्रीन कारिडोर बनाए जा सकते हैं। व्यस्त चौराहों पर सुरक्षित और सहज पैदल आवागमन सुनिश्चित करने के लिए पैदल यात्रियों के लिए भी सिग्नल लाइट स्थापित की जा रही हैं।
एडैप्टिव तकनीक के उपयोग से ये स्मार्ट सिग्नल ट्रैफिक दबाव को काफी हद तक कम करेंगे, जंक्शन पर इंतजार करने का समय घटेगा और नागरिकों के लिए सफर और भी सुविधाजनक बनेगा। फेज एक के पूरा होने और फेज दो की प्रगति के साथ गुरुग्राम एक अधिक कुशल ट्रैफिक प्रबंधन प्रणाली की ओर बढ़ रहा है। आरडी सिंघल, मुख्य महाप्रबंधक (मोबिलिटी डिवीजन) जीएमडीए।
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