गुरुग्राम में आयुष्मान कार्ड धारकों की बढ़ेगी परेशानी, 650 निजी अस्पतालों का नहीं हो सका बकाया भुगतान
गुरुग्राम में आयुष्मान योजना के तहत निजी अस्पतालों में इलाज बंद हो सकता है क्योंकि अस्पतालों को बकाया भुगतान नहीं मिला। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकार को नोटिस भेजा है जिससे कार्डधारकों की परेशानी बढ़ सकती है। हरियाणा के लगभग 650 निजी अस्पतालों को सरकार से 400 करोड़ रुपये लेने हैं और भुगतान में देरी हो रही है। अस्पतालों ने 7 अगस्त से सेवाएं बंद करने का फैसला किया है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर सिटी में आयुष्मान योजना के तहत पैनल के निजी अस्पतालों में कार्डधारकों का इलाज बंद हो सकता है। बकाया बिलों का भुकतान न होने से निजी अस्पतालों ने सरकार को कार्डधारक को योजना के तहत सेवाएं नहीं देने का निर्णय लिया है।
इस मामले में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से सेवाएं न देने के मामले में सरकार को नोटिस दिया जा चुका है। ऐसे में आने वाले दिनों में आयुष्मान कार्डधारकों की परेशानी सकती हैं। हालांकि चेतावनी के बाद हरियाणा सरकार सतर्क हो गई है।
प्रदेश के लगभग 650 निजी अस्पतालों की नाराजगी इस बात को लेकर है कि उन्हें आयुष्मान योजना के तहत किए गए इलाज की एवज में सरकार से लगभग 400 करोड़ रुपये लेने हैं। जिले के करीब 60 निजी अस्पतालों का करोड रुपये कई महीने से बकाया चल रहा है।
सरकार की ओर से आश्वासन के बाद भी भुगतान में देरी हो रही है। आईएमए (हरियाणा) ने इस साल की शुरुआत में जनवरी में इसी तरह की चेतावनी जारी की थी,लेकिन स्थित में सुधार नहीं हुआ। ज़्यादातर निजी अस्पतालों को मार्च से अब तक उनकी बिल की गई राशि का केवल 10-15% ही प्रतिपूर्ति के रूप में मिला है।
आयुष्मान कार्डधारक प्रत्येक परिवार पैनल के निजी अस्पताल में पांच लाख रुपये तक का इलाज करा सकता है। सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केंद्रों में निशुल्क इलाज की सुविधा है।
समय पर प्रतिपूर्ति के बिना अस्पताल इस योजना के तहत मुफ़्त इलाज जारी नहीं रख सकते। अब हम उस स्थिति में हैं, जहां इस व्यवस्था को चलाना आर्थिक रूप से असंभव है। कई महीनों से से निजी अस्पतालों को आश्वासन तो मिल रहा है, मगर भुगतान नहीं हो रहा है। इसलिए अब सात अगस्त से सिर्फ आयुष्मान योजना के तहत सेवाएं ठप रखने का निर्णय लिया गया है। - डॉ. महावीर जैन, अध्यक्ष, आइएमए हरियाणा

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